मेरठ : लोकसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान की तारीख (19 अप्रैल) नजदीक आते ही पश्चिम यूपी का सियासी माहौल गरम हो गया है. ऐसे में भाजपा के मेरठ हापुड़ लोकसभा सीट से प्रत्याशी अरुण गोविल का एक बयान सुर्खियों में आ गया है. अरुण गोविल ने रविवार को मीडिया से बातचीत में संविधान बदलने की पैरोकारी की थी.
दरअसल भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि जब तक भाई-भाई के जज्बे का फील नहीं जागेगा, तब तक अखंड भारत नहीं बन पाएगा. भगवान श्रीराम के सारे आदर्श ऐसे हैं, जिन्हें हम फॉलो करें तो हम जीवन में बहुत कुछ पा सकते हैं, राष्ट्र को बहुत कुछ दे सकते हैं और हम सभी को फॉलो भी करने चाहिए. भाजपा सांसद लल्लू सिंह द्वारा संविधान बदलने के बाबत पूछे गए सवाल के जवाब में अरुण गोविल ने कहा कि जब हमारे देश का संविधान बना था तो उस वक्त परिस्थितियों के अनुसार धीरे-धीरे बदलाव हुए. तब की परिस्थितियां कुछ और थीं आज की कुछ और हैं. फिलहाल एक व्यक्ति से संविधान चेंज होता नहीं है. सभी की सहमति होगी तभी चेंज होता है. अगर ऐसा कुछ होगा तो चेंज किया जाएगा. भाजपा और नरेंद्र मोदी के 400 के बयान पर उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ऐसे तो कुछ कहते नहीं हैं. उसके पीछे उनका कुछ न कुछ अर्थ जरूर होता है.
गौरतलब है कि चुनावी माहौल है और ऐसे में पक्ष विपक्ष एक दूसरे के बयानों पर विशेष ध्यान देते हैं. बीते दिनों अयोध्या से भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने संविधान बदलने का बयान दिया था. अब उनके बाद मेरठ से भाजपा प्रत्याशी अरुण गोविल का संविधान के बदलाव करने का एक वीडियो वायरल होने से विपक्षी दलों को बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी उनके बयान को लेकर सवाल उठाए हैं.