ETV Bharat / state

स्वरोजगार से गांव का किया कायाकल्प, महिलाओं को भी दिखाई राह, अब दिल्ली में सम्मानित होंगी मरखोड़ा ग्राम प्रधान मनीषा - Markhoda Gram Pradhan Manisha

Markhoda gram pradhan Manisha Bahuguna, Manisha will be honored in Delhi केंद्र सरकार देशभर की 150 से अधिक महिला ग्राम प्रधानों को सम्मानित करने जा रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाली इन महिलाओं को स्वतंत्रता दिवस के दिन सम्मानित किया जाएगा इसमें उत्तराखंड के पौड़ी जिले में स्थित खिर्सू ब्लॉक के मरखोड़ा की ग्राम प्रधान मनीषा बहुगुणा का नाम भी शामिल है. मनीषा बहुगुणा ने अपने प्रयासों से न केवल गांव की सूरत बदली बल्कि महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनाया है.

ETV Bharat
दिल्ली में सम्मानित होंगी मरखोड़ा ग्राम प्रधान मनीषा (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 14, 2024, 1:01 PM IST

Updated : Aug 14, 2024, 2:35 PM IST

दिल्ली में सम्मानित होंगी मरखोड़ा ग्राम प्रधान मनीषा (ETV Bharat)

श्रीनगर: पहाड़ की महिलाओं के हौसले भी पहाड़ की तरह ही मजबूत होते हैं. पौड़ी जिले के मरखोड़ा गांव की ग्राम प्रधान मनीषा बहुगुणा इसकी जीती जागती मिसाल हैं. मनीषा बहुगुणा ने खुद के साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम रोल निभाया है.मनीषा बहुगुणा गांव में ही सेब, कीवी की खेती के साथ साथ होमस्टे के जरिये लोगों को रोजगार दे रही हैं. साथ ही मनीषा बहुगुणा लोगों को खुद के पैरों पर खड़ा कर रही हैं. मनीषा बहुगुणा की इस उपलब्धि पर जल्द ही दिल्ली में मुहर लगने वाली है. स्वतंत्रता दिवस के दिन मनीषा बहुगुणा को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा.

मनीषा बहुगुणा पौड़ी जिले के विकास खंड खिर्सू के ग्राम पंचायत मरखोड़ा की ग्राम प्रधान हैं. मनीषा पहले कंप्यूटर सेंटर चलाया करती थी. लॉकडाउन के दौरान उनका कंप्यूटर सेंटर बंद हो गया. जिसके बाद वे अपने गांव मरखोड़ा लौट आयी. इसके बाद उन्होंने गांव में ही बच्चों को फ्री में कंप्यूटर प्रशिक्षण देने की शुरुआत की. साथ ही उन्होंने 25 महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण भी दिया. जिससे उन्होंनें आजीविका चलानी शुरू की. वहीं, ग्राम प्रधान रहते हुए उन्होंने ग्रामीणों को जैम, जैली, जूस व रिंगाल की टोकरी सहित अन्य उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण दिलवाया. उन्होंने गांव में ही 5 नाली बंजर भूमि को आबाद कर सेब और कीवी का बागवान विकसित किया.

Markhoda Gram Pradhan Manisha
मरखोड़ा गांव की प्रधान मनीषा बहुगुणा (ETV Bharat)

मनीषा अपनी ग्राम पंचायत मरखोड़ा में होमस्टे चलाकर लोगों को आजीविका कमाने के बारे में भी जागरुक कर रही हैं. उनके होमस्टे खोलने के बाद गांव वाले भी अपने घरों में होमस्टे में तब्दील कर रहे हैं. मनीषा के इन कामों को देखते हुए उन्हें उत्तराखंड गौरव रत्न व महिला सशक्तिकरण पुरस्कार मिल चुका है. साथ ही इस स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें दिल्ली में भी सम्मानित करने के लिए आमंत्रण मिला है.

