सिरमौर: शादी के दो माह पहले हिमाचल प्रदेश के जवान प्रवीण शर्मा ने मां भारती के लिए अपने प्राणों की आहुती दे दी. घर में माता-पिता शादी की तैयारियों में लगे थे और वीर जवान जम्मू-कश्मीर में तैनात था. अनंतनाग में आतंकियों से लोहा लेते हुए लांस नायक पैरा कमांडो प्रवीण शर्मा पंचतत्व में विलीन हो गए. उपमंडल राजगढ़ के तहत हाब्बन पंचायत में उनके पैतृक गांव पालू में सैन्य सम्मान के साथ हजारों नम आंखों के साथ शहीद को अंतिम विदाई दी गई.
सड़क मार्ग से गांव पहुंचा शहीद का पार्थिव शरीर
इस दौरान पूरा क्षेत्र भारत माता की जय और प्रवीण शर्मा अमर रहे के नारों से गूंज उठा. सोमवार दोपहर चंडीगढ़ से सड़क मार्ग से शहीद प्रवीण शर्मा का पार्थिव शरीर राजगढ़ से होते हुए उनके पैतृक गांव पालू पहुंचा.
अक्टूबर माह में होनी थी शादी
शहीद के पिता ने बताया "प्रवीण शर्मा की दो महीने बाद अक्टूबर महीने में शादी तय हुई थी. परिवार ने उनका रिश्ता तय कर दिया था. 6, 7 व 8 अक्टूबर को शहीद प्रवीण शर्मा की शादी का पूरा कार्यक्रम तय किया जा चुका था. इसी बीच प्रवीण शर्मा की शहादत की खबर ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया." अक्टूबर माह में जिस घर से सेहरा बांधकर प्रवीण शर्मा बारात लेकर अपनी दुल्हन को लाने वाले थे. अब उसी घर में तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह पहुंची
30 साल की उम्र में पाई शहादत
बेटे और भाई के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लिपटा देख शहीद की माता रेखा शर्मा व दोनों बहनें बिलख-बिलख कर रोने लगीं. महज 30 साल की उम्र में बहादुर बेटे प्रवीण शर्मा की शहादत पर हर व्यक्ति की आंखें नम नजर आईं.
शहीद के पिता राजेश शर्मा ने अपने इकलौते बेटे के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि दी. सेना के जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी. इस दौरान पच्छाद विधायक रीना कश्यप, प्रशासन की तरफ से एसडीएम राजगढ़ राजकुमार ठाकुर के अलावा स्थानीय प्रधान रीना ठाकुर के अलावा भारी संख्या में मौजूद लोगों ने शहीद प्रवीण को अंतिम विदाई दी.
बता दें कि बीते 10 अगस्त को लांस नायक प्रवीण शर्मा जम्मू कश्मीर के अनंतनाग में ऑपरेशन रक्षक के दौरान आतंकियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए थे. प्रवीण शर्मा वन पैरा स्पेशल फोर्स में तैनात थे. वह अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे और उनकी दो बहनें थीं.
साल 2014 में शहीद ने ज्वाइन की थी आर्मी
शहीद प्रवीण साल 2014 में सेना में भर्ती हुए थे. पदोन्नति पाकर वह लांस नायक पद पर पहुंचे थे. उनके पिता राजेश शर्मा किसान हैं और गांव में दुकान भी करते हैं. उनकी माता रेखा शर्मा गृहणी हैं.
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