बाड़मेर. लोकसभा चुनाव को लेकर बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा सीट पर भाजपा ने केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि इस सीट पर कांग्रेस अबतक अपना उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है. इस सीट पर कांग्रेस के सबसे मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. ऐसे में अब कांग्रेस को इस सीट पर अपनी रणनीति को और मजबूत बनाते हुए उम्मीदवार का चयन करना पड़ सकता है.
दरअसल, श्री किसान बोर्डिंग हाउस संस्थान बाड़मेर में शुक्रवार को स्व. रामदान चौधरी की 141वीं जयंती समारोह में पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस समारोह को संबोधित करते हुए हेमाराम चौधरी ने कहा कि विधानसभा चुनाव से लेकर अब तक सबसे ज्यादा अपने आपको सुखी मानता हूं. जिम्मेदारी लेने के लिए तो हर कोई तैयार है, लेकिन जिम्मेदारी को निभाना मुश्किल है. चौधरी ने कहा कि मैंने जिम्मेदारी निभाने की कोशिश की, लेकिन नहीं निभा पाया. ऐसा मैं महसूस कर रहा हूं. लोग कहते हैं कि हमने ये कर दिया, वो कर दिया, आसमान से तारे तोड़ लाए, लेकिन मैंने कोई तारे तोड़े हों, ऐसा कुछ नहीं किया. बहुत काम कराने के प्रयास किया और थोड़े-बहुत रह गए. जैसा भी रहा, समय निकाल दिया. अब थक गया हूं.
हेमाराम चौधरी ने आगे बोलते हुए कहा कि उन्हें लोकसभा का चुनाव लड़ने को कहा जा रहा है. मैंने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए मना किया और अब लोकसभा का लड़ लूं. ऐसा करके सारे किए कराए पर पानी फेर दूं. हेमाराम चौधरी ने कहा कि आज जो मान-सम्मान है, अगर एमपी का चुनाव लड़ता हूं तो वो आधा भी नहीं रहेगा. हर इंसान की तरह मुझे भी मान-सम्मान की भूख है. उन्होंने कहा कि मान-सम्मान ऐसे ही बहुत मिल रहा है तो आखिर अब क्या लेना है. ज्यादा लालच किया तो उल्टा मान-सम्मान कम होगा.
अब उम्र हो गई है : पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने कहा कि नए लोगों को मौका दो, लेकिन यह तय करने की जिम्मेदारी पार्टी की है. मैंने तो मना कर दिया. किसको मौका देंगे या नहीं देंगे, यह पार्टी का काम है, मेरा नहीं है. पार्टी जिसको देना चाहे उसे मौका दे. चौधरी ने कहा कि राजनीति आसान काम नहीं है, बल्कि बहुत मुश्किल काम है और अब उम्र भी हो गई है.
राजनीति भी एक नशा : हेमाराम चौधरी ने विभिन्न 'नशा' का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीति भी एक नशा है. राजनीति करने वालों को यह नशा ही दिखता है. चुनाव नहीं लड़े तो कुछ नहीं है, लेकिन चुनाव लड़े बिना भी रहा नहीं जाता है, तो यह भी एक नशा ही है. उन्होंने कहा कि यह नशा मैंने छोड़ दिया है. इतने साल किया तो किया, लेकिन अब छोड़ दिया. चौधरी ने लोगों से कहा कि आप लोग भी हर नशा छोड़ दो.
बता दें कि हेमाराम चौधरी कांग्रेस के वरिष्ठ एवं कद्दावर नेता माने जाते हैं. कई बार के विधायक और कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रह चुके हैं. आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बाड़मेर जैसलमेर लोकसभा सीट पर भाजपा के उम्मीदवार केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के खिलाफ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी सबसे मजबूत उम्मीदवार माने जा रहे थे, लेकिन उन्होंने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया है. इससे पहले उन्होंने हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव भी नहीं लड़ा था.