जबलपुर। इस साल की तेज गर्मी का असर नेतागिरी के तरीकों पर भी पड़ा है. कभी रैलियों व प्रदर्शनों में भाषण देने वाले नेता अब प्रकृति से जुड़े काम कर रहे हैं. कोई खुद जेसीबी चलाकर तालाब साफ कर रहा है तो कोई शहर में 13 लाख पौधे लगवा रहा है. वहीं छोटे नेता भी छोटी नदी-तालाबों को साफ करने में जुटे हैं.अब नेताओं की यह कोशिश सचमुच में कोई परिवर्तन लाएगी या फिर यह केवल नेतागिरी बनकर रह जाएगी यह देखना होगा.
सीएम मोहन यादव ने किया अभियान का शुभारंभ
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जबलपुर में एक तालाब को साफ करने का अभियान शुरू किया था. अभियान के शुरू होने के बाद भारतीय जनता पार्टी के तमाम छोटे-बड़े नेता खासतौर पर विधायक अपने क्षेत्रों में जल स्रोतों को बचाने में लग गए हैं. सोमवार को जबलपुर के माढोताल क्षेत्र में तालाब की सफाई हुई तो स्थानीय विधायक अभिलाष पांडे खुद जेसीबी लेकर तालाब की सफाई में उतर गए. पहले उन्होंने श्रमदान किया और बाद में खुद जेसीबी चलाकर मिट्टी खोदने लगे. जबलपुर का यह तालाब आईएसबीटी के ठीक बाजू में है और लगभग 100 एकड़ के तालाब में गंदगी की वजह से पानी पूरी तरह समाप्त हो गया है.
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शहर में 13 लाख पौधे लगाने का अभियान
वहीं, दूसरी तरफ जबलपुर नगर निगम के महापौर जगत बहादुर सिंह अनु प्रकृति को बचाने की दूसरी कोशिश कर रहे हैं. जबलपुर में 13 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य लेकर काम शुरू कर रहे हैं और इसके लिए बड़ी चाक चौबंद व्यवस्था की जा रही है. जिसमें गड्ढे खोदने के लिए मशीन लगाई गई हैं. 125 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में पौधारोपण का अभियान शुरू किया गया है. पौधों की नियमित देखभाल हो, इसके लिए सीसीटीवी भी लगाए जा रहे हैं. जबलपुर की आबोहवा को सुधारने के लिए नेताओं के यह प्रयास कितना रंग लेंगे यह तो आने वाला वक्त बताएगा क्योंकि ऐसी कोशिश है इसके पहले भी होती रही हैं और यह केवल राजनीतिक कार्यक्रम बनाकर ही रह जाती हैं.