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Rajasthan: Khinwsar By Election : बीजेपी प्रत्याशी डांगा बोले- मैं नहीं पूरा खींवसर लड़ रहा चुनाव - RAJASTHAN ASSEMBLY BY ELECTION

By Election, खींवसर विधानसभा सीट से बीजेपी से प्रत्याशी रेवंत राम डांगा ने कहा, "मैं नहीं खींवसर की जनता चुनाव लड़ रही है."

खींवसर उपचुनाव
खींवसर उपचुनाव (ETV Bharat Nagore)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 20, 2024, 6:15 PM IST

नागौर : खींवसर उपचुनाव में बीजेपी से टिकट मिलते ही रेवंत राम डांगा ने कहा, "मैं नहीं खींवसर की जनता चुनाव लड़ रही है." टिकट की घोषणा के बाद शनिवार देर रात रेवंतराम डांगा खरनाल पहुंचे और लोक देवता तेजाजी महाराज के मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया. इसके बाद डांगा समर्थकों के साथ नागौर पहुंचे. नागौर में वे नाथूराम मिर्धा स्मारक पहुंचे और प्रतिमा को माला पहनाकर श्रद्धांजलि दी. रविवार को बीजेपी नेता ज्योति मिर्धा के स्वर्गीय दादा नाथूराम मिर्धा की जयंती है.

मुकाबला दिख रहा कड़ा : पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार उपचुनाव में भी खींवसर का मुकाबला कड़ा दिख रहा है. रेवंतराम डांगा पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरएलपी को छोड़कर बीजेपी में आए थे और बीजेपी ने डांगा को टिकट दिया था. मुकाबला इतना कड़ा था कि हनुमान बेनीवाल मात्र 2059 वोटों से चुनाव जीत पाए थे. इस बार भी चुनाव का मुकाबला बेहद कड़ा लग रहा है.

बीजेपी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा (ETV Bharat Nagore)

इसे भी पढ़ें- खींवसर में चुनाव हुआ रोमांचक, राजपूत समाज ने बीजेपी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा को दिया समर्थन

लगातार चुनाव जीत रही है आरएलपी : खींवसर सीट की बात करें तो इस सीट पर लगातार हनुमान बेनीवाल ही चुनाव जीत रहे हैं. 2019 के उपचुनाव में बेनीवाल ने अपने भाई नारायण बेनीवाल को टिकट दिया था. तब मुकाबला कांग्रेस व आरएलपी के बीच था और 4630 वोटों से नारायण बेनीवाल चुनाव जीते थे. इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनावों में हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस के प्रत्याशी सवाई सिंह चौधरी को 16,948 वोटों से हराया था. इससे पहले हनुमान बेनीवाल एक बार बीजेपी से और फिर निर्दलीय चुनाव जीते थे.

बीजेपी ने दी कड़ी टक्कर : 2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के उपचुनाव में मुकाबला कांग्रेस व आरएलपी के बीच रहा, लेकिन 2019 के बाद हालात बदले. बीजेपी ने खींवसर में अपने संगठन को मजबूत किया. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की बड़ी नेता ज्योति मिर्धा को बीजेपी में शामिल किया और इसके बाद ज्योति मिर्धा ने आरएलपी खेमे के नेताओं को बीजेपी के साथ जोड़ना शुरू किया. पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दर्जनों की संख्या में आरएलपी के नेता बीजेपी में शामिल हुए, उनमें रेवंतराम डांगा भी थे. 2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के उपचुनाव में बीजेपी खींवसर में तीसरे नंबर पर रहती थी. बीजेपी ने पिछले चुनाव में खींवसर में जबरदस्त प्रदर्शन किया और हनुमान बेनीवाल बमुशिकल से चुनाव जीत पाए. ऐसे में बीजेपी ने फिर से रेवंतराम डांगा को टिकट दिया. डांगा को ज्योति मिर्धा का भी साथ मिला हुआ है.

नागौर : खींवसर उपचुनाव में बीजेपी से टिकट मिलते ही रेवंत राम डांगा ने कहा, "मैं नहीं खींवसर की जनता चुनाव लड़ रही है." टिकट की घोषणा के बाद शनिवार देर रात रेवंतराम डांगा खरनाल पहुंचे और लोक देवता तेजाजी महाराज के मंदिर में दर्शन कर आशीर्वाद लिया. इसके बाद डांगा समर्थकों के साथ नागौर पहुंचे. नागौर में वे नाथूराम मिर्धा स्मारक पहुंचे और प्रतिमा को माला पहनाकर श्रद्धांजलि दी. रविवार को बीजेपी नेता ज्योति मिर्धा के स्वर्गीय दादा नाथूराम मिर्धा की जयंती है.

मुकाबला दिख रहा कड़ा : पिछले विधानसभा चुनाव की तरह इस बार उपचुनाव में भी खींवसर का मुकाबला कड़ा दिख रहा है. रेवंतराम डांगा पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आरएलपी को छोड़कर बीजेपी में आए थे और बीजेपी ने डांगा को टिकट दिया था. मुकाबला इतना कड़ा था कि हनुमान बेनीवाल मात्र 2059 वोटों से चुनाव जीत पाए थे. इस बार भी चुनाव का मुकाबला बेहद कड़ा लग रहा है.

बीजेपी प्रत्याशी रेवंतराम डांगा (ETV Bharat Nagore)

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लगातार चुनाव जीत रही है आरएलपी : खींवसर सीट की बात करें तो इस सीट पर लगातार हनुमान बेनीवाल ही चुनाव जीत रहे हैं. 2019 के उपचुनाव में बेनीवाल ने अपने भाई नारायण बेनीवाल को टिकट दिया था. तब मुकाबला कांग्रेस व आरएलपी के बीच था और 4630 वोटों से नारायण बेनीवाल चुनाव जीते थे. इससे पहले 2018 के विधानसभा चुनावों में हनुमान बेनीवाल ने कांग्रेस के प्रत्याशी सवाई सिंह चौधरी को 16,948 वोटों से हराया था. इससे पहले हनुमान बेनीवाल एक बार बीजेपी से और फिर निर्दलीय चुनाव जीते थे.

बीजेपी ने दी कड़ी टक्कर : 2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के उपचुनाव में मुकाबला कांग्रेस व आरएलपी के बीच रहा, लेकिन 2019 के बाद हालात बदले. बीजेपी ने खींवसर में अपने संगठन को मजबूत किया. लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की बड़ी नेता ज्योति मिर्धा को बीजेपी में शामिल किया और इसके बाद ज्योति मिर्धा ने आरएलपी खेमे के नेताओं को बीजेपी के साथ जोड़ना शुरू किया. पिछले विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दर्जनों की संख्या में आरएलपी के नेता बीजेपी में शामिल हुए, उनमें रेवंतराम डांगा भी थे. 2018 के विधानसभा चुनाव और 2019 के उपचुनाव में बीजेपी खींवसर में तीसरे नंबर पर रहती थी. बीजेपी ने पिछले चुनाव में खींवसर में जबरदस्त प्रदर्शन किया और हनुमान बेनीवाल बमुशिकल से चुनाव जीत पाए. ऐसे में बीजेपी ने फिर से रेवंतराम डांगा को टिकट दिया. डांगा को ज्योति मिर्धा का भी साथ मिला हुआ है.

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