चाकसू (जयपुर). चाकसू के मनोहर तालाब में हजारों मछलियों की मौत का मामला सामने आया है. बड़ी संख्या में मछलियों की मौत होने के बाद आस पास के इलाकों में बदबू फैल गई. बाद में पालिका प्रशासन ने मृत मछलियों को जेसीबी से गड्ढा खुदवाकर दफनाया है. पार्षद दिनेश शर्मा ने मामले को लेकर सवाल उठाए हैं. उन्होंने तालाब में केमिकल डालकर मछलियों को मारने की आशंका जताई है.
केमिकल से हुई मौत ! : पार्षद दिनेश शर्मा ने कहा कि मनोहर तालाब चाकसू में लाखों की तादात में हुई मछलियों की मौत को लेकर ठेकेदार की कार्यशैली पर प्रश्न चिह्न लगता है. उन्होंने आशंका जताई कि तालाब में भारी संख्या में मछलियों के मरने का कारण मुख्यतः किसी की ओर से विषैला पदार्थ या केमिकल तालाब में डालना है. ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और भविष्य में मनोहर तालाब में मत्स्य पालन का ठेका नहीं हो.
मछलियों को गड्ढा खोदकर दफनाया : नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी शम्भू लाल मीणा ने कहा कि तालाब में मछलियों के मरने की सूचना प्राप्त हुई, जिस पर पालिका के कार्मिकों को मौके पर भिजवाया गया. आसपास में बदबू की शिकायत होने के चलते मृत मछलियों को गड्ढा खोदकर दफना दिया गया है. मामले की जांच की जाएगी.
जानकारी के मुताबिक मत्स्य विभाग की ओर से गोलीराव व मनोहर तालाब में मछली पालने का ठेका दिया हुआ है, लेकिन यहां गोलीराव तालाब में पानी पूरी तरह सूख गया, जिससे इसमें एक भी मछली नहीं है. वहीं, मनोहर तालाब में आस पास की बस्तियों का गंदा पानी आकर एकत्रित हो रहा है. इसी पानी में ही ठेकेदार मछली पालन कर रहा है, लेकिन पिछले 2 दिन से अचानक तलाब में मछलियों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया है. हजारों की तादाद में मछलियां पानी के ऊपर आ गई है. लोगों का अनुमान है कि तालाब में बस्तियों का गंदा पानी आया है, जिसमें मौजूद कई तरह के केमिकल और गंदगी से मछलियों की मौत हुई है. वहीं, आशंका ये भी है कि इन दिनों भीषण गर्मी से पानी का तापमान बढ़ गया है और इसमें ऑक्सीजन का लेवल कम हो गया, जिससे मछलियों की मौत हुई है.