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पूर्व CM मुलायम सिंह के करीबी ज्योतिषी रमेश चंद्र की हत्या में 12 अभियुक्तों को कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद, 30-30 हजार रुपये का जुर्माना - Ramesh Chandra murder case - RAMESH CHANDRA MURDER CASE

चर्चित ज्योतिषी रमेश चंद्र तिवारी की हत्या के मामले में जौनपुर कोर्ट ने 14 दोषियों में से 12 आरोपियों को उम्रकैद व आर्थिक दंड का फैसला सुनाया है. इस मामले में दो अभियुक्तों की मृत्यु हो चुकी है.

पूर्व CM मुलायम सिंह के करीबी ज्योतिषी रमेश चंद्र की हत्या में 12 अभियुक्तों को कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद.
पूर्व CM मुलायम सिंह के करीबी ज्योतिषी रमेश चंद्र की हत्या में 12 अभियुक्तों को कोर्ट ने सुनाई उम्रकैद. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 20, 2024, 5:39 PM IST

Updated : Aug 20, 2024, 7:45 PM IST

जौनपुर : चर्चित ज्योतिषी रमेश चंद्र तिवारी की हत्या के मामले में जौनपुर कोर्ट ने 14 दोषियों में से 12 आरोपियों को उम्रकैद व आर्थिक दंड का फैसला सुनाया है. इस मामले में दो अभियुक्तों की मृत्यु हो चुकी है. एक शूटर शेरू को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. रमेश चंद्र तिवारी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबी और ज्योतिष गुरु के रूप में पहचान रखते थे.

सजा सुनाए जाने के बाद जेल ले जाए जाते दोषी. (Video Credit; ETV Bharat)

सरपतहां थाना क्षेत्र के ऊचगांव निवासी ज्योतिषी डॉ. रमेश चंद्र तिवारी हत्याकांड में फैसला मंगलवार को सुनाया गया. कोर्ट ने 12 आरोपियों को दोष सिद्ध कर दिया. यह घटना 15 नवम्बर 2012 को हुई थी. पुलिस ने जांच की तो चार लोगों धीरेंद्र सिंह, बचई उर्फ ​​लालशंकर उपाध्याय, अमित उर्फ ​​पंडित और तन्नू सिंह की इसमें संलिप्तता सामने आई थी. पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने रमेश चंद तिवारी उर्फ ​​गुरुजी उर्फ ​​तांत्रिक की हत्या की योजना बनाई. दो शूटरों को हायर करके घटना को अंजाम दिया. अमित पंडित और बचई उपाध्याय ने शूटरों को टारगेट पहचानने में मदद की.

ज्योतिषी रमेश चंद्र की हत्या में कोर्ट ने किया सजा का ऐलान. (Video Credit; ETV Bharat)

घटना से दो दिन पहले 13 नवंबर को बचई ने इन दोनों शूटरों को ऊंचगांव में ही झारखंडी सिंह के घर पर पनाह दी. अगले दिन 14 नवंबर को सुल्तानपुर में भीटी अमारी गांव के पूर्व प्रधान विजय बहादुर सिंह के घर पर लाए गए. 14 नवंबर को रमेश चंद तिवारी के घर पर जन्मदिन की पार्टी थी. गांव में रामलीला का आयोजन था, जिसमें रमेश चंद को फीता काटना था. इसी दौरान बचई और विजय बहादुर दोनों शूटरों को यहां लेकर आए. रमेश चंद तिवारी के रूप में उनकी पहचान कराई.

अगली सुबह वीरेंद्र के भतीजे कौशल किशोर ने मोबाइल पर रमेश चंद तिवारी की लोकेशन बचई उपाध्याय को दी. बचई से सूचना मिलते ही स्वचालित हथियारों से लैस शूटरों ने घटना को अंजाम दिया. इसके बाद विजय बहादुर सिंह ने बचई को गुरुजी की मौत की सूचना दी. कोर्ट ने विजय बहादुर सिंह, वीरेंद्र दाढ़ी और कौशल किशोर सिंह, धीरेंद्र सिंह, बचई उर्फ ​​लालशंकर उपाध्याय, अमित उर्फ ​​पंडित, तन्नू सिंह, झारखंडी सिंह समेत 12 अभियुक्तों को उम्रकैद व अर्थदंड की सजा सुनाई है.

मामले में अधिवता वादी राहुल तिवारी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषी रहे रमेश तिवारी की सरपतहां के ऊंचगांव में गोली मारकर की गई हत्या के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ रूपाली सक्सेना ने मंगलवार को शूटर विपुल समेत 12 आरोपितों को दोषी करार दिया. उसके बाद आरोपियों को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है तथा अर्थदंड भी लगाया है.

बताया जाता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव राजनीतिक गतिविधियों को लेकर ज्योतिषाचार्य से राय लेते थे. रमेश चंद्र तिवारी के बढ़ते कद को लेकर उनके विरोधी नाखुश थे. जिसको लेकर हत्या की साजिश रच डाली गई. सुबह के समय अपने घर के सामने बैठकर जनता दरबार में लोगों से बात कर रहे रमेश पर बदमाशों ने पुलिस की वर्दी में आकर ताबड़तोड़ कार्बाइन से गोलियां चलाईं. वहीं पास में बैठे उनके भाई राजेश तिवारी घायल हो गए थे. इस घटना में ज्योतिषी के पालतू कुत्ते को भी गोली लगी थी और उसकी भी मौत हो गई थी.

