जयपुर. लोकसभा चुनाव 2024 के दूसरे चरण के 13 लोकसभा क्षेत्रों में नाम वापसी की अवधि समाप्त होने के बाद स्थिति साफ हो गई है. अब 152 प्रत्याशी मुकाबले में रह गए हैं. इस प्रकार राजस्थान के सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों में कुल 266 प्रत्याशी मैदान में हैं. पहले और दूसरे चरण के नामांकन वापसी के बाद प्रदेश की 3 तीन लोकसभा सीटों पर निर्दलीय और अन्य दलों के प्रत्याशियों ने कांग्रेस-बीजेपी की चिंता बढ़ा दी हैं.
266 प्रत्याशी मैदान में : मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि नामांकन वापसी के अंतिम दिन 10 लोकसभा क्षेत्रों के कुल 31 अभ्यर्थियों ने अपने नामांकन पत्र वापस लिए हैं. इन 13 क्षेत्रों में 5 अप्रैल शुक्रवार तक 191 अभ्यर्थियों ने नामांकन किए थे, जिसमें से 8 अभ्यर्थियों ने शनिवार को ही नाम वापस ले लिए थे. सोमवार को जालोर लोकसभा क्षेत्र से सर्वाधिक 10 प्रत्याशियों ने अपने नाम वापस लिए. इसके अतिरिक्त, बाड़मेर से 6, अजमेर, पाली और कोटा लोकसभा क्षेत्रों से 3-3, भीलवाड़ा से 2 और टोंक-सवाई माधोपुर, जोधपुर, चित्तौड़गढ़ और राजसमंद लोकसभा क्षेत्रों से 1-1 प्रत्याशी ने नामांकन पत्र वापस लिए. प्रथम चरण के 12 लोकसभा क्षेत्रों में 114 प्रत्याशी चुनाव में भागीदारी कर रहे हैं. इस प्रकार, राजस्थान के सभी 25 लोकसभा क्षेत्रों में कुल 266 प्रत्याशी मुकाबले में हैं. प्रथम चरण के लिए मतदान 19 अप्रैल और दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को होगा. मतगणना 4 जून को होगी.
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तीन लोकसभा सीटों पर त्रिकोणीय मुकाबला : 25 लोकसभा सीटों में से तीन लोकसभा सीट ऐसी हैं, जहां पर मौजूदा स्थिति में निर्दलीय या अन्य पार्टी के प्रत्याशियों ने मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है. इसमें सबसे पहले सीट आती है बाड़मेर-जैसलमेर, जहां पर बीजेपी के प्रत्याशी कैलाश चौधरी और कांग्रेस प्रत्याशी उम्मेदाराम को भाजपा समर्थित निर्दलीय विधायक रविंद्र भाटी निर्दलीय लोकसभा प्रत्याशी के रूप में चुनौती दे रहे हैं. वहीं, उदयपुर लोकसभा सीट पर कांग्रेस के ताराचंद मीना और बीजेपी के मन्नालाल रावत को बीएपी के प्रत्याशी प्रकाश चंद्र चुनौती देते हुए दिखाई दे रहे हैं. खास बात है कि कांग्रेस ने भारतीय ट्राइबल पार्टी से गठबंधन किया है, लेकिन बावजूद इसके उदयपुर सीट से बीएपी के प्रत्याशी ने नामांकन वापस नहीं लिया और मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया.
डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट पर बीजेपी की ओर से महेंद्रजीत सिंह मालवीय प्रत्याशी के रूप में हैं तो बीएपी की तरफ से राजकुमार रोत मैदान में हैं. इस सीट पर भी रोचक तथ्य यह है कि कांग्रेस के प्रत्याशी अरविंद डामोर अपनी ही पार्टी खिलाफत करते हुए चुनाव मैदान में हैं. दरअसल, डूंगरपुर-बांसवाड़ा सीट पर कांग्रेस ने भारतीय ट्राइबल पार्टी से गठबंधन करते हुए कांग्रेस प्रत्याशी के नामांकन को वापस लेने का ऐलान किया था, लेकिन ऐन मौके तक कांग्रेस प्रत्याशी ने नामांकन वापस नहीं लिया. हालांकि, कांग्रेस ने अपना सिंबल वापस ले लिया. ऐसे में अब अरविंद डामोर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मुकाबले को त्रिकोणीय बनाएंगे.