पन्ना। शहर में होम गार्ड का जिला स्तरीय दफ्तर एक ही दिन की बारिश में जलमग्न हो गया. यहीं पर जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय है, जो जलमग्न हो गया. कार्यालय में जलभराव के कारण आवश्यक कागजात गीले हो गए. वहीं कार्यालय प्रांगण में घुटनों तक पानी भर गया. इस दौरान आपदा प्रबंधन के कर्मचारी पानी निकालते हुए परेशान देखे गए. जलभराव के कारण आपदा प्रबंधन दफ्तर के कर्मचारियों में नगरपालिका प्रशासन के खिलाफ रोष देखा गया.
यहां पहले भी होता रहा है जलभराव
ऐसा नहीं है कि ये जलभराव अभी हुआ हो, पूर्व में भी यहां जलभराव की समस्या से कार्यालय जूझता रहा है. जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय के डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट शालीवाहन पांडेय द्वारा टीएल की बैठक में पन्ना कलेक्टर के समक्ष अपनी समस्या बताई थी. इस पर पन्ना कलेक्टर ने तुरंत संज्ञान लेते हुए पन्ना नगर पालिका सीएमओ को निर्देश दिए थे. इसके बाद सीएमओ ने मौके पर आकर निरीक्षण तो कर लिया लेकिन जलभराव की समस्या के लिए कोई खास समाधान नहीं किया.
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नगरपालिका प्रशासन की लापरवाही
नगरपालिका प्रशासन की लापरवाही के कारण समस्या जस की तस बनी हुई है. सवाल यह उठ रहा है कि जब जिले के शासकीय कार्यालयों के ये हाल हैं तो जिले की अन्य व्यवस्थाएं क्या होंगी. वहीं विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि जहां हम लोग जिले में आई किसी भी प्रकार की आपदा आने पर बचाव कार्य करने के लिए तत्पर तैयार रहते हैं, वहीं हम लोग अपने कार्यालय का बचाव नहीं कर पा रहे हैं. यह बड़े ही दुख की बात है. जिम्मेदारों को तुरंत इस समस्या का समाधान करवाना चाहिए.