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस की महिला सिपाही ने की आत्महत्या; मंगेतर से बात करते-करते दे दी जान, 18 नवंबर को होनी थी शादी - UP Police Woman Constable Suicide

जौनपुर : चर्चित ज्योतिषी रमेश चंद्र तिवारी की हत्या के मामले में जौनपुर कोर्ट ने 14 दोषियों में से 12 आरोपियों को उम्रकैद व आर्थिक दंड का फैसला सुनाया है. इस मामले में दो अभियुक्तों की मृत्यु हो चुकी है. एक शूटर शेरू को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. रमेश चंद्र तिवारी पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के करीबी और ज्योतिष गुरु के रूप में पहचान रखते थे.

सजा सुनाए जाने के बाद जेल ले जाए जाते दोषी. (Video Credit; ETV Bharat)

सरपतहां थाना क्षेत्र के ऊचगांव निवासी ज्योतिषी डॉ. रमेश चंद्र तिवारी हत्याकांड में फैसला मंगलवार को सुनाया गया. कोर्ट ने 12 आरोपियों को दोष सिद्ध कर दिया. यह घटना 15 नवम्बर 2012 को हुई थी. पुलिस ने जांच की तो चार लोगों धीरेंद्र सिंह, बचई उर्फ ​​लालशंकर उपाध्याय, अमित उर्फ ​​पंडित और तन्नू सिंह की इसमें संलिप्तता सामने आई थी. पुलिस के मुताबिक इन लोगों ने रमेश चंद तिवारी उर्फ ​​गुरुजी उर्फ ​​तांत्रिक की हत्या की योजना बनाई. दो शूटरों को हायर करके घटना को अंजाम दिया. अमित पंडित और बचई उपाध्याय ने शूटरों को टारगेट पहचानने में मदद की.

ज्योतिषी रमेश चंद्र की हत्या में कोर्ट ने किया सजा का ऐलान. (Video Credit; ETV Bharat)

घटना से दो दिन पहले 13 नवंबर को बचई ने इन दोनों शूटरों को ऊंचगांव में ही झारखंडी सिंह के घर पर पनाह दी. अगले दिन 14 नवंबर को सुल्तानपुर में भीटी अमारी गांव के पूर्व प्रधान विजय बहादुर सिंह के घर पर लाए गए. 14 नवंबर को रमेश चंद तिवारी के घर पर जन्मदिन की पार्टी थी. गांव में रामलीला का आयोजन था, जिसमें रमेश चंद को फीता काटना था. इसी दौरान बचई और विजय बहादुर दोनों शूटरों को यहां लेकर आए. रमेश चंद तिवारी के रूप में उनकी पहचान कराई.

अगली सुबह वीरेंद्र के भतीजे कौशल किशोर ने मोबाइल पर रमेश चंद तिवारी की लोकेशन बचई उपाध्याय को दी. बचई से सूचना मिलते ही स्वचालित हथियारों से लैस शूटरों ने घटना को अंजाम दिया. इसके बाद विजय बहादुर सिंह ने बचई को गुरुजी की मौत की सूचना दी. कोर्ट ने विजय बहादुर सिंह, वीरेंद्र दाढ़ी और कौशल किशोर सिंह, धीरेंद्र सिंह, बचई उर्फ ​​लालशंकर उपाध्याय, अमित उर्फ ​​पंडित, तन्नू सिंह, झारखंडी सिंह समेत 12 अभियुक्तों को उम्रकैद व अर्थदंड की सजा सुनाई है.

मामले में अधिवता वादी राहुल तिवारी ने बताया कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के ज्योतिषी रहे रमेश तिवारी की सरपतहां के ऊंचगांव में गोली मारकर की गई हत्या के मामले में अपर सत्र न्यायाधीश चतुर्थ रूपाली सक्सेना ने मंगलवार को शूटर विपुल समेत 12 आरोपितों को दोषी करार दिया. उसके बाद आरोपियों को आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई है तथा अर्थदंड भी लगाया है.

बताया जाता है कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव राजनीतिक गतिविधियों को लेकर ज्योतिषाचार्य से राय लेते थे. रमेश चंद्र तिवारी के बढ़ते कद को लेकर उनके विरोधी नाखुश थे. जिसको लेकर हत्या की साजिश रच डाली गई. सुबह के समय अपने घर के सामने बैठकर जनता दरबार में लोगों से बात कर रहे रमेश पर बदमाशों ने पुलिस की वर्दी में आकर ताबड़तोड़ कार्बाइन से गोलियां चलाईं. वहीं पास में बैठे उनके भाई राजेश तिवारी घायल हो गए थे. इस घटना में ज्योतिषी के पालतू कुत्ते को भी गोली लगी थी और उसकी भी मौत हो गई थी.

यह भी पढ़ें : यूपी पुलिस की महिला सिपाही ने की आत्महत्या; मंगेतर से बात करते-करते दे दी जान, 18 नवंबर को होनी थी शादी - UP Police Woman Constable Suicide

Last Updated : Aug 20, 2024, 7:45 PM IST
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