गोपालगंज: बिहार के लोगों को एक और एयरपोर्ट की सौगात मिलने जा रही है. गोपालगंज के हथुआ प्रखंड के सबेया में हवाई अड्डा बनाने की नींव रखी जा चुकी है, जिससे स्थानीय लोगों में काफी खुशी है. जेडीयू सांसद डॉ आलोक कुमार सुमन ने विधिवत पूजा कर हवाई अड्डा के बाउंड्री वॉल के लिए पिलर का शिलान्यास किया.
गोपालगंज एयरपोर्ट की रखी गई नींव: वर्षों से उपेक्षित जिले के सबेया हवाई अड्डा के बाउंड्री वॉल के पिलर का शिलान्यास होने से लोगों में उम्मीद जगी है. बताया जा रहा है कि सब कुछ ठीक रहा, तो अगले वित्तीय वर्ष में काम शुरू हो जाएगा. यहां से बड़े शहरों के लिए विमान सेवा उपलब्ध कराने की तैयारी हो रही है. दरअसल सांसद बनते ही डॉ आलोक कुमार सुमन ने इस मुद्दे को उठाया था, जिसके बाद सरकार ने उड़ान योजना के अंतर्गत इसे शामिल करने की मंजूरी दी.
वर्षों का इंतजार होगा पूरा: जेडीयू सांसद सह राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष डॉ आलोक कुमार सुमन ने अपने मद से खाली पड़े एयरपोर्ट की जमीन पर काम कराने के लिए शिलान्यास किया है. उन्होंने वैदिक मंत्रोचार के साथ पूजा अर्चना कर बाउंड्री के लिए पिलरिंग का काम की शुरुआत की. बता दें कि पांच सौ सतरह एकड़ में फैले इस हवाई अड्डा का निर्माण द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1868 ई में किया गया था, जो लंबे समय से उपेक्षित था.
30 लाख रुपए की लागत से बनेगा पिलर: सांसद आलोक कुमार सुमन ने बताया कि एयरपोर्ट का पूरा बाउंड्री वॉल बनाने में करोड़ों खर्च है, जिसमें तत्काल केंद्र सरकार सक्षम नहीं थी. जिस वजह से उन्होंने सांसद मद से 30 लाख रुपए देकर बाउंड्री वॉल के पिलर को बनवा रहे हैं. कुल 700 पिलर बनाएं जाएंगे, कंपलीट बाउंड्री के लिए केंद्र सरकार को फाइल भेजी गयी है. वहां बात बनने पर आगे का निर्माण कार्य भी किया जाएगा.
"रक्षा मंत्रालय की ओर से हवाई अड्डा को चालू करने के लिए सकारात्मक पहल की जा रही है. केंद्रीय रक्षा मंत्री की ओर से आश्वासन भी दिया गया है. केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण ‘उड़ान' योजना में इस एयरपोर्ट को शामिल किया गया है. पिलरिंग के बाद बाउंड्री होगी, इसके बाद विमान कंपनियां एयरपोर्ट के लिए बोली लगाएगी. फिलहाल यह एयरपोर्ट की जमीन रक्षा मंत्रालय दानापुर के अधीन है."- डॉ आलोक कुमार सुमन, सांसद, जेडीयू
बिहार की राजनीतिक स्थिति पर सांसद ने क्या कहा? सासंद आलोक कुमार सुमन ने बिहार की वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति पर कहा, 'देश और राज्य के विकास के लिए बहुच चीज थोड़ी देर के लिए भूल जाना पड़ता है. समय के साथ गठबंधन बनता है, और गठबंधन बदलता भी है. लेकिन मैं अभी इसपर कुछ नहीं कहूंगा, ये हमारा शिर्ष नेतृत्व ही तय करेगा. हम लोग चाहेंगे की सत्ता कायम रहे.'
पढ़ें: दरभंगा से दिल्ली आ रही स्पाइसजेट की फ्लाइट को बम से उड़ाने की कॉल, एयरपोर्ट पर हाई अलर्ट