पटनाः बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने पशुपति कुमार पारस की पटना स्थित राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश कार्यालय का आवंटन रद्द कर दिया है. इस संबंध में विभाग ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का प्रदेश कार्यालय पटना के 1 व्हीलर रोड में स्थित था. पशुपति कुमार पारस के सामने सबसे बड़ी समस्या यह आ गई है कि उन्हें अब पार्टी संचालन करने के लिए नई जगह की तलाश करनी होगी.
लोजपा के नाम से आवंटित था कार्यालयः रामविलास पासवान ने 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का गठन किया था. पटना के 1 व्हीलर रोड में लोजपा कार्यालय को जगह आवंटित किया गया था. राम विलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी में टूट हो गयी. तब, पशुपति कुमार पारस एनडीए के साथ हो गये. उन्होंने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का गठन किया. पटना स्थित लोजपा के कार्यालय को राज्य मुख्यालय बनाकर पार्टी का संचालन कर रहे थे.
चिराग का बंगला कराया गया था खालीः पशुपति पारस के कार्यालय खाली कराने को चिराग पासवान के बंगले खाली कराने से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें कि लोजपा में टूट के बाद जब चिराग पासवान एनडीए का हिस्सा नहीं रहे थे तब उनसे रामविलास पासवान को आवंटित किये गये बंगले को खाली करा लिया गया था. तब काफी विवाद हुआ था. कथित रूप से चिराग पासवान का सारा सामान बाहर फेंक दिया गया था.
चिराग के अच्छे दिनः लोकसभा चुनाव 2024 के सीट बंटवारे में NDA ने चिराग पासवान को 5 सीट दिया. केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद पांच सांसदों वाली आरएलजेपी को एक भी सीट नहीं दी गई. 2024 के चुनाव में लोजपा रामविलास के सभी पांचों प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. पशुपति कुमार पारस राजनीति में हाशिये पर चले गए.
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