शिमला: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों सुक्खू सरकार पर राजनीतिक संकट गहरा रहा है. हालांकि, इसको लेकर कांग्रेस का दावा है कि प्रदेश सरकार में सब कुछ ठीक है. वहीं, सत्ता पक्ष और विपक्षी नेता एक दूसरे पर निशाना साधा रहे हैं. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने बीजेपी पर जमकर निशाना साधा है. उन्होंने हिमाचल में पैदा हुए सियासी घटनाक्रम के लिए भाजपा को जिम्मेदार बताया है.
हिमाचल प्रदेश में भले मौसम सर्द हो, लेकिन प्रदेश में सियासी पारा काफी गरम है. सूक्खु सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं. बीते 2 दिन से मंत्री विक्रमादित्य सिंह के बागियों से मिलने और दिल्ली दौरे को लेकर सियासत गरमाई है. भाजपा जहां एक तरफ इस घटनाक्रम के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रही है. वहीं, कांग्रेस ने भाजपा पर सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप लगाए हैं.
कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष और सीएम के मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने भाजपा पर जमकर प्रहार किया है. उन्होंने कहा, "हिमाचल प्रदेश में हुए घटनाक्रम के लिए भाजपा पूरी तरह से जिम्मेदार है. कांग्रेस सरकार को 1 साल पहले प्रदेश की जनता ने जनादेश दिया था. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा के 25 और कांग्रेस के 40 विधायक जीते".
नरेश चौहान ने कहा, "भाजपा को लोकतंत्र का सम्मान करना चाहिए, लेकिन भाजपा ने जो सरकार गिराने का देश मे मॉडल चलाया है. उसी के तहत हिमाचल में भी सरकार गिराने की कोशिश की गई, लेकिन वो नाकाम रहे. भाजपा द्वारा हिमाचल में कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई, लेकिन 34 विधायक पूरी तरह से सरकार के साथ खड़े हैं और एकजुट हैं".
नरेश चौहान ने कहा, "भाजपा का मॉडल हिमाचल में फेल हो गया है. प्रदेश में सरकार स्थिर है. सभी विधायकों की आस्था कांग्रेस में है और भाजपा 34 विधायकों को नहीं खरीद सकती है. भाजपा द्वारा 6 बागी विधायकों को हेलीकॉप्टर में लाया ओर ले जाया गया. उन्हें पंचकूला में होटल में रखा गया है".
वहीं, बागी विधायकों पर भी नरेश चौहान ने निशाना साधा. उन्होंने कहा, "यह विधायक पार्टी को छोड़ अपने फायदे के लिए भाजपा में गए हैं. अब इल्जाम कांग्रेस पर लगाना कर अपनी हरकत को छुपाना चाह रहे हैं. खास कर राजेंद्र राणा खुद अपने आप को देख लें. इससे पहले वे कहा थे और अब क्या कर रहे हैं? इन सब की असलियत को कांग्रेस जनता के बीच ले लेकर जाएगी".
ये भी पढ़ें: 'अल्पमत में है सुक्खू सरकार, डूबती नैया बचाने के लिए सीएम विधायकों को बांट रहे रेवड़ियां'