मुरैना। अग्रवाल महासभा के मुख्य संरक्षक रमेश गर्ग ने पत्रकार वार्ता में कहा "नेशनल हाइवे और रेलवे लाइन का सेंटर पॉइंट होने के बावजूद विकास के मामले में मुरैना शहर काफी पिछड़ा हुआ है. जंगल एवं पहाड़ी एरिया में बसा होने के बावजूद ग्वालियर शहर का चहुंमुखी विकास हो रहा है. आज ग्वालियर में राष्ट्रीय स्तर का एयरपोर्ट बनाया जा रहा है, उसका सर्वे पहले मुरैना में किया गया था. यही नहीं कृषि के क्षेत्र में भी अग्रणी होने पर कृषि अनुसंधान तथा प्रयोगशालाएं मुरैना में स्थापित न होकर ग्वालियर में बनाई गईं. यह सब हमारे नेताओं की कमजोरी की वजह से हुआ है."
केंद्रीय मंत्री सिंधिया पर वादाखिलाफी का आरोप
अग्रवाल ने कहा "हमने जिस विश्वास के साथ विधायक व सांसदों को चुनकर भोपाल व दिल्ली तक पहुंचाया, उन्होंने उतनी ईमानदारी दिखाई होती तो आज हमारा मुरैना भी ग्वालियर की तरह महानगरों की कतार में होता. उन्होंने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर मौकापरस्त होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वर्ष 2018 के विधानसभा चुनाव में सिंधिया मदद मांगने के लिए मेरे पास आये थे. उन्होंने उस समय मुरैना की सिर्फ 4 सीटों पर व्यापारी वर्ग का सहयोग मांगा था, लेकिन हमने जिले की सभी सीटों पर सहयोग करते हुए सभी 6 की 6 सीटें जितवाईं. इस पर सिंधिया ने खुश होकर मुझे लोकसभा का टिकट दिलवाने की बात कही थी. उनका आश्वासन मिलने पर मैंने टिकट भी मांगा, पर ऐन वक्त पर सिंधिया रामनिवास रावत को टिकट दिलवाने पर अड़ गए."
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अब किसी नेता का पिट्ठू नहीं बनना
उन्होंने वर्तमान राजनीति पर लांछन लगाते हुए कहा "वैसे तो अच्छे लोग राजनीति में आना नहीं चाहते और यदि वे आना भी चाहे तो पार्टी ऐसे लोगों को टिकट नहीं देती. गर्ग ने पार्टी फंड की बात करते हुए कहा कि कोई भी चुनाव व्यापारियों की मदद के बिना सम्पन्न नहीं होता. चुनाव से पहले सभी पार्टियों के नेता चंदा मांगने के लिए हाथ मे कटोरा लेकर व्यापारियों के पास ही आते हैं. जब विकास की बात आती है तो कल्टी मार जाते हैं. बहुत दियाया नेताओं को चंदा और खूब बन लिये उनके पिट्ठू, अब आगे और नहीं बनेंगे."