जमुईः चिराग पासवान की पार्टी लोजपाआर में टिकट बंटवारे से नाराज पूर्व विधायक सतीश कुमार उनके उम्मीदवारों को हराने के लिए इंडिया ब्लाक के उम्मीदवारों के लिए प्रचार प्रसार कर रहे हैं. इसी क्रम में पूर्व विधायक सतीश कुमार सोमवार को जमुई में थे. जमुई में राजद प्रत्याशी अर्चना रविदास के पक्ष में प्रचार कर रहे हैं. इस दौरान सतीश कुमार ने अपने पुराने साथी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राजनीति से संन्यास लेने की सलाह दी.
"नीतीश कुमार को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए. अब वो राजनीति करने के लायक नहीं. पलटीमार आदमी हैं. नीति सिद्धांत की बात नहीं करते. कुर्सी पर टिक कर रहने के लिए कुछ भी अनाप-शनाप बोलते हैं. विधानसभा में कभी मांझी को तो कभी विजय सिन्हा को तो कभी तेजस्वी को तुम-ताम करते हैं. महिलाओं के बारे में ऐसा बोल दिया कि पूरा बिहार शर्मसार हो गया."- सतीश कुमार, पूर्व विधायक
नीतीश को दी सलाहः बता दें कि 12 फरवरी 1994 को पटना में जो कुर्मी चेतना रैली हुई थी, जिसके बाद नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हुआ था उसके प्रमुख कर्ताधर्ता सतीश कुमार ही थे. पूर्व विधायक सतीश कुमार ने नीतीश कुमार की वर्तमान हालत पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि अभी वे जमुई आए थे. नवादा भी गये थे. मोदी जी के साथ मंच साझा कर रहे थे तो उनका बोली लड़खड़ा रही थी. अब वो राजनीति करने लायक नहीं रह गए हैं. उनको राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए.
कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कियाः पूर्व विधायक ने चिराग पासवान पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट नारे से प्रभावित होकर में साथ दिया था. पार्टी के लोगों ने कड़ी मेहनत की. जनाधार बढ़ा और चिराग पासवान का चेहरा चमकदार बना. चिराग के बढ़ते जनाधार को देखकर मोदी-शाह को झुकना पड़ा. एक सीट भी नहीं थी लेकिन पांच सीट देना पड़ा. ऐसे में पार्टी के सहयोगियों कार्यकाओं को उम्मीद थी कि उन्हें आगे बढ़ाया जाएगा, लेकिन जब लोजपा में टिकट का बंटवारा हुआ तो मनमानी झलकने लगा. हमारे जैसे लोगों को नजरअंदाज किया गया.
परिवारवाद के खिलाफ मोदी पर तंजः चिराग पासवान ने अपने बहनोई अरुण भारती को जमुई से टिकट दिया. इस पर सतीश कुमार ने पीएम मोदी के परिवारवाद पर भी तंज कसा. कहा कि मोदी जी परिवारवाद के खिलाफ हैं. उन्हें केवल विपक्षी पार्टियों में परिवारवाद दिखता है. जो सहयोगी हैं उनका परिवारवाद नहीं दिखता है. अशोक चौधरी की बेटी को टिकट दिये जाने पर उन्होंने कहा कि जिसने इनके साथ दगाबाजी की उनको टिकट दे दिया. कहा कि अशोक चौधरी वहीं हैं, जिनकी लोजपा तोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका थी. लोजपा के एकमात्र विधायक को तोड़कर जदयू में मिलाने वाला शख्स भी अशोक चौधरी ही हैं.
चिराग के उम्मीदवारों को हराने का निर्णयः सतीश कुमार लोजपाआर के राष्ट्रीय महासचिव थे. पार्टी में टिकट बंटवारे से असंतुष्ट होकर तीन अप्रैल को इस्तीफा दे दिया था. उनके साथ पूर्व सांसद रेणु कुशवाहा और बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया था. तब उन्होंने चिराग पासवान पर पुराने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करने और पैसे लेकर टिकट देने के आरोप लगाये थे. इन नेताओं ने कहा था कि समस्तीपुर, खगड़िया, वैशाली, जमुई, सीट पर जो नए प्रत्याशी को उतारे हैं उनसे चिराग पासवान ने मोटी रकम ले रखी है. उन सभी प्रत्याशियों को हराने के लिए हम जनता के बीच जाएंगे और चिराग पासवान के नीतियों का भंडाफोड़ करेंगे.
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