धौलपुर. जैसे-जैसे देश में मौसम में तापमान बढ़ता जा रहा है, वैसे-वैसे सियासत का पारा भी चढ़ रहा है. सत्ता हासिल करने के लिए भाजपा-कांग्रेस समेत देश की तमाम पार्टियां एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. देश की राजनीति में नेताओं के पार्टियां बदलने का दौर नया नहीं है, अनवरत होता आया है. धौलपुर की राजनीति में भी दल बदल की राजनीति देखी जाती रही है. शनिवार को जिले के बसई नवाब कस्बे में हुई पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सभा में विधायक शोभारानी कुशवाहा के नहीं पहुंचने पर जिले की राजनीति में बड़ी उथल-पुथल पैदा हो गई. आज रविवार को एक बार फिर सियासत में कोई नया खेल देखने को मिल सकता है.
क्या जसवंत सिंह गुर्जर भी होंगे भाजपा में शामिल ? : धौलपुर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का चुनावी दौरा प्रस्तावित हुआ है. जिले के सैंपऊ कस्बे के ऐतिहासिक महादेव मंदिर पर रविवार दोपहर के बाद चुनावी सभा का आयोजन किया जाएगा. चुनावी सभा की तैयारियों का जायजा शनिवार को राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने लिया था, लेकिन सीएम की सभा की कमान बहुजन समाज पार्टी के विधायक जसवंत सिंह गुर्जर के पुत्र राहुल कुमार संभाल रहे हैं. राहुल कुमार ने करौली में भाजपा प्रत्याशी इंदु देवी के नामांकन के दौरान भाजपा का दामन थामा था. तभी से राहुल कुमार बीजेपी में सक्रिय हो गए हैं. हालांकि सीएम की सभा में बीएसपी विधायक जसवंत सिंह गुर्जर शामिल होंगे या नहीं यह कहना अभी जल्दबाजी होगी.
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गिर्राज सिंह मलिंगा पर सियासत की नजर : बाड़ी विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और वर्तमान विधायक जसवंत सिंह गुर्जर राजनीतिक तौर पर एक दूसरे के धुर विरोधी माने जाते हैं. गिर्राज सिंह मलिंगा ने जसवंत सिंह गुर्जर को तीन मर्तबा चुनाव में पटकनी दी है. हालांकि 4 महीने पूर्व हुए विधानसभा चुनाव में जसवंत सिंह गुर्जर ने गिर्राज सिंह मलिंगा को भारी मतों से हराकर पिछली तीन हारों का बदला ले लिया है. बाड़ी विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक वजूद को स्थापित करने के लिए वर्तमान विधायक जसवंत सिंह गुर्जर और पूर्व विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा दोनों लगे हुए हैं. जसवंत सिंह गुर्जर शुरू से ही भाजपा में रहे थे, लेकिन वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की कम संभावना को देखते हुए बीएसपी में शामिल हो गए और विधायक भी चुने गए. जसवंत सिंह गुर्जर की शुरू से ही विचारधारा भाजपा की रही है. उधर, गिर्राज सिंह मलिंगा कांग्रेस पार्टी में रहे थे, लेकिन वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने उनका टिकट काट दिया. गिर्राज सिंह मलिंगा ने भाजपा पार्टी से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में सीधा मुकाबला भाजपा के गिर्राज सिंह मलिंगा और बीएसपी के जसवंत सिंह गुर्जर के मध्य हुआ था और कांग्रेस की जमानत जब्त हुई थी.