भोपाल: मध्य प्रदेश के 17 स्थानों में शराब की दुकानों पर ताला लगाने के बाद क्या अब पूरे मध्य प्रदेश में शराब की दुकानों पर ताला लग जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि "जिस तरह से सीएम डॉ मोहन यादव ने साहस दिखाया है. वहीं मुख्यमंत्री है, जो ऐसा कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि अगर मैं अपनी इच्छा की बात कहूं तो मध्य प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी होनी चाहिए."
पूर्ण शराबबंदी पर जा सकता है मध्य प्रदेश
उमा भारती ने कहा "सीएम डॉ मोहन यादव की प्रशंसा करते हुए कहा कि "मुख्यमंत्री मोहन यादव में वो साहस है कि जैसे उन्होंने 17 नगरों में शराबबंदी का फैसला लिया है. वे आगे पूरे प्रदेश में शराबबंदी का निर्णय ले सकते हैं. मोहन यादव ने ये प्रयोग शुरू कर दिया है. जिस तरह से उन्होंने एक साल के कार्यकाल में निर्णय लिए हैं. उन्हें देखकर लग रहा है कि वे मध्य प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की ओर बढ़ सकेंगे. उमा ने कहा कि एक बार में शराबबंदी कर दें ना उसके बाद जो खामिया हैं, वो भी सुधार ली जाएंगी. गुजरात के पैटर्न पर हम आगे बढ़ सकते हैं."
बिहार का मॉडल सामने गुजरात पैटर्न पर बढ़ें
उमा भारती ने कहा कि "बिहार का मॉडल हमारे सामने हैं. अब देखिए खामियां किस चीज में नहीं होती. उनमें सुधार भी होता है. 2023-24 में जो शराब नीति बनी उसमें जो खामिया थी, नई शराब नीति की घोषणा के साथ 2024-25 में उसमें सुधार किया जाना चाहिए. जिससे गुजरात की तरह मध्य प्रदेश भी मॉडल राज्य बने. हम गुजरात के पैटर्न पर आगे बढ़ सकते हैं.
राज्य शराबबंदी की दिशा में आगे बढ़े, इसके लिए हमने प्रथम चरण में 17 धार्मिक नगरों में शराब बिक्री पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है।#महेश्वर_में_एमपी_कैबिनेट pic.twitter.com/oGWtuXiPe3
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) January 24, 2025
उन्होंने कहा कि बिहार में भी नीतिश कुमार की पूर्ण शराबबंदी के बाद उनके विधायक ही शराब पीते पकड़े गए, तो कहा गया कि सजा होगी खामियां कहां नहीं होती. केवल राम राज्य हो तो खामियां नहीं होगी, लेकिन आगे तो बढ़ना ही चाहिए. उमा ने पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरे बाद तो मध्य प्रदेश शराब में ही बह गया."
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नियंत्रित शराब नीति की मांग पर उमा का आंदोलन
साल भर पहले उमा भारती ने नियंत्रित शराब नीति की मांग को लेकर आंदोलन छेड़ा था. तब उन्होंने कहा था कि अगर 2003 की जीत का रिकार्ड बीजेपी को बनाना है, तो सरकार को अभी से नियंत्रित नई शराब नीति लानी होगी. साल भर पहले उमा भारती ने शराब की दुकानों के पास से अहाते उठवाने भी आंदोलन छेड़ा था.