मुरैना: इस बार बार हम आजादी का 78वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहे हैं, लेकिन आज भी कुछ ऐसे इलाके हैं, जहां जरा सा कुछ भी नहीं बदला है. आज भी ग्रामीणों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. जी हां हम बात कर रहे हैं चंबल के मुरैना जिले की. जहां जिला मुख्यालय से 5 किलोमीटर दूर रामपुर पंचायत के शोभाराम का पूरा गांव के लोग आज भी दुर्दशा का जीवन जीने को मजबूर है. इस गांव के हालत ऐसे हैं कि 2 किलोमीटर लंबा रास्ता पूरी तरह दलदल में तब्दील हो गया है. कीचड़ भरे रास्ते से ग्रामीण, मरीज और छात्र स्कूल जाने को मजबूर हैं. वहीं दलदल में गिरते निकलते हुए ग्रामीण और छात्र मुख्य मार्ग तक आते हैं.
गांव में नहीं रास्ता, खाट पर मरीज को पहुंचाया अस्पताल
मुरैना की रामपुर पंचायत के शोभाराम का पूरा गांव के ग्रामीण सब्जी का व्यापार खेतों से मंडी करने के लिए दलदल भरे रास्ते से सब्जी लेकर निकालना पड़ता है. बुधवार को गांव में दो लोगों की तबीयत खराब हो गई. ग्रामीणों ने 108 एंबुलेंस को फोन कर बुलाया, जो दलदल होने के कारण गांव के अंदर तक नहीं पहुंच सकी, मुख्य मार्ग पर ही खड़ी रही. गांव से मुख्य मार्ग तक दोनों मरीजों को खाट पर रखकर ग्रामीण मुख्य मार्ग तक लेकर आए और फिर एंबुलेंस में बिठाकर जिला अस्पताल ले जाया गया.
हर साल बारिश में दलदल में बदल जाते हैं रास्ते
वहीं गांव से निकलकर इलाज के लिए जा रही वृद्ध महिला खेत की पगडंडी होकर निकलते समय फिसल कर गिर गई. जिससे उनकी पीठ में कांटे वाले तार चुभ गए और वह घायल हो गई. इसी तरह पशुओं के लिए चारा लेकर आ रही महिला भी फिसल कर पानी में गिर गई. जब ग्रामीणों से बात की तो ग्रामीणों ने बताया 'बरसात में हर साल इसी तरह रास्ता दलदल में तब्दील हो जाता है और ग्रामीणों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है. किसी भी गर्भवती महिला को प्रसव के लिए अस्पताल खाट पर लेकर मुख्य मार्ग तक जाते हैं. फिर वहां से एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाते हैं.
महिला, किसान बच्चों से लेकर सब परेशान
वहीं सब्जी का व्यापार करने वाले किसानों को भी अपनी साइकिल पर सब्जी लेकर दलदल में होकर निकलना पड़ता है. एक साइकिल को निकालने के लिए चार से पांच युवा की जरूरत पड़ती है, तब वह मुख्य मार्ग तक पहुंच पाते हैं. इस मामले में ADM सीबी प्रसाद का कहना है की 'वीडियो देखा है मौके पर कच्चा रास्ता है. जिस पर एक मरीज को खाट पर ले जा रहे हैं. इसका खेद है. शासन और प्रशासन विकास में लगा हुआ है. इस रास्ते को भी जल्द बनवाया जाएगा. जिस प्रकार से ग्रामीण परेशानी उठा रहा है, उसके लिए जिला प्रशासन खेद व्यक्त करता है.'