बगहा: बिहार के बगहा स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल में बुधवार की दोपहर अचानक आग लगने से अफरातफरी मच गई. देखा जाए तो अमूमन गर्मी के मौसम में ही जंगलों में आग लगती है. लेकिन ठंड के मौसम में आग लगने से ग्रामीण समेत वन विभाग के लोग भी हैरत में हैं.
वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में आग: दरअसल वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के मदनपुर वन क्षेत्र अंतर्गत सिरिसिया जंगल के कक्ष संख्या 9 में अचानक आग लग गई. जिसके बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना मदनपुर वन क्षेत्र के वन कर्मियों को दी. आशंका जताई जा रही है कि वन परिक्षेत्र में तस्करों या चरवाहों द्वारा जंगल में आग लगाई गई होगी. या फिर किसी राहगीर द्वारा जलती हुई बीड़ी, सिगरेट फेंकने पर आग लगी होगी.
घने जंगलों में अफरा-तफरी का माहौल: बिहार के इकलौते वाल्मीकि टाइगर रिजर्व जंगल में बेमौसम आग लगने से भगदड़ मच गई है. अचानक आग लगने से VTR का सदाबहार जंगल धू-धू कर जल रहा है. वहीं घने झाड़ियों में रहने वाले जीव-जंतुओं में अफरा-तफरी का माहौल कायम हो गया है. अभी तक वन विभाग व फायर ब्रिगेड टीम नहीं पहुचीं है. लिहाजा वन संपदाओं के साथ-साथ बेजुबानों की जान पर आफत बन आई है.
आग लगने से बेजुबान की जान पर आफत: संभावना जताई जा रही है कि जंगल क्षेत्र में गए चरवाहों द्वारा कोई ज्वलनशील पदार्थ फेंके जाने पर आग लगी होगी. बता दें कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बेंत के घने जंगल पाए जाते हैं. इन बेंतों को बाघों का आशियाना कहा जाता है. साथ ही ठंड के इस मौसम में बाघिन जंगल किनारे इन्हीं बफर परिक्षेत्रों में अपना बच्चा जन्म देते हैं. ऐसे में बाघ समेत अन्य जानवरों के लिए जंगल में लगी बेमौसम आग काफी चिंताजनक है.
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