भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपनी पूरी कैबिनेट के साथ सपरिवार सोमवार को रामलला के दर्शन करने के लिए भोपाल से अयोध्या के लिए रवाना हुए. भोपाल एयरपोर्ट से विशेष विमान के जरिए सभी 30 मंत्री और मुख्यमंत्री अपने परिवारों के साथ दोपहर 1:45 बजे रवाना हुए. इससे पहले सभी मंत्रियों के परिजनों को 11:30 बजे तक मंत्रालय बुलाया गया. ये सभी लोग बसों में सवार होकर एयरपोर्ट पहुंचे. इन्हें ले जाने के लिए चार वोल्वो बसें लगाई गईं.
वोल्वो बसों को श्रीराम के पोस्टर से सजाया
इन वोल्वो बसों को श्री रामलला के पोस्टर और बैनर से सजाया गया. इन पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला के दर्शन करते नजर आ रहे हैं. सबसे पहली बस में आगे की तीन सीटें मुख्यमंत्री मोहन यादव और दोनों डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल और उनकी पत्नियों के लिए आरक्षित की गईं. उन सीटों को सफेद कवर से सजाकर भगवा गमछे भी रखे गए. जब ईटीवी भारत ने मंत्रियों से पूछा कि वे श्री राम का आशीर्वाद लेने जा रहे हैं, वहां क्या मांगेंगे ? इस पर उन्होंने कहा "देश रामराज्य की तरफ बढ़ रहा है. प्रदेश में खुशहाली आए, यही कामना लेकर रामलला के दर्शन करने जा रहे हैं."
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जनकल्याण के साथ ही नवाचार करती रहेगी सरकार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा "भगवान रामलला के दर्शन करने जाना, हम सभी का सौभाग्य है. 500 साल के संघर्ष के बाद भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई. आज की कैबिनेट भगवान श्री राम को समर्पित रही. भगवान राम के बताए मार्ग पर सरकार निरंतर काम करती रहेगी. आने वाले समय में जनकल्याण को लेकर नवाचाार करते रहेंगे." मोहन यादव ने सभी से अपील की है कि वे रामलाल के दर्शन करने अयोध्या जरूर जाएं. आयोध्या में धर्मशाला बनाने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा "वे उत्तर प्रदेश सरकार से अपील करेंगे कि मध्य प्रदेश की जनता की सुविधा के लिए धर्मशाला बनाई जाए. उत्तर प्रदेश सरकार भूमि उपलब्ध करा देगी तो धर्मशाला बनाएंगे. बदले में हमारे तीर्थ स्थान पर भी वह अपने भवन बना सकते हैं."