रांची: आज देश की दो महान विभूतियों की जयंती है. एक तरफ भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है तो दूसरी तरफ बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के संस्थापक मदन मोहन मालवीय की जयंती है. इन दोनों महान विभूतियों की जयंती बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही है. इस अवसर पर प्रदेश भाजपा की ओर से कई कार्यक्रम आयोजित किए गए.
प्रदेश भाजपा कार्यालय से लेकर विधानसभा तक अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि देने वालों की लंबी कतार लगी रही. भाजपा कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अटल जन्म शताब्दी पर प्रदर्शनी का उद्घाटन किया और उनकी तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस अवसर पर उन्होंने झारखंड निर्माण में स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की भूमिका को याद किया और उन्हें नमन किया.
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष यदुनाथ पांडेय ने अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए कहा कि मुझे उनके साथ काम करने का मौका मिला. अटल जी अद्भुत व्यक्ति थे. उन्होंने झारखंड अलग राज्य के सपने को साकार किया. अलग राज्य के लिए आंदोलन 1914 में शुरू हुआ था, लेकिन जब भी अलग राज्य के लिए आंदोलन चरम पर होता था, तब नेता बिक जाते थे. अटल जी ने लोगों से वादा किया था कि अगर मुझे सरकार बनाने की ताकत दी जाए तो मैं झारखंड के निर्माण के लिए काम करूंगा और उन्होंने ऐसा किया.
अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर सजा भाजपा कार्यालय
अटल बिहारी वाजपेयी की 100वीं जयंती पर पूरे दिन कार्यक्रमों की श्रृंखला चलती रही. श्रद्धांजलि देने के साथ ही दोपहर 3 बजे से प्रदेश कार्यालय में अटल जी पर केंद्रित व्याख्यानमाला का आयोजन किया गया. जिसमें प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी समेत कई वक्ताओं ने अपने विचार व्यक्त किए.
इस अवसर पर प्रदेश भाजपा कार्यालय को बेहद खूबसूरत तरीके से सजाया गया. बैनर पोस्टर के जरिए अटल बिहारी वाजपेयी की तस्वीरों के साथ ही उनके भाषणों को भी बड़े अक्षरों में प्रदर्शित किया गया. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अविनेश कुमार सिंह कहते हैं कि आज का दिन झारखंड के लिए खास है, क्योंकि इस राज्य का निर्माण करने वाले अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन है, इसलिए आज का अवसर वाकई बेहद खास है.
यह भी पढ़ें:
राष्ट्रपति मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि दी
रांची में अटल जयंती पर कवि गोष्ठी सह सम्मान समारोह का आयोजन, खूब बही काव्य रस की धारा