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बुजुर्ग महिला को नहीं मिली एंबुलेंस, 60 साल का बेटा व्हील चेयर से 25 किमी धकेलते हुए पहुंचा अस्पताल - Patient not get ambulance Panna - PATIENT NOT GET AMBULANCE PANNA

पन्ना में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर एंबुलेंस की मदद नहीं मिलने के कारण 60 वर्षीय बुजुर्ग अपनी 90 साल की मां को व्हील चेयर पर ही जिला अस्पताल लेकर चल पड़ा. 12 घंटे व्हील चेयर धकेलने के बाद एक समाजसेवी की मदद से वह अस्पताल पहुंचा.

SON CARRY MOTHER AT WHEEL CHAIR
वृद्ध मां को व्हील चेयर पर ही 25 किलोमीटर दूर हास्पिटल लेकर पहुंचा बुजुर्ग (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 15, 2024, 10:46 AM IST

Updated : Jun 15, 2024, 11:15 AM IST

पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना में मां-बेटे की एक मार्मिक तस्वीर सामने आई है जो स्वास्थ्य विभाग के बड़े-बड़े दावों की पोल खोल रही है. यहां एंबुलेंस ना मिलने की वजह से 60 साल के लाचार बेटे को अपनी 90 साल की मां को व्हील चेयर पर लेकर 25 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल जाना पड़ा. मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमें के जिम्मेदार अधिकारी आनाकानी करने लगे.

एंबुलेस मांगने पर कर दिया मना

दरअसल, 90 वर्षीय कमलाबाई चौधरी फिसल कर गिरने की वजह से घायल हो गई थीं. उनके 60 वर्षीय बेटे राम भगत चौधरी देवेन्द्र नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गये जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया. घर आने के बाद वृद्धा की तबीयत फिर से खराब होने लगी. राम भगत चौधरी फिर से उसी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे जहां नर्सों ने उन्हें जिला अस्पताल लेकर जाने को कहा. उन्होंने जिला अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की लेकिन अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई.

व्हीलचेयर से ही अस्पताल के लिए निकल पड़ा

मां की हालत बिगड़ती देख 60 वर्षीय लाचार बेटा सुबह 8 बजे व्हील चेयर पर ही मां को लेकर 25 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल के लिए निकल पड़ा. रात करीब 8 बजे एक समाजसेवी की नजर सड़क पर व्हील चेयर धकेलते इस लाचार पर पड़ी तो उसने पूरा मामला पूछा. उस सामजसेवी ने एक ऑटोरिक्शा बुक कराकर पीड़ित को जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया.

रास्ते में समाजसेवी ने की मदद

भगत राम का कहना है कि, 'मानसिक रुप से विक्षिप्त उनकी मां फिसल कर गिर पड़ी थी. देवेन्द्र नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज करया लेकिन रात में फिर तबीयत खराब होने पर उसी स्वास्थ्य केन्द्र ले गया तो उन्होंने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. एंबुलेंस की मांग की तो उन्होंने मना कर दिया तो फिर अपनी मां को व्हील चेयर से ही जिला अस्पताल के लिए चल दिया. मदद करने वाले समाजसेवी सुनील सिंह का कहना है कि, 'उन्होंने रात के अंधेरे में जब एक महिला को व्हीलचेयर पर ले जाते हुए देखा तो इसकी वजह पूछी और फिर उन्होंने ऑटोरिक्शा करके बुजुर्ग को जिला अस्पताल पहुंचाया'.

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स्वास्थ्य विभाग ने झाड़ा पल्ला

मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद देवेंद्रनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ और स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ ने तरह-तरह की सफाई देते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया. लेकिन ये तस्वीरें स्वास्थ्य विभाग के गैरजिम्मेदार रेवैये को साफ-साफ बयां कर रही हैं.

पन्ना। मध्य प्रदेश के पन्ना में मां-बेटे की एक मार्मिक तस्वीर सामने आई है जो स्वास्थ्य विभाग के बड़े-बड़े दावों की पोल खोल रही है. यहां एंबुलेंस ना मिलने की वजह से 60 साल के लाचार बेटे को अपनी 90 साल की मां को व्हील चेयर पर लेकर 25 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल जाना पड़ा. मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य महकमें के जिम्मेदार अधिकारी आनाकानी करने लगे.

एंबुलेस मांगने पर कर दिया मना

दरअसल, 90 वर्षीय कमलाबाई चौधरी फिसल कर गिरने की वजह से घायल हो गई थीं. उनके 60 वर्षीय बेटे राम भगत चौधरी देवेन्द्र नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर गये जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया. घर आने के बाद वृद्धा की तबीयत फिर से खराब होने लगी. राम भगत चौधरी फिर से उसी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लेकर पहुंचे जहां नर्सों ने उन्हें जिला अस्पताल लेकर जाने को कहा. उन्होंने जिला अस्पताल ले जाने के लिए एंबुलेंस की मांग की लेकिन अस्पताल प्रशासन ने एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराई.

व्हीलचेयर से ही अस्पताल के लिए निकल पड़ा

मां की हालत बिगड़ती देख 60 वर्षीय लाचार बेटा सुबह 8 बजे व्हील चेयर पर ही मां को लेकर 25 किलोमीटर दूर जिला अस्पताल के लिए निकल पड़ा. रात करीब 8 बजे एक समाजसेवी की नजर सड़क पर व्हील चेयर धकेलते इस लाचार पर पड़ी तो उसने पूरा मामला पूछा. उस सामजसेवी ने एक ऑटोरिक्शा बुक कराकर पीड़ित को जिला अस्पताल ले जाकर भर्ती करवाया.

रास्ते में समाजसेवी ने की मदद

भगत राम का कहना है कि, 'मानसिक रुप से विक्षिप्त उनकी मां फिसल कर गिर पड़ी थी. देवेन्द्र नगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में इलाज करया लेकिन रात में फिर तबीयत खराब होने पर उसी स्वास्थ्य केन्द्र ले गया तो उन्होंने जिला अस्पताल रेफर कर दिया. एंबुलेंस की मांग की तो उन्होंने मना कर दिया तो फिर अपनी मां को व्हील चेयर से ही जिला अस्पताल के लिए चल दिया. मदद करने वाले समाजसेवी सुनील सिंह का कहना है कि, 'उन्होंने रात के अंधेरे में जब एक महिला को व्हीलचेयर पर ले जाते हुए देखा तो इसकी वजह पूछी और फिर उन्होंने ऑटोरिक्शा करके बुजुर्ग को जिला अस्पताल पहुंचाया'.

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स्वास्थ्य विभाग ने झाड़ा पल्ला

मामला मीडिया के संज्ञान में आने के बाद देवेंद्रनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बीएमओ और स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ ने तरह-तरह की सफाई देते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया. लेकिन ये तस्वीरें स्वास्थ्य विभाग के गैरजिम्मेदार रेवैये को साफ-साफ बयां कर रही हैं.

Last Updated : Jun 15, 2024, 11:15 AM IST
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