सहारनपुर : आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद के बयान को लेकर साधु संतों ने कड़ा एतराज जताया है. उन्होंने कहा कि उनको धर्म का ज्ञान नहीं है. गंगा स्नान करने से मन, तन सब पवित्र होता है. इस तरह के बयान से समाज में बड़ी निंदा होगी. इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए. अपना बयान वापस लें.
दरअसल, भीम आर्मी के संस्थापक और आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा नगीना सीट से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने महाकुंभ को लेकर बयान दिया था. जिसके बाद उनके बयान पर धर्मगुरुओं ने कड़ी आपत्ति जताई है. बयान को लेकर सिद्ध पीठ मां शाकंभरी देवी मंदिर परिसर में स्थित शंकराचार्य आश्रम के प्रभारी व अखिल भारतीय संत संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष भैरव तंत्राचार्य संत सहजानंद जी महाराज ने प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर आजाद को धर्म का ज्ञान नहीं है. उन्होंने कहा कि त्रिवेणी में आयोजित कुंभ में ऋषि मुनि, देवता, नर, किन्नर सभी आते हैं और स्नान करते हैं, क्या वे सभी पापी हैं? उन्होंने कहा कि सांसद को सनातन धर्म का ज्ञान नहीं है. गंगा स्नान करने से मन तन सब पवित्र होता है. उन्होंने कहा कि इस तरह के बयान से समाज में वैमनस्यता फैलेगी, हम इस बयान की घोर निंदा करते हैं और सर्वसमाज के लोग भी इस बयान की निंदा करें. सरकार द्वारा महाकुंभ को लेकर की जा रही तैयारियों को उन्होंने जमकर सराहा.
सनातन संस्कृति उत्थान समिति के अध्यक्ष पंडित संजय प्रपन्नाचार्य ने कहा कि तीर्थ पर जाने वाले लोग पुण्य अर्जन के लिए जाते हैं, चाहे वह हज हो या महाकुंभ और अनजाने में हुए पापों का प्रायश्चित करते हैं. चंद्रशेखर केवल वोट की राजनीति के लिए इस तरह का बयान दे रहे हैं.
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