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NEET UG 2024: आयुष कोर्स में 17 फीसदी अंक लाने वाले कैंडिडेट को भी मिलेगा प्रवेश - PERCENTILE FOR BAMS

एनसीआईएसम ने बीएएमएस कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल को सभी वर्गों के लिए 15 फीसदी से कम कर दिया है.

Percentile for BAMS
बीएएमएस में प्रवेश के लिए परसेंटाइल (ETV Bharat Kota)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Nov 20, 2024, 4:31 PM IST

कोटा: भारतीय चिकित्सा पद्धतियों पर आधारित आयुष अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में नीट यूजी के जरिए ही प्रवेश मिलता है, लेकिन कैंडीडेट्स की रुचि ज्यादातर एमबीबीएस ऐडमिशन में ही रहती है. शेष आयुष कोर्सेज में कैंडिडेट रुचि नहीं रखते हैं और इसका असर देखने को मिल रहा है कि उनमें प्रवेश लेने वाले कैंडिडेट्स को काफी नीचे लिखे कट ऑफ में भी एडमिशन मिल रहे हैं.

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का मानना है कि होम्योपैथी, यूनानी व सिद्धा ही नहीं आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के अंडरग्रेजुएट कोर्स भी दुर्दशा के शिकार हो रहे हैं. बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS) में प्रवेश को लेकर भी कैंडिडेट का रुझान कमजोर है. आज की स्थिति के अनुसार आयुष मंत्रालय-भारत सरकार के अधीन कार्यरत नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (NCISM) ने बीएएमएस कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल को सभी वर्गों के लिए 15 फीसदी से कम कर दिया है. ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि नए पात्र कैंडिडेट जुड़ें व संख्या में वृद्धि हो सके. जिससे कि बीएएमएस की खाली सीटों पर प्रवेश हो सके.

पढ़ें: Rajasthan: NEET UG 2024 : आयुष कोर्सेज में नहीं टॉपर्स का रुझान, टॉप 50 हजार AIR में महज 638 कैंडिडेट ने किया आवेदन

प्रवेश पात्रता का न्यूनतम परसेंटाइल अब क्या?: देव शर्मा ने बताया कि बीएएमएस में प्रवेश के लिए जनरल व ईडब्ल्यूएस कैटेगरी की न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल 50 फीसदी थी, जिसे अब 15 फीसदी कम किया गया है. यह घटकर 35 फीसदी कर दी गई है. इसी प्रकार ओबीसी-एनसीएल, एससी व एसटी कैटेगरी के लिए न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल अब 40 फीसदी से 25 फीसदी रह गई है. देव शर्मा ने बताया कि कमीशन ने यह कदम विवशता में उठाया है. जिसमें आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की शैक्षणिक गुणवत्ता के साथ एक बड़ा समझौता है.

पढ़ें: आयुष काउंसलिंग के पहले राउंड में BAMS, BHMS, BUMS और BSMS में ये रही क्लोजिंग रैंक - Ayush Counseling 2024

घटी हुई परसेंटाइल से संबंधित अंकों की घोषणा नहीं: आयुष एडमिशन सेंट्रल काउंसलिंग कमेटी (AACCC) ने 18 नवंबर को जारी किए नोटिफिकेशन में आयुष अंडरग्रेजुएट कोर्स आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी व सिद्धा के लिए न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल घटाने की जानकारी दी है. लेकिन नई घोषित पात्रता परसेंटाइल से संबंधित अंको की सूचना नहीं दी गई है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी 2024 का रि-रिवाइज्ड परीक्षा परिणाम जारी करते समय दी गई सूचना के अनुसार न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल से में जनरल व ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में 50 परसेंटाइल पर 162 अंक थे.

पढ़ें: NEET UG 2024: कैंडिडेट के बढ़े एवरेज मार्क्स, 3 साल में क्वालिफाइड के औसत अंक 25 फीसदी बढ़े

इसी तरह से ओबीसी-एनसीएल, एससी व एसटी केटेगरी में 40 परसेंटाइल पर 127 अंक थे. जबकि कम की गई परसेंटाइल के आधार पर सभी केटेगरी में 720 में से 125 से भी कम अंक लाने वाले कैंडिडेट को भी काउंसलिंग में मौका मिलेगा. यानी कि महज 17 फीसदी स्कोर करने वाले कैंडिडेट भी बीएएमएस व अन्य अंडरग्रेजुएट आयुष कोर्स में आयुष सेंट्रल व स्टेट-काउंसलिंग के तहत प्रवेश के पात्र होंगे. इसके लिए काउंसलिंग का नया शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा.

