अजमेर. लोकसभा चुनाव के नतीजों के इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं. मंगलवार को नतीजें आएंगे. देश और दुनिया की निगाहें नतीजों पर टिकी हुई हैं. धर्मिक पर्यटन नगरी अजमेर में भी नतीजों को लेकर चर्चाएं गर्म हैं. अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रामचन्द्र चौधरी ने ईटीवी भारत से बातचीत में अपनी जीत का दावा किया है. उनका कहना है कि किसानों की नाराजगी, आरक्षण को खत्म करने और संविधान में छेड़छाड़ करने की बीजेपी की मंशा के मद्देनजर एक बड़ा वर्ग बीजेपी से नाराज है, जो चुनाव के नतीजों को कांग्रेस के पक्ष में ला रहा है. चौधरी ने देश में इंडिया गठबंधन के सहयोग से कांग्रेस की सरकार बनने का दावा किया.
रामचन्द्र चौधरी का दावा : कांग्रेस प्रत्याशी रामचंद्र चौधरी नतीजों को लेकर आश्वस्त हैं. चौधरी का दावा है कि अजमेर ही नहीं प्रदेश में 12 से 13 सीट कांग्रेस को मिल रही हैं. वहीं, कांग्रेस इंडिया गठबंधन के सहयोग से देश में सरकार बनाने जा रही है. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी के सारे दावे कल धरे रह जाएंगे. बातचीत में रामचन्द्र चौधरी ने कहा कि 'चुनाव परीक्षा थी और उसके नतीजों की मुझे कोई चिंता नही है. चौधरी ने कहा कि 40 बरस से राजनैतिक और डेयरी क्षेत्र में काम कर रहा हूं. जिला कांग्रेस का दो बार अध्यक्ष रहा हूं. प्रदेश कांग्रेस का उपाध्यक्ष भी रहा हूं. शिक्षक और प्रचार्य भी रहा हूं. राष्ट्रीय स्तर का एथलीट खिलाड़ी भी रहा हूं. जिले के 60 हजार पशुपालक और उनके परिवार से जुड़ा हुआ हूं. अजमेर शहर में 15 सौ डेयरी बूथ हैं, जो मुझसे जुड़े हुए हैं. अजमेर शहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर की डेयरी 350 करोड़ रुपए की लागत से मेरे प्रयासों मिली है. दुग्ध उत्पादन और उत्पादों में बढ़ोत्तरी भी हुई है. पशुपालकों को दूध का भाव सब डेयरी से अधिक मिलता है. पशुपालक मुझ पर मेहरबान हैं'.
ये बनेगा जीत का मंत्र : चौधरी ने कहा कि देश में मोदी सरकार का फायदा अजमेर को नहीं मिला. इस कार्यकाल में बेरोजगार परेशान हैं. महंगाई से आम जन और गृहणियां परेशान हैं. किसान आंदोलन को कुचलने के लिए उन पर गोलियां चलवाई गईं. किसानों को आतंकवादी और देशद्रोही तक कहा गया. दुनिया में भारत गेहूं, दूध उत्पादन में नंबर वन है. इनका उत्पादन करने वाले किसानों को देशद्रोही कहा गया. यह शर्म की बात थी, इसलिए आम जनता और किसान भाजपा से नाराज था. इस चुनाव में नतीजे भाजपा की सोच के विपरीत आएंगे. चौधरी ने बताया कि अजमेर लोकसभा क्षेत्र में दलित वर्ग के साढ़े चार लाख, जाट समाज के पौने चार लाख और अल्पसंख्यक मतों को मिलाकर 10 लाख मत प्रभावित हो रहे है. उन्होंने दावा किया है कि अल्पसंख्यक संविधान से छेड़छाड़ और दलित आरक्षण खत्म करने की बीजेपी की मंशा से नाराज हैं.
पायलट आ जाते तो लाखों में होती जीत : बातचीत में रामचंद्र चौधरी ने कांग्रेस में गुटबाजी के सवाल पर कहा कि अजमेर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है. कांग्रेस के सभी नेता एक मंच पर चुनाव के दौरान नजर आए हैं. चौधरी ने कहा कि सचिन पायलट राष्ट्रीय स्तर के नेता है. चुनाव में उन्हें समय नहीं मिला, इस कारण वह अजमेर नहीं आ पाए, यदि पायलट अजमेर आते तो निश्चित तौर पर जीत का अंतर लाखों में होता. चौधरी ने स्वीकार किया कि पायलट के चुनाव प्रचार में नहीं आने से कांग्रेस पार्टी को नुकसान हुआ है. चौधरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव में मोदी की लहर थी, लेकिन लोकसभा चुनाव में वह नजर नहीं आई. राम मंदिर का मुद्दा भी अब चल नहीं पाया. मेरे जैसे छोटे आदमी के सामने मोदी खुद प्रचार करने के लिए पुष्कर आए. इसका मतलब साफ है कि बीजेपी को ये एहसास हो गया है कि वह चुनाव हार रही है.