नई दिल्ली: मंगलवार से वसंतीय नवरात्र की शुरुआत हो गई है. इस दौरान माता मंदिरों में विशेष तैयारी की गई है और भक्त माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में दिल्ली के प्रसिद्ध कालकाजी मंदिर में भी नवरात्रों के दौरान व्यापक तैयारियां की गई है. वही नवरात्र के प्रथम दिन माता का खूबसूरत फूलों से श्रृंगार किया गया और उसके बाद मंत्रोच्चारण के साथ आरती की गई वही नवरात्र के पहले दिन आधी रात से ही कालकाजी मंदिर भक्तों का पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया है. भक्त बनाई हुई व्यवस्था के तहत मंदिर पहुंच माँ कालका के दर्शन कर रहे हैं.
कालकाजी मंदिर के प्रशासन के सेक्रेटरी राकेश चोपड़ा ने बताया हैं. भक्तों के सुविधा के लिए नवरात्र के दौरान मंदिर में तमाम तैयारियां की गई है. आम भक्तों के लिए दोनों तरफ से प्रवेश दिया गया है वहीं पास धारकों के लिए राम प्याऊ नेहरू प्लेस के तरफ से प्रवेश दिया गया है. कालकाजी पीठाधीश्वर महंत सुरेंद्रनाथ अवधूत ने बताया है कि नवरात्रों को लेकर कालकाजी मंदिर में विशेष रूप से इंतजाम किए गए हैं. यहां पर मंदिर में प्रवेश के लिए दो प्रवेश द्वार लोटस टेंपल और राम प्याऊ के तरफ से बनाई गई है वहीं निकास के लिए मोदी मिल और महंत परिसर के तरफ से निकास बनाया गया है.
उन्होंने बताया कि माता की नवरात्रों में विशेष पूजा पहले दिन रात्रि में एक दो बजे ही की जाती है और उसके बाद माता का दरबार दर्शन के लिए खुल जाता है और 24 घंटे भक्त नवरात्रों के दौरान माता के दर्शन करते हैं. मंदिर में नवरात्रि के दौरान सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं. यहां दिल्ली पुलिस के जवानों के साथ ही अन्य सुरक्षा बलों को भी तैनात किया गया है. मंदिर परिसर की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से भी रखी जा रही है.
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बता दें कि रक्तबीज नामक दानव का संहार करने के लिए माता ने अपने मुख का विस्तार किया था. माता का वहीं विस्तारित रूप कालकाजी मंदिर में स्थापित है. जिसकी पूजा अर्चना होती है और नवरात्रों में यहां विशेष रूप से पूजा होती है. यहां नवरात्रों के दौरान माता के दर्शन के लिए लाखों भक्त पहुंचते हैं.