जोधपुर: नगर निगम उत्तर और व्यापारियों के बीच लगातार किसी न किसी मामले को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है. हाल ही में यूडी टैक्स को लेकर व्यापारियों ने नगर निगम की कार्रवाई और नोटिस को लेकर विरोध जताया था. मंगलवार को एक बार फिर नई सड़क के व्यापारी और नगर निगम के कर्मचारी आमने-सामने हो गए. नगर निगम ने सभी दुकानों में फायर सेफ्टी के उपकरण लगाने की अनिवार्यता लागू कर दी.
इसे लेकर सोमवार को नई सड़क और पावटा क्षेत्र में पालन नहीं करने वाले प्रतिष्ठानों को सीज किया गया. व्यापारी इसके विरोध में सड़क पर उतर आए. नगर निगम के फायर सेफ्टी ऑफिसर का घेराव किया. मामला इतना बढ़ गया कि मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी. व्यापारियों ने नई सड़क का पूरा बाजार बंद करवा दिया. व्यापारियों ने आरोप लगाया कि नगर निगम के कर्मचारियों ने दुकानों से ग्राहकों को धक्का देकर बाहर निकाला. उसके बाद दुकान सीज की. इसे व्यापारी बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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नई सड़क व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन सोनी ने कहा कि हम नगर निगम के लाइसेंस लेने के लिए तैयार हैं, लेकिन निगम के अधिकारी कहते हैं कि इस प्रक्रिया में दो से तीन महीने का समय लगेगा. तब तक हम अपनी दुकानें बंद कैसे रख सकते हैं?. नगर निगम ने अगर अपना तरीका नहीं सुधरा तो जोधपुर व्यापार संघ की ओर से बुधवार से जोधपुर बंद किया जाएगा. सोनी ने आरोप लगाया कि शहर में 50 हजार दुकानें हैं. नगर निगम पूरे 1 साल में भी इन सबको लाइसेंस नहीं दे सकता. निगम के पास भी मशीनरी नहीं है. नई सड़क बंद करवाने के बाद व्यापारियों की एक बैठक हुई, जिसमें सभी ने निर्णय लिया कि यदि नगर निगम ने अपना रवैया नहीं सुधरा तो जोधपुर के व्यापारियों को एकजुट होकर बंद का ऐलान करना होगा.