इंदौर: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आईआईटी इंदौर ने विद्या समागम नामक अंडरग्रेजुएट इनबाउंड प्रोग्राम की शुरुआत की है. जो मध्य प्रदेश के सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों के अंतिम वर्ष के बीई/बीटेक छात्रों के लिए होगा. मध्य प्रदेश सरकार और आईआईटी इंदौर के बीच हुए एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) के माध्यम से विकसित यह सेमेस्टर एक्सचेंज प्रोग्राम छात्रों को भारत के प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में से एक IIT इंदौर में अपना अंतिम सेमेस्टर पूरा करने का अवसर देगा. यह इस तरह की पहली पहल है.
प्रयोगशालाओं में विभिन्न विषयों पर हो सकेगा शोध
इस प्रोग्राम के माध्यम से छात्रों को IIT इंदौर के विश्व स्तरीय शैक्षणिक परिवेश, गतिशील परिसर और उन्नत शोध सुविधाओं से अवगत कराया गया. वे सिविल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस सहित अन्य क्षेत्रों में पाठ्यक्रमों की एक विस्तृत श्रृंखला में से कोई भी विकल्प चुन सकते हैं. इस प्रोग्राम के तहत नई शोध परियोजनाओं पर सहयोग करने का अवसर मिलेगा. छात्रों को मशीन लर्निंग, संधारणीय ऊर्जा और उन्नत पदार्थ जैसे विषयों पर प्रयोगशालाओं में काम करने को मिलेगा.
- छात्रों की ऐसे बढ़ेगी एकाग्रता, IIT इंदौर भारतीय संस्कृति और परंपराओं का लेगा सहारा
- सभी प्रकार की महामारी का कैसे होगा अंत? IIT INDORE में जुटे दुनियाभर के शोधकर्ता
आईआईटी में चयनित नहीं होने वाले छात्रों के लिए अवसर
IIT इंदौर के निदेशक प्रोफेसर सुहास जोशी के अनुसार, ''आईआईटी इंदौर उन सभी योग्य युवाओं के लिए अनूठा अवसर प्रदान कर रहा है जो आईआईटी में अपनी जगह नहीं बना पाए. यह प्रोग्राम टीमवर्क और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को आगे बढ़ाता है. जिससे आने वाले छात्र समूह परियोजनाओं, हैकथॉन और नवाचार चुनौतियों पर आईआईटी इंदौर के साथियों के साथ सहयोग करने में सक्षम होते हैं. इसके पहले बैच में मध्य प्रदेश के विभिन्न सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों से चुने गए 23 प्रतिभाशाली छात्र में से 8 छात्राएं शामिल थीं. वहीं दूसरे बैच में 7 छात्राएं सहित 17 छात्र शामिल थे.''