कोटा: भारतीय चिकित्सा पद्धतियों पर आधारित आयुष अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में नीट यूजी के जरिए ही प्रवेश मिलता है, लेकिन कैंडीडेट्स की रुचि ज्यादातर एमबीबीएस ऐडमिशन में ही रहती है. शेष आयुष कोर्सेज में कैंडिडेट रुचि नहीं रखते हैं और इसका असर देखने को मिल रहा है कि उनमें प्रवेश लेने वाले कैंडिडेट्स को काफी नीचे लिखे कट ऑफ में भी एडमिशन मिल रहे हैं.

एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का मानना है कि होम्योपैथी, यूनानी व सिद्धा ही नहीं आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के अंडरग्रेजुएट कोर्स भी दुर्दशा के शिकार हो रहे हैं. बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (BAMS) में प्रवेश को लेकर भी कैंडिडेट का रुझान कमजोर है. आज की स्थिति के अनुसार आयुष मंत्रालय-भारत सरकार के अधीन कार्यरत नेशनल कमीशन फॉर इंडियन सिस्टम ऑफ मेडिसिन (NCISM) ने बीएएमएस कोर्स में प्रवेश के लिए न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल को सभी वर्गों के लिए 15 फीसदी से कम कर दिया है. ऐसा इसलिए किया गया है, ताकि नए पात्र कैंडिडेट जुड़ें व संख्या में वृद्धि हो सके. जिससे कि बीएएमएस की खाली सीटों पर प्रवेश हो सके.

पढ़ें: Rajasthan: NEET UG 2024 : आयुष कोर्सेज में नहीं टॉपर्स का रुझान, टॉप 50 हजार AIR में महज 638 कैंडिडेट ने किया आवेदन

प्रवेश पात्रता का न्यूनतम परसेंटाइल अब क्या?: देव शर्मा ने बताया कि बीएएमएस में प्रवेश के लिए जनरल व ईडब्ल्यूएस कैटेगरी की न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल 50 फीसदी थी, जिसे अब 15 फीसदी कम किया गया है. यह घटकर 35 फीसदी कर दी गई है. इसी प्रकार ओबीसी-एनसीएल, एससी व एसटी कैटेगरी के लिए न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल अब 40 फीसदी से 25 फीसदी रह गई है. देव शर्मा ने बताया कि कमीशन ने यह कदम विवशता में उठाया है. जिसमें आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की शैक्षणिक गुणवत्ता के साथ एक बड़ा समझौता है.

पढ़ें: आयुष काउंसलिंग के पहले राउंड में BAMS, BHMS, BUMS और BSMS में ये रही क्लोजिंग रैंक - Ayush Counseling 2024

घटी हुई परसेंटाइल से संबंधित अंकों की घोषणा नहीं: आयुष एडमिशन सेंट्रल काउंसलिंग कमेटी (AACCC) ने 18 नवंबर को जारी किए नोटिफिकेशन में आयुष अंडरग्रेजुएट कोर्स आयुर्वेद, होम्योपैथी, यूनानी व सिद्धा के लिए न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल घटाने की जानकारी दी है. लेकिन नई घोषित पात्रता परसेंटाइल से संबंधित अंको की सूचना नहीं दी गई है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट यूजी 2024 का रि-रिवाइज्ड परीक्षा परिणाम जारी करते समय दी गई सूचना के अनुसार न्यूनतम पात्रता परसेंटाइल से में जनरल व ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में 50 परसेंटाइल पर 162 अंक थे.

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इसी तरह से ओबीसी-एनसीएल, एससी व एसटी केटेगरी में 40 परसेंटाइल पर 127 अंक थे. जबकि कम की गई परसेंटाइल के आधार पर सभी केटेगरी में 720 में से 125 से भी कम अंक लाने वाले कैंडिडेट को भी काउंसलिंग में मौका मिलेगा. यानी कि महज 17 फीसदी स्कोर करने वाले कैंडिडेट भी बीएएमएस व अन्य अंडरग्रेजुएट आयुष कोर्स में आयुष सेंट्रल व स्टेट-काउंसलिंग के तहत प्रवेश के पात्र होंगे. इसके लिए काउंसलिंग का नया शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा.

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