कंप्यूटर और सिलाई का दिया निशुल्क प्रशिक्षण: मनीषा बहुगुणा ने बताया ग्राम प्रधान बनने के कुछ समय बाद ही लॉकडाउन हो गया. जिसके बाद सारे काम बंद पड़ चुके थे. वे श्रीनगर में कंप्यूटर सेंटर चलाती थी, उसे भी बंद करना पड़ा. जिसके बाद वह गांव आ गयी. उन्होंने ग्राम पंचायत से कुछ मदद लेकर गांव में ही कंप्यूटर सेंटर से फ्री में बच्चों और महिलाओं को प्रशिक्षण देना शुरू किया. मनीषा ने बताया 100 से अधिक बच्चों और महिलाओं को निःशुल्क कंप्यूटर और सिलाई का प्रशिक्षण दिया. ग्राम प्रधान के तौर पर जो उन्हें मानदेय मिलता था वो भी सिलाई सीखने वाली महिलाओं को वे देती थी. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अपनी आजीविका चला सकें.

Markhoda Gram Pradhan Manisha
होमस्टे के जरिये पर्यटन और आजीविका को बढ़ावा (ETV Bharat)

होमस्टे के जरिये पर्यटन और आजीविका को बढ़ावा: एनजीओ के माध्यम से ग्रामीणों को फूड प्रोसेसिंग,रिंगाल से टोकरी और अन्य चीजें बनाने को लेकर ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिलवाया. अपने घर में होमस्टे खोल कर पर्यटकों को गांव की ओर आकर्षित करने के प्रयास किये. ग्रामीणों को अपने घर मे एक कमरे का प्रयोग पर्यटकों के लिए होमस्टे लिए बनाने को कहा. जिससे लोगों की आजीविका में सुधार आया. साथ ही गांव में पर्यटन को भी बढ़ावा मिला.

Markhoda Gram Pradhan Manisha
दिल्ली में सम्मानित होंगी मनीषा (ETV Bharat)

5 नाली भूमि पर सेब और कीवी की खेती: मनीषा 5 नाली बंजर भूमि को आबाद किया. यहां उन्होंने सेब, कीवी और अमरूद की 2 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया. जिनमें से कुछ पौधे तो वर्तमान में पेड़ बनकर अच्छे फल दे रहे हैं. वे सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को भी देती हैं. जिससे ग्रामीण सरकारी योजना का लाभ उठा सकें. मनीषा को अब तक महिला सशक्तिकरण सम्मान, उत्तराखंड गौरव सम्मान से भी नवाजा जा चुका है.

पढ़ें- सीता देवी का लोगों ने उड़ाया था मजाक, आज बनी 'कीवी क्वीन', दूसरों के लिए पेश की नजीर

पढ़ें- उत्तराखंड में एप्पल मिशन से जुड़ेंगे काश्तकार, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल की तर्ज पर बगीचे होंगे विकसित - Uttarakhand apple production

दिल्ली में सम्मानित होंगी मरखोड़ा ग्राम प्रधान मनीषा (ETV Bharat)

श्रीनगर: पहाड़ की महिलाओं के हौसले भी पहाड़ की तरह ही मजबूत होते हैं. पौड़ी जिले के मरखोड़ा गांव की ग्राम प्रधान मनीषा बहुगुणा इसकी जीती जागती मिसाल हैं. मनीषा बहुगुणा ने खुद के साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अहम रोल निभाया है.मनीषा बहुगुणा गांव में ही सेब, कीवी की खेती के साथ साथ होमस्टे के जरिये लोगों को रोजगार दे रही हैं. साथ ही मनीषा बहुगुणा लोगों को खुद के पैरों पर खड़ा कर रही हैं. मनीषा बहुगुणा की इस उपलब्धि पर जल्द ही दिल्ली में मुहर लगने वाली है. स्वतंत्रता दिवस के दिन मनीषा बहुगुणा को दिल्ली में सम्मानित किया जाएगा.

मनीषा बहुगुणा पौड़ी जिले के विकास खंड खिर्सू के ग्राम पंचायत मरखोड़ा की ग्राम प्रधान हैं. मनीषा पहले कंप्यूटर सेंटर चलाया करती थी. लॉकडाउन के दौरान उनका कंप्यूटर सेंटर बंद हो गया. जिसके बाद वे अपने गांव मरखोड़ा लौट आयी. इसके बाद उन्होंने गांव में ही बच्चों को फ्री में कंप्यूटर प्रशिक्षण देने की शुरुआत की. साथ ही उन्होंने 25 महिलाओं को सिलाई प्रशिक्षण भी दिया. जिससे उन्होंनें आजीविका चलानी शुरू की. वहीं, ग्राम प्रधान रहते हुए उन्होंने ग्रामीणों को जैम, जैली, जूस व रिंगाल की टोकरी सहित अन्य उत्पाद तैयार करने का प्रशिक्षण दिलवाया. उन्होंने गांव में ही 5 नाली बंजर भूमि को आबाद कर सेब और कीवी का बागवान विकसित किया.

