भोपाल। मध्यप्रदेश में प्रशासनिक सर्जरी को लेकर आईएएस-आईपीएस बिरादरी के बीच चर्चा का दौर तेज हो गया है. अभी मुख्य सचिव के पद पर तैनात वीरा राणा हैं. उनका 6 माह का एक्सटेंशन पूरा हो रहा है. चूंकि इस बीच लोकसभा चुनाव आ गए. इसलिए वीरा राणा का कार्यकाल बढ़ाया गया था. उनका कार्यकाल सितंबर में पूरा होने जा रहा है. इससे पहले ही नए मुख्य सचिव के नाम का ऐलान कभी भी हो सकता है. नए मुख्य सचिव के नाम के ऐलान के साथ ही व्यापक स्तर पर आईएएस के ट्रांसफर भी किए जाएंगे. वैसे भी आईएएस व आईपीएस के व्यापक स्तर पर ट्रांसफर होने की सुगबुगाहट प्रशासनिक गलियारों में चल रही है.
एक माह के अंदर मिलेगा नया मुख्य सचिव
ऐसा माना जा रहा है कि मुख्य सचिव वीरा राणा की विदाई एक्सेंटशन का कार्यकाल पूरा होने से पहले कर दी जाएगी. इसी माह या फिर 15 जुलाई तक मध्यप्रदेश को नया मुख्य सचिव मिल जाएगा. नए मुख्य सचिव के नामों को लेकर कई प्रकार की चर्चाएं चल रही हैं. इनमें प्रमुख रूप से 3 नाम उभरकर सामने आ रहे हैं. सबसे तगड़े दावेदार के रूप में वरिष्ठ आईएएस अफसर राजेश राजौरा का नाम चल रहा है. बता दें कि राजेश राजौरा पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में लगातार पॉवरफुल रहे हैं. एसीएस के रूप में मध्यप्रदेश के गृह विभाग के तहत लॉ एंड ऑर्डर की कमान राजौरा संभाल चुके हैं. इससे पहले वह कृषि विभाग सहित कई विभागों का संचालन कर चुके हैं.
राजेश राजौरा का नाम सबसे आगे क्यों
खास बात ये है कि एसीएस राजेश राजौरा अब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का विश्वास भी जीतने में सफल रहे हैं. राजेश राजौरा को सीएम के मोहन यादव के गृहनगर उज्जैन संभाग का प्रभारी बनाया गया. सीएम ने संभाग स्तर पर विकास कार्यों की निगरानी के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव स्तर के अधिकारियों को संभागों का प्रभारी बनाया है. इसके बाद नाम आता मोहम्मद सुलेमान का. सुलेमान वरिष्ठ आईएएस अधिकारी हैं. लंबे समय तक वह स्वास्थ्य विभाग की कमान संभाले रहे हैं. इसके अलावा केंद्र में मध्यप्रदेश कैडर के अफसरों में अनुराग जैन और संजय बंदोपाध्याय भी इस शीर्ष पद के प्रबल दावेदार बताए जाते हैं. संजय बंदोपाध्याय के नाम पर अटकलें 8 जनवरी से शुरू हो गई थीं, जब से उन्हें केंद्र ने उनके मूल कैडर मध्य प्रदेश में वापस भेज दिया था.
अनुराग जैन भी मजबूत दावेदार क्यों
अनुराग जैन मजबूत दावेदार हैं. खास बात ये है कि जब एक साल पहले पूर्व मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस को पहला एक्सटेंशन दिया गया था, तो उनका नाम सबसे पहले विचार किए जाने वालों में था. उन्होंने हाल ही में नई दिल्ली में सीएम मोहन यादव से भी मुलाकात की है. इसलिए अनुराग जैन के नाम की चर्चा तेज है. इसके अलावा और कई दावेदार सामने आ रहे हैं. इनमें विनोद कुमार, जेएन कंसोटिया भी हैं. खैर, नए मुख्य सचिव के नाम के ऐलान के पहले माना जा रहा है सीएम मोहन यादव केंद्रीय आलाकमान से चर्चा करने के बाद किसी एक का नाम आगे बढ़ा सकते हैं.
मध्यप्रदेश में नए डीजीपी के नाम पर भी मंथन
इसके साथ ही मंत्रालय में एसीएस-पीएस और विभागाध्यक्ष पद पर दो साल या इससे भी अधिक समय से पदस्थ अफसरों की सूची भी बन गई है. जिसमें से कुछ को बदला जा सकता है. प्रदेश में डीजीपी बदलना भी तय माना जा रहा है. डीजीपी पद के लिए 1988 बैच के अरविंद कुमार डीजी होमगार्ड, 1989 बैच के अजय शर्मा डीजी ईओडब्ल्यू और 19989 बैच के जीपी सिंह डीजी जेल को दावेदार माना जा रहा है.