देहरादूनः उत्तराखंड में इन दिनों मॉनसून सीजन अपने चरम पर है. प्रदेश के कई इलाकों में एक बार फिर से अगले 48 घंटों के लिए मौसम विभाग का अलर्ट जारी है. शनिवार को भी कई इलाकों में लगातार बारिश दर्ज की गई है. बारिश के कारण भूस्खलन की घटनाएं भी बढ़ी हैं. जिससे छोटे-बड़े कई मार्ग और नेशनल हाईवे भी बंद हो रहे हैं. इसका सबसे ज्यादा असर उत्तराखंड चारधाम और हेमकुंड साहिब की यात्रा पर पड़ रहा है.
बारिश से 177 सड़कें बंद: प्रदेश में सड़कों की मौजूदा स्थिति की बात की जाए तो 20 जुलाई 2024 की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक 177 सड़कें बंद हैं जिन्हें खोलने की कार्रवाई चल रही है. जिलावार बंद सड़कों की अगर बात की जाए तो रुद्रप्रयाग में 8 ग्रामीण मार्ग, उत्तरकाशी जिले में 3 सड़कें बंद हैं. नैनीताल जिले में 5 मोटर मार्ग और बागेश्वर जिले में 11 सड़कें अवरुद्ध हैं.
वहीं राजधानी देहरादून में 18 सड़कें, पिथौरागढ़ में 1 बॉर्डर और 1 नेशनल हाईवे समेत कुल 33 सड़कें बंद हैं. अल्मोड़ा जिले में 3 मोटर मार्ग, चंपावत जिले में 17 सड़कें, पौड़ी गढ़वाल में 8 सड़कें, चमोली जिले में 20 सड़कें, टिहरी जिले में भी 12 सड़के बंद हैं. जबकि उधम सिंह नगर में 5 सड़कें बाधित हैं. जिन्हें खोलन की कार्रवाई जारी है. इन सड़कों में 1 बॉर्डर रोड और नेशनल हाईवे समेत कई ग्रामीण सड़क, राज्य मार्ग, जिला मार्ग शामिल है. आपदा प्रबंधन विभाग के कोऑर्डिनेशन से लगातार इन सड़कों को खोलने का काम किया जा रहा है.
आपदा प्रबंधन के मुताबिक मॉनसून सीजन में दैवीय आपदा के कारण 23 और सड़क दुर्घटनाओं में 38 लोगों की मौत हो चुकी है. सैकड़ों की संख्या में लोग घायल भी हुए हैं और कई घरों को नुकसान भी पहुंचा है.
हालांकि, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन ने बताया कि फिलहाल पिछले 48 घंटे में किसी तरह की कोई बड़ी घटना की सूचना नहीं मिली है. लगातार जिला प्रशासन के साथ आपदा प्रबंधन बैठक कर बंद मार्गों को खोलने की कार्रवाई कर रहा है. आपदा प्रबंधन और समस्त जिला प्रशासन पूरे प्रदेश के हालातों पर नजर बनाए हुए हैं.
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