आगरा: देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस और मालवा एक्सप्रेस ट्रेन को तेज गति से दौड़ाने का मामला सामने आया है. आरोप है कि चालक और सहायक ने गति सीमा निर्धारित होने पर भी घोर लापरवाही बरती. सेमी हाईस्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस और मालवा एक्सप्रेस ट्रेन के चालक और सहायक ने 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार वाले क्षेत्र में 120 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से अपनी अपनी ट्रेनों को दौड़ाया था. जिससे सैकड़ों यात्रियों की जान जोखिम में डाल दी थी. इस पर रेलवे ने दोनों ही एक्सप्रेस ट्रेन के चालक और सहायक को घोर लापरवाही बरतने पर निलंबित कर दिया है. साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है.
आगरा रेल डिवीजन की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव ने बताया कि दिल्ली मुम्बई रेलवे ट्रैक पर जाजऊ और मानिया स्टेशन के पास रेलवे पुल का निर्माण कार्य चल रहा है. इन दोनों ही जगहों पर एहतियात के तौर पर ट्रेनों की गति सीमा 20 किमी प्रतिघंटा तक ही गतिसीमा सीमित की गई है. इसके बावजूद बीते शुक्रवार को हाई स्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस और मालवा एक्सप्रेस के चालक और परिचालक ने निर्धारित गतिसीमा का ध्यान नहीं रखा. दोनों ही एक्सप्रेस ट्रेनों को चालकों ने 120 की गति से दौड़ाया जो घोर लापरवाही है. चालक और परिचालक ने इससे एक्सप्रेस ट्रेनों में सवार सैकड़ों यात्रियों की जान को ख़तरा में डाल दिया था.
आगरा रेल डिवीजन की पीआरओ प्रशस्ति श्रीवास्तव के अनुसार हर सवारी गाड़ी और मालगाड़ी के चालक और सहायक चालक को रेलवे लाइन का पूरा चार्ट दिया जाता है. जिसमें ही ट्रेनों की गतिसीमा की भी पूरी जानकारी होती है. मगर, हाई स्पीड गतिमान एक्सप्रेस और मालवा एक्सप्रेस के चालक और सहायक चालक के पास रेलवे ट्रैक का एक व्यापक चार्ट दिया था. जिसमें गतिसीमा का विस्तृत ब्यौरा था. इसके बाद भी चालक और सहायक ने मानक संचालन प्रक्रिया में चार्ट का पालन नहीं किया.
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