Markhoda Gram Pradhan Manisha
मरखोड़ा गांव की प्रधान मनीषा बहुगुणा (ETV Bharat)

मनीषा अपनी ग्राम पंचायत मरखोड़ा में होमस्टे चलाकर लोगों को आजीविका कमाने के बारे में भी जागरुक कर रही हैं. उनके होमस्टे खोलने के बाद गांव वाले भी अपने घरों में होमस्टे में तब्दील कर रहे हैं. मनीषा के इन कामों को देखते हुए उन्हें उत्तराखंड गौरव रत्न व महिला सशक्तिकरण पुरस्कार मिल चुका है. साथ ही इस स्वतंत्रता दिवस पर उन्हें दिल्ली में भी सम्मानित करने के लिए आमंत्रण मिला है.

कंप्यूटर और सिलाई का दिया निशुल्क प्रशिक्षण: मनीषा बहुगुणा ने बताया ग्राम प्रधान बनने के कुछ समय बाद ही लॉकडाउन हो गया. जिसके बाद सारे काम बंद पड़ चुके थे. वे श्रीनगर में कंप्यूटर सेंटर चलाती थी, उसे भी बंद करना पड़ा. जिसके बाद वह गांव आ गयी. उन्होंने ग्राम पंचायत से कुछ मदद लेकर गांव में ही कंप्यूटर सेंटर से फ्री में बच्चों और महिलाओं को प्रशिक्षण देना शुरू किया. मनीषा ने बताया 100 से अधिक बच्चों और महिलाओं को निःशुल्क कंप्यूटर और सिलाई का प्रशिक्षण दिया. ग्राम प्रधान के तौर पर जो उन्हें मानदेय मिलता था वो भी सिलाई सीखने वाली महिलाओं को वे देती थी. जिससे महिलाएं आत्मनिर्भर बनकर अपनी आजीविका चला सकें.

Markhoda Gram Pradhan Manisha
होमस्टे के जरिये पर्यटन और आजीविका को बढ़ावा (ETV Bharat)

होमस्टे के जरिये पर्यटन और आजीविका को बढ़ावा: एनजीओ के माध्यम से ग्रामीणों को फूड प्रोसेसिंग,रिंगाल से टोकरी और अन्य चीजें बनाने को लेकर ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिलवाया. अपने घर में होमस्टे खोल कर पर्यटकों को गांव की ओर आकर्षित करने के प्रयास किये. ग्रामीणों को अपने घर मे एक कमरे का प्रयोग पर्यटकों के लिए होमस्टे लिए बनाने को कहा. जिससे लोगों की आजीविका में सुधार आया. साथ ही गांव में पर्यटन को भी बढ़ावा मिला.

Markhoda Gram Pradhan Manisha
दिल्ली में सम्मानित होंगी मनीषा (ETV Bharat)

5 नाली भूमि पर सेब और कीवी की खेती: मनीषा 5 नाली बंजर भूमि को आबाद किया. यहां उन्होंने सेब, कीवी और अमरूद की 2 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया. जिनमें से कुछ पौधे तो वर्तमान में पेड़ बनकर अच्छे फल दे रहे हैं. वे सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं की जानकारी भी ग्रामीणों को भी देती हैं. जिससे ग्रामीण सरकारी योजना का लाभ उठा सकें. मनीषा को अब तक महिला सशक्तिकरण सम्मान, उत्तराखंड गौरव सम्मान से भी नवाजा जा चुका है.

पढ़ें- सीता देवी का लोगों ने उड़ाया था मजाक, आज बनी 'कीवी क्वीन', दूसरों के लिए पेश की नजीर

पढ़ें- उत्तराखंड में एप्पल मिशन से जुड़ेंगे काश्तकार, जम्मू-कश्मीर व हिमाचल की तर्ज पर बगीचे होंगे विकसित - Uttarakhand apple production

Last Updated : Aug 14, 2024, 2:35 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.