ETV Bharat / state

Rajasthan: NEET UG 2025 : JEE MAIN के बाद बदलेगा नीट यूजी का भी एग्जाम पैटर्न!, यहां भी कैंडिडेट को मिलती है बी सेक्शन में चॉइस

JEE MAIN के बाद बदलेगा नीट यूजी का भी एग्जाम पैटर्न. यहां भी कैंडिडेट को मिलती है बी सेक्शन में चॉइस.

NEET UG 2025
बदलेगा नीट यूजी का भी एग्जाम पैटर्न... (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 18, 2024, 3:23 PM IST

कोटा: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE MAIN 2025) के संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर परीक्षा के आयोजन की सूचना दी है. साथ ही एग्जाम के पैटर्न को बदलने की भी घोषणा की है. जिस पैटर्न को बदला जा रहा है, उसी तरह से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG 2025) को भी आयोजित करती है. ऐसे में अब असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि JEE MAIN 2025 में क्या मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट यूजी का भी परीक्षा पैटर्न बदलेगा ?

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में करीब 24 लाख कैंडिडेट रजिस्ट्रेशन करवाते हैं. ये सभी अब पेपर-पैटर्न को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. असमंजस का कारण है कि हाल ही में एनटीए ने कोविड-19 की समाप्ति का हवाला देते हुए इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन 2025 के प्रश्नपत्र में विकल्पों को सुविधा को समाप्त कर दिया गया है. ऐसे में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 के प्रश्न पत्र के विकल्पों को भी समाप्त किए जाने की संभावना है.

क्या अब पूछे जाएंगे केवल 180 प्रश्न ? : देव शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में नीट यूजी के प्रश्न पत्र के पैटर्न में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी चारों विषयों के प्रश्न पत्र 2-सेक्शन में बंटे होते हैं. सेक्शन ए में 35 प्रश्न पूछे जाते हैं. ये सभी प्रश्न करने होते हैं, जबकि सेक्शन बी में 15 प्रश्न पूछे जाते हैं. इनमें कोई 10 प्रश्न करने होते है. ऐसी स्थिति में पूरे प्रश्नपत्र की बात की जाए तो 200 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनमें 180 प्रश्न करना होता है.

देव शर्मा ने बताया कि एनटीए कोरोना के पहले की स्थिति स्थापित करना चाहती है, जैसा कि जेईई-मेन में किया गया है तो सेक्शन-बी के विकल्प समाप्त कर दिए जाएंगे. ऐसी स्थिति में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी प्रत्येक विषय के प्रश्नपत्र के सेक्शन बी में 10-प्रश्न होंगे. सभी प्रश्नों को करने होंगे. ऐसे में पेपर में 180-प्रश्न पूछे जाएंगे.

बदलाव से भी कोटा के कैंडिडेट को होगा फायदा : देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न पत्र पैटर्न में बदलाव से जुड़ा निर्णय लाखो को प्रभावित करने वाला है. ऐसी स्थिति में भारत सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को जल्द क्लियर करनी होगी. देव शर्मा ने बताया कि पेपर पेटर्न बदल जाने की स्थिति में कोचिंग संस्थानों को भी नए परीक्षा पैटर्न के आधार पर प्रश्न पत्र तैयार करने होंगे. कोटा कोचिंग संस्थान इस बदलाव के लिए तैयार है, क्योंकि कोटा कोचिंग सिस्टम की सबसे बड़ी खूबी ही बदलाव नवाचारों को समाहित कर बेहतरीन शिक्षा देना है.

परफेक्ट स्कोर होगा मुश्किल, कटऑफ भी कम होगी : देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न पत्र में विकल्प होने के कारण कैंडिडेट गलती किए जाने की या किसी प्रश्न को छोड़ देने कि संभावना कम हो जाती थी. हालांकि, विकल्प नहीं होने पर कैंडिडेट गलती भी करेंगे और कुछ प्रश्नों को छोड़ेंगे भी. ऐसी स्थिति में 720 में 720 का परफेक्ट स्कोर हासिल किए जाने की संभावना में भी कमी आएगी.

कैंडिडेट का अर्जित उच्चतम स्कोर भी कम होगा. देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट की कटऑफ 50 परसेंटाइल व आरक्षित वर्ग में 45 परसेंटाइल होता है. उच्चतम स्कोर कम होने पर 50 व 40 परसेंटाइल कटऑफ में भी कमी आएगी. देव शर्मा ने यह भी बताया कि 'टाई' भी कम होंगे व टाई-ब्रेकिंग में समस्या नहीं होगी.

इन्हें भी पढ़ें :

NEET UG 2024 : एमबीबीएस काउंसलिंग में बड़ा अपडेट, पहली बार कैंडिडेट को दी गई यह सुविधा

NEET UG 2024: सेंट्रल काउंसलिंग की थर्ड राउंड में 24842 पर मिली सरकारी MBBS सीट, 8765 पर AIIMS

NEET UG 2024: राजस्थान की काउंसलिंग के तीसरे राउंड में महज 36 MBBS सरकारी सीट

NEET UG 2024: तीसरे राउंड की काउंसलिंग में 2560 सरकारी MBBS सीटों पर मिलेगा एडमिशन

कोटा: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने जॉइंट एंट्रेंस एग्जाम (JEE MAIN 2025) के संबंध में नोटिफिकेशन जारी कर परीक्षा के आयोजन की सूचना दी है. साथ ही एग्जाम के पैटर्न को बदलने की भी घोषणा की है. जिस पैटर्न को बदला जा रहा है, उसी तरह से नेशनल टेस्टिंग एजेंसी देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG 2025) को भी आयोजित करती है. ऐसे में अब असमंजस की स्थिति बनी हुई है कि JEE MAIN 2025 में क्या मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट यूजी का भी परीक्षा पैटर्न बदलेगा ?

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में करीब 24 लाख कैंडिडेट रजिस्ट्रेशन करवाते हैं. ये सभी अब पेपर-पैटर्न को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. असमंजस का कारण है कि हाल ही में एनटीए ने कोविड-19 की समाप्ति का हवाला देते हुए इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-मेन 2025 के प्रश्नपत्र में विकल्पों को सुविधा को समाप्त कर दिया गया है. ऐसे में मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी 2025 के प्रश्न पत्र के विकल्पों को भी समाप्त किए जाने की संभावना है.

क्या अब पूछे जाएंगे केवल 180 प्रश्न ? : देव शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में नीट यूजी के प्रश्न पत्र के पैटर्न में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी चारों विषयों के प्रश्न पत्र 2-सेक्शन में बंटे होते हैं. सेक्शन ए में 35 प्रश्न पूछे जाते हैं. ये सभी प्रश्न करने होते हैं, जबकि सेक्शन बी में 15 प्रश्न पूछे जाते हैं. इनमें कोई 10 प्रश्न करने होते है. ऐसी स्थिति में पूरे प्रश्नपत्र की बात की जाए तो 200 प्रश्न पूछे जाते हैं, जिनमें 180 प्रश्न करना होता है.

देव शर्मा ने बताया कि एनटीए कोरोना के पहले की स्थिति स्थापित करना चाहती है, जैसा कि जेईई-मेन में किया गया है तो सेक्शन-बी के विकल्प समाप्त कर दिए जाएंगे. ऐसी स्थिति में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बॉटनी व जूलॉजी प्रत्येक विषय के प्रश्नपत्र के सेक्शन बी में 10-प्रश्न होंगे. सभी प्रश्नों को करने होंगे. ऐसे में पेपर में 180-प्रश्न पूछे जाएंगे.

बदलाव से भी कोटा के कैंडिडेट को होगा फायदा : देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न पत्र पैटर्न में बदलाव से जुड़ा निर्णय लाखो को प्रभावित करने वाला है. ऐसी स्थिति में भारत सरकार के उच्च शिक्षा मंत्रालय और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय को जल्द क्लियर करनी होगी. देव शर्मा ने बताया कि पेपर पेटर्न बदल जाने की स्थिति में कोचिंग संस्थानों को भी नए परीक्षा पैटर्न के आधार पर प्रश्न पत्र तैयार करने होंगे. कोटा कोचिंग संस्थान इस बदलाव के लिए तैयार है, क्योंकि कोटा कोचिंग सिस्टम की सबसे बड़ी खूबी ही बदलाव नवाचारों को समाहित कर बेहतरीन शिक्षा देना है.

परफेक्ट स्कोर होगा मुश्किल, कटऑफ भी कम होगी : देव शर्मा ने बताया कि प्रश्न पत्र में विकल्प होने के कारण कैंडिडेट गलती किए जाने की या किसी प्रश्न को छोड़ देने कि संभावना कम हो जाती थी. हालांकि, विकल्प नहीं होने पर कैंडिडेट गलती भी करेंगे और कुछ प्रश्नों को छोड़ेंगे भी. ऐसी स्थिति में 720 में 720 का परफेक्ट स्कोर हासिल किए जाने की संभावना में भी कमी आएगी.

कैंडिडेट का अर्जित उच्चतम स्कोर भी कम होगा. देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी में जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट की कटऑफ 50 परसेंटाइल व आरक्षित वर्ग में 45 परसेंटाइल होता है. उच्चतम स्कोर कम होने पर 50 व 40 परसेंटाइल कटऑफ में भी कमी आएगी. देव शर्मा ने यह भी बताया कि 'टाई' भी कम होंगे व टाई-ब्रेकिंग में समस्या नहीं होगी.

इन्हें भी पढ़ें :

NEET UG 2024 : एमबीबीएस काउंसलिंग में बड़ा अपडेट, पहली बार कैंडिडेट को दी गई यह सुविधा

NEET UG 2024: सेंट्रल काउंसलिंग की थर्ड राउंड में 24842 पर मिली सरकारी MBBS सीट, 8765 पर AIIMS

NEET UG 2024: राजस्थान की काउंसलिंग के तीसरे राउंड में महज 36 MBBS सरकारी सीट

NEET UG 2024: तीसरे राउंड की काउंसलिंग में 2560 सरकारी MBBS सीटों पर मिलेगा एडमिशन

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.