सिरमौर: हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिला के उपमंडल पांवटा साहिब के अंतर्गत आने वाला खारा का जंगल एक लंबे अरसे से कच्ची अवैध शराब बनाने के लिए बदनाम हो चुका है. अब तक न जाने कितने लाखों लीटर लाहन व सैकड़ों की तादाद में यहां कच्ची अवैध शराब की भट्ठियों को नष्ट किया जा चुका है, लेकिन यकीन मानेंगे कि आज तक इक्का-दुक्का व्यक्ति को छोड़ एक भी आरोपी को यहां पुलिस सहित संबंधित विभाग मौके पर नहीं दबोच सके हैं.
हालांकि समय-समय पर यहां इन अवैध कारोबारियों को लेकर बड़ी-बड़ी कार्रवाई होती रही है, लेकिन इस कार्रवाई के दौरान मौके पर कोई भी आरोपी पुलिस या संबंधित विभाग को नहीं मिलता है. दरअसल यह सिलसिला लंबे अरसे से चला आ रहा है. ताजा मामलों की ही बात करें तो हाल ही में खारा के जंगल में माजरा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए जंगल में चल रही कच्ची शराब की 5 भट्ठियों और करीब 12000 लीटर लाहन को नष्ट किया. वहीं गत दिवस वीरवार को वन विभाग की टीम ने भी खारा वन क्षेत्र में ही शराब की 2 भट्ठियों, 20 लीटर शराब, 14 ड्रमों में रखी करीब 2750 लीटर लाहन को मौके पर ही नष्ट किया.
नहीं दबोचे जा रहे आरोपी
पूर्व की भांति इन दोनों ताजा मामलों में भी एक भी आरोपी संबंधित विभागों के हत्थे नहीं चढ़ पाया. एक लंबे अरसे से कार्रवाई तो हो रही है, लेकिन आरोपी एक भी नहीं दबोचा जा रहा है इसे लेकर ईटीवी भारत के संवाददाता ने सीधा एसपी सिरमौर से सवाल किया, तो उन्होंने इसके पीछे की वजह बताते हुए आरोपियों को दबोचने की योजना को लेकर भी काम करने की बात कही.
विशेष योजना पर काम कर रही पुलिस
एसपी सिरमौर रमन कुमार मीणा ने बताया कि हाल ही में पुलिस ने 12000 लीटर लाहन खारा के जंगल में नष्ट की. उन्होंने बताया कि दरअसल यह क्षेत्र जंगल का एरिया होने की वजह से खुला है. ऐसे में जैसे ही टीम पहुंचती है, तो शराब का अवैध कारोबार करने वाले लोगों को टीमें दिख जाती है. ऐसे में आरोपी मौके से फरार हो जाते हैं. एसपी ने कहा कि पुलिस विभाग का प्रयास रहेगा कि इस अवैध कारोबार को करने वाले लोगों को एक विशेष योजना बनाकर दबोचा जाए. अब तक लाखों लीटर लाहन व शराब को नष्ट किया जा चुका है.
माफिया का मुखबिर तंत्र मजबूत?
एसपी ने यह भी माना कि संबंधित लोगों ने अपने मुखबिर भी बिठाए होते हैं. यही वजह है कि आरोपियों को दबोचे में थोड़ी दिक्कत आती है. जंगल सरकारी जमीन पर है. यदि वह किसी की मलकियत या जमीन में हो, फिर भी किसी व्यक्ति को आरोपी बनाया जा सकता है. लोग जंगल में अपनी भट्ठियां लगाकर छोड़कर चले जाते हैं और शराब तैयार होने पर वापस लौटते हैं. यही दिक्कत कार्रवाई के दौरान आती है. बावजूद इसके पुलिस विभाग अपने सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत कर ऐसे लोगों को दबोचने का काम करेगा.
कुल मिलाकर पुलिस अधिकारी भी मान रहे हैं कि कहीं न कहीं इस अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों को सूचना तंत्र काफी अधिक