देहरादून: भगवान विश्वनाथ जगदीशिला डोली यात्रा का 25वां वर्ष चल रहा है. रविवार को विश्वनाथ जगदीशिला डोली देहरादून के शहीद स्मारक पहुंची. यहां राज्य आंदोलनकारियों ने डोली यात्रा का जोरदार स्वागत किया. जगदीशिला डोली यात्रा 16 मई से शुरू हुई है. इसका समापन 31 दिवसीय यात्रा के साथ होगा.
शहीद स्मारक के बाद देहरादून के नगर निगम टाउन हाल में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें शहर के सामाजिक संगठनों से जुड़े लोग और प्रबुद्ध जन मौजूद रहे. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने डोली का स्वागत किया और आशीर्वाद लिया. डोली लेकर पहुंचे पूर्व कैबिनेट मंत्री, मंत्री प्रसाद मैथानी ने कहा कि विश्वनाथ जगदीशिला डोली यात्रा पिछले 24 वर्षों से निकाली जा रही है.
मंत्री प्रसाद ने कहा कि विश्व शांति की कामना के उद्देश्य को लेकर डोली यात्रा समूचे 13 जिलों में निकाली जाएगी. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवों की भूमि रही है और देव संस्कृति की रक्षा करने के साथ ही उत्तराखंड में चारों धामों के अलावा हजार धाम स्थापित हों, इसी कामना के साथ डोली यात्रा निकाली जा रही है. मंत्री प्रसाद मैथानी का कहना है कि प्रदेश में संस्कृत विद्यालय खोलने और ध्यान केंद्र बनाए जाने के उद्देश्य की पूर्ति किए जाने को लेकर भी यात्रा डोली निकाली जा रही है.
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की धरती बंजर हो गई है. उसको आबाद किए जाने और भूमाफियाओं के चंगुल से जमीनों को बचाने के उद्देश्य को लेकर भी यात्रा में संकल्प लिया गया है. उन्होंने बताया कि यह यात्रा 16 मई से शुरू हो गई है. 31 दिवसीय यात्रा सभी 13 जिलों में पहुंच कर गुरु वशिष्ठ और स्वामी रामतीर्थ की तपस्या स्थली पर जाकर संपन्न होगी.
टपकेश्वर महादेव मंदिर के श्री 108 महंत कृष्णा गिरि महाराज भी डोली का आशीर्वाद लेने पहुंचे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह डोली यात्रा सनातन परंपरा और आने वाली पीढ़ी के लिए सीख है. उन्होंने कहा कि समाज और जगत में विश्व कल्याण की कामना को लेकर इस यात्रा का आयोजन किया गया है. डोली सबके ऊपर अपना आशीर्वाद बनाकर रखे, यही मंगल कामना है.
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