पटना: राजधानी पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार को पटना पुस्तक मेला का उद्घाटन करने पहुंचे. उन्होंने ने पर्यावरण सुरक्षा को लेकर पीपल के पेड़ में पानी डालकर पुस्तक मेला का उद्घाटन किया. इस दौरान प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे.पटना पुस्तक मेला में देशभर के प्रकाशक जुट चुके हैं.
सीएम ने स्टॉल का किया भ्रमण: उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री ने पुस्तक मेला में विभिन्न प्रकाशनों द्वारा लगाये गए स्टॉल का जायजा लिया। सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट के तत्वावधान में लगाया गया पटना पुस्तक मेला 6 से 17 दिसम्बर तक चलेगा. पटना पुस्तक मेला में इस बार की थीम 'पेड़, पानी, जिंदगी, पर्यावरण बदलो' रखा गया है.
सीएम नीतीश कुमार ने देखी कई किताब: पुस्तक मेला में लगे स्टॉल पर मौजूद विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से बातचीत की ओर डिटेल जाना कि काउंटर पर लोगों को विभाग की क्या जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है. इसके अलावा कई प्रकाशकों के स्टॉल पर जाकर भी भ्रमण किया. प्रभात प्रकाशन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऊपर कई लोगों ने पुस्तक लिखी है, उनकी पुस्तक एक रैक में नजर आई. अपने ऊपर लिखे गए पुस्तकों को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक नजर में देखा.
किताबें ज्ञानवर्धन करती हैं: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा की बिहार ज्ञान विज्ञान की धरती रही है. कई साहित्यकार और कवि ने राष्ट्रीय क्षितिज पर बिहार के गौरव को बढ़ाया है. उनकी पुस्तकें पुस्तक मेला में दिखाई पड़ती है और पुस्तक के माध्यम से व्यक्ति की बौद्धिक क्षमता बढ़ती है. विरासत के के साथ-साथ इतिहास और भूगोल की जानकारियां भी हमें जानने को मिलती है.
"पुस्तकों से ज्ञानवर्धन होता है और पुस्तक मेला में बौद्धिक क्षमता के धनी कई व्यक्ति पहुंचते हैं. जिनके माध्यम से लोगों को काफी कुछ जानने समझने को मिलता है. बच्चों को खासकर पुस्तक मेला में आना चाहिए और पुस्तक पढ़ने की आदत डालनी चाहिए."-विजय सिन्हा, उपमुख्यमंत्री
मोहल्लों के नाम पर मंच: पटना पुस्तक मेला के संयोजक अमित झा ने बताया कि प्रशासनिक भवन का मंच राजेंद्र नगर रखा गया है. सिनेमा का जो मंच है वह बाकरगंज, कला के लिए मंच का नाम कंकड़बाग रखा गया है और हरियाली के लिए मंच का नाम कुर्जी रखा गया है. अन्य सभी मंच पटना के मोहल्ले के नाम पर ही हैं. प्रतिदिन यहां नई पुस्तकों की लॉन्चिंग होगी और सिनेमा-साहित्य पर भी चर्चाएं होंगी.
"6 दिसंबर से 17 दिसंबर तक चलने वाले पटना पुस्तक मेला में इस बार एंट्री के तीन गेट है और तीनों गेट पटना के प्रमुख रोड के नाम पर रखे गए हैं. अशोक राजपथ, बोरिंग रोड, फ्रेजर रोड के नाम पर एंट्री गेट है और जो पुस्तक मेला में विभिन्न मंच बनाए गए हैं वह पटना के मोहल्लों के नाम पर रखे गए हैं." -अमित झा, संयोजक, पटना पुस्तक मेला
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