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पशुपति पारस को पार्टी कार्यालय खाली करने का नोटिस, कभी चिराग से खाली करवाया गया था बंगला...संयोग या कुछ और - RLJP office allotment cancelled

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 14, 2024, 6:57 PM IST

Bihar Government पशुपति कुमार पारस के लिए साल 2024 राजनीतिक रूप से निराशाजनक साबित हो रहा है. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एनडीए गठबंधन ने एक भी सीट नहीं दी. धीरे-धीरे उनके सभी समर्थक सांसदों ने उनका साथ छोड़ दिया. खुद पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया. एनडीए के साथ रहते हुए भी अब उनका प्रदेश कार्यालय उनसे छीन लिया गया है. पढ़ें, विस्तार से.

रालोजपा का पार्टी कार्यालय.
रालोजपा का पार्टी कार्यालय. (ETV Bharat.)

पटनाः बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने पशुपति कुमार पारस की पटना स्थित राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश कार्यालय का आवंटन रद्द कर दिया है. इस संबंध में विभाग ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का प्रदेश कार्यालय पटना के 1 व्हीलर रोड में स्थित था. पशुपति कुमार पारस के सामने सबसे बड़ी समस्या यह आ गई है कि उन्हें अब पार्टी संचालन करने के लिए नई जगह की तलाश करनी होगी.

पशुपति पारस (फाइल फोटो)
पशुपति पारस (फाइल फोटो) (ETV Bharat.)

लोजपा के नाम से आवंटित था कार्यालयः रामविलास पासवान ने 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का गठन किया था. पटना के 1 व्हीलर रोड में लोजपा कार्यालय को जगह आवंटित किया गया था. राम विलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी में टूट हो गयी. तब, पशुपति कुमार पारस एनडीए के साथ हो गये. उन्होंने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का गठन किया. पटना स्थित लोजपा के कार्यालय को राज्य मुख्यालय बनाकर पार्टी का संचालन कर रहे थे.

सरकार द्वारा जारी नोटिस.
सरकार द्वारा जारी नोटिस. (ETV Bharat.)
पारस के लिए बुरा समयः साल 2024 पशुपति कुमार पारस के लिए अच्छा नहीं रहा है. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एनडीए गठबंधन ने एक भी सीट नहीं दी. धीरे-धीरे उनके सभी समर्थक सांसद उनके साथ छोड़ दिए. खुद पशुपति कुमार पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया. एनडीए के साथ रहने के बावजूद अब उनका प्रदेश कार्यालय उनसे छीन लिया गया है.

चिराग का बंगला कराया गया था खालीः पशुपति पारस के कार्यालय खाली कराने को चिराग पासवान के बंगले खाली कराने से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें कि लोजपा में टूट के बाद जब चिराग पासवान एनडीए का हिस्सा नहीं रहे थे तब उनसे रामविलास पासवान को आवंटित किये गये बंगले को खाली करा लिया गया था. तब काफी विवाद हुआ था. कथित रूप से चिराग पासवान का सारा सामान बाहर फेंक दिया गया था.

रालोजपा का पार्टी कार्यालय.
रालोजपा का पार्टी कार्यालय. (ETV Bharat.)

चिराग के अच्छे दिनः लोकसभा चुनाव 2024 के सीट बंटवारे में NDA ने चिराग पासवान को 5 सीट दिया. केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद पांच सांसदों वाली आरएलजेपी को एक भी सीट नहीं दी गई. 2024 के चुनाव में लोजपा रामविलास के सभी पांचों प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. पशुपति कुमार पारस राजनीति में हाशिये पर चले गए.

इसे भी पढ़ेंः चिराग पासवान ने अपनी पार्टी तोड़ने का चाचा पशुपति पारस से लिया बदला, जानें पूरी कहानी

इसे भी पढ़ेंः क्या भतीजे से रिश्ते सुधारना चाहते हैं चाचा? पशुपति पारस ने चिराग पासवान को दी बधाई - Paras congratulates Chirag

पटनाः बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने पशुपति कुमार पारस की पटना स्थित राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के प्रदेश कार्यालय का आवंटन रद्द कर दिया है. इस संबंध में विभाग ने नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का प्रदेश कार्यालय पटना के 1 व्हीलर रोड में स्थित था. पशुपति कुमार पारस के सामने सबसे बड़ी समस्या यह आ गई है कि उन्हें अब पार्टी संचालन करने के लिए नई जगह की तलाश करनी होगी.

पशुपति पारस (फाइल फोटो)
पशुपति पारस (फाइल फोटो) (ETV Bharat.)

लोजपा के नाम से आवंटित था कार्यालयः रामविलास पासवान ने 2021 में लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) का गठन किया था. पटना के 1 व्हीलर रोड में लोजपा कार्यालय को जगह आवंटित किया गया था. राम विलास पासवान के निधन के बाद उनकी पार्टी में टूट हो गयी. तब, पशुपति कुमार पारस एनडीए के साथ हो गये. उन्होंने राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी का गठन किया. पटना स्थित लोजपा के कार्यालय को राज्य मुख्यालय बनाकर पार्टी का संचालन कर रहे थे.

सरकार द्वारा जारी नोटिस.
सरकार द्वारा जारी नोटिस. (ETV Bharat.)
पारस के लिए बुरा समयः साल 2024 पशुपति कुमार पारस के लिए अच्छा नहीं रहा है. लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एनडीए गठबंधन ने एक भी सीट नहीं दी. धीरे-धीरे उनके सभी समर्थक सांसद उनके साथ छोड़ दिए. खुद पशुपति कुमार पारस ने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दिया. एनडीए के साथ रहने के बावजूद अब उनका प्रदेश कार्यालय उनसे छीन लिया गया है.

चिराग का बंगला कराया गया था खालीः पशुपति पारस के कार्यालय खाली कराने को चिराग पासवान के बंगले खाली कराने से जोड़कर देखा जा रहा है. बता दें कि लोजपा में टूट के बाद जब चिराग पासवान एनडीए का हिस्सा नहीं रहे थे तब उनसे रामविलास पासवान को आवंटित किये गये बंगले को खाली करा लिया गया था. तब काफी विवाद हुआ था. कथित रूप से चिराग पासवान का सारा सामान बाहर फेंक दिया गया था.

रालोजपा का पार्टी कार्यालय.
रालोजपा का पार्टी कार्यालय. (ETV Bharat.)

चिराग के अच्छे दिनः लोकसभा चुनाव 2024 के सीट बंटवारे में NDA ने चिराग पासवान को 5 सीट दिया. केंद्र में मंत्री रहने के बावजूद पांच सांसदों वाली आरएलजेपी को एक भी सीट नहीं दी गई. 2024 के चुनाव में लोजपा रामविलास के सभी पांचों प्रत्याशियों ने जीत हासिल की. पशुपति कुमार पारस राजनीति में हाशिये पर चले गए.

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