मैहर. मध्य प्रदेश के मैहर (Maihar) जिले में इन दिनों खसरा (Measles) का प्रकोप देखने को मिल रहा है. अब तक 32 से ज्यादा बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ चुके हैं और एक बच्चे की मौत हो चुकी है. खसरा के मामले बढ़ने से मैहर जिले के पैरेंट्स की टेंशन बढ़ने लगी है. खसरा से एक बच्चे की मौत के बाद प्रशासन ने एहतियातन जिले के कई गांवों में शासकीय/अशासकीय सभी स्कूलों में तीन दिन का अवकाश घोषित कर दिया है.
गांवों में पहुंचा संक्रमाण
मध्य प्रदेश के मैहर जिले के तीन गांव में संक्रामक बीमारी का प्रकोप है. जिला मुख्यालय से करीब 30 किलोमीटर दूर बुढागर, सेमरा, खेरवासानी गांव के 32 बच्चे खसरे की चपेट में हैं. जबकि एक की मौत हो चुकी है. मीजल्स की खबर मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है. शनिवार को आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी तीनों गांव पहुंची और बीमार बच्चों को चिन्हित करने में जुड़ गई है. प्राथमिक जांच में सामने आया कि बुढागर गांव के 24 बच्चों, सेमरा के 6 और खेरवासानी के दो बच्चे इस बीमारी की चपेट में हैं.
8 बच्चों की हालत बिगड़ी
इन गांवों के आठ बच्चों की स्थिति गंभीर होने पर उन्हें सिविल अस्पताल मैहर में भर्ती कराया गया. टीम ने यह भी पाया कि 14 फरवरी को एक बच्चे की घर में ही मौत हो गई. वह बुखार से पीड़ित था और शरीर में दाने निकल रहे थे. बच्चों के खून व थ्रोट सैंपल लिए गए हैं और उन्हें जांच के लिए एम्स भोपाल भेजा जाएगा. इसकी जानकारी लगने पर शनिवार को भोपाल से शैव्या सालम स्टेट एपिडिमियोलॉजिस्ट बुढागर गांव पहुंची हैं.
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सीएमओ ने की मीजल्स की पुष्टि
सीएमओ मैहर डॉ. ज्ञानेश गौतम ने कहा, 'बुढागर, सेमरा में जो भी बीमार बच्चे मिले हैं, प्रथम दृष्टता उन्हें मीजल्स (खसरा) बीमारी होने की पुष्टि हुई है. 32 बच्चे अभी तक चिन्हित हुए हैं. उनमें से 7 को भर्ती कर इलाज किया जा रहा है और एक बच्चे की मौत 14 को हुई है. वहीं मैहर कलेक्टर रानी बाटड़ ने संक्रमण प्रभावित गांवों के सभी स्कूलों में 3 दिन की छुट्टी घोषित कर दी है. जारी आदेश में कलेक्टर ने कहा है कि बुढागर, सेमरा, खेरवासानी साथ ही इनकी सीमा से लगे मोहनिया डूडी, यदुवीर नगर, मतवारा एवं घुनवारा गांवों के प्राथमिक, माध्यमिक स्तर के शासकीय और गैर सरकारी स्कूलों में 19 से 21 फरवरी तक छुट्टी रहेगी. इन गांवों में ऐसा कोई आयोजन नहीं किया जाएगा जिसमें बच्चों का जमावड़ा लगे.