जयपुर : राजस्थान के भरतपुर निवासी लेफ्टिनेंट कर्नल बंसल ने एक शानदार कीर्तिमान रचा है. उन्होंने एक मानक आकार के भारतीय पोस्टकार्ड पर 44 हजार बार 'पीस' शब्द का प्रयोग किया और 2 लाख 20 हजार अंग्रेजी अक्षर लिखकर कीर्तिमान बनाया. इसे राष्ट्रीय रिकॉर्ड और लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स भी घोषित किया गया है. 3 अक्टूबर 2024 को फरीदाबाद में आयोजित इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के अंतर्राष्ट्रीय दीक्षांत समारोह के दौरान उन्हें सम्मानित किया गया. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनेस्को एसोसिएशन के वियतनाम फेडरेशन की परिषद के नीति और विकास के उप महासचिव प्रोफेसर चू बाओ क्यू ने की. इस भव्य कार्यक्रम में भारत, मलेशिया, नेपाल, वियतनाम और अन्य देशों के रिकॉर्ड धारकों और अन्य उपलब्धि हासिल करने वालों को भी सम्मानित किया गया.
शांति का पैगाम बना मकसद : लेफ्टिनेंट कर्नल बंसल ने कहा कि इस रिकॉर्ड को बनाने का मकसद दुनिया भर में शांति का संदेश फैलाना है. उन्होंने कहा कि यह क्षमता उन्हें ईश्वर का उपहार है, जिसे उन्होंने कला के रूप में परिवर्तित किया है. वे शब्द इतने छोटे हैं कि एक सामान्य व्यक्ति को उन्हें पढ़ने के लिए कम से कम 50 गुना क्षमता वाले लेंस की जरूरत होती है. कोई भी इसे सामान्य आंखों से नहीं देख सकता. हालांकि, लेफ्टिनेंट कर्नल बंसल ने कहा कि इन लघु कलाकृतियों को बनाते समय किसी भी तरह के लेंस का उपयोग नहीं करते हैं.
तीन दशक का अभ्यास आया काम: लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ. हेमेंद्र बंसल ने कहा कि वे एक लघु कलाकार, प्रेरक वक्ता और शौकिया फोटोग्राफर हैं. वह तीन दशकों से भी ज्यादा वक्त से इस लघु कला का अभ्यास कर रहे हैं और इसी क्षेत्र में 2 लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स और 5 राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर चुके हैं. उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड्स यूनिवर्सिटी, यूनाइटेड किंगडम से मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया था और उन्हें मेरठ रतन और कई अन्य राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से भी सम्मानित किया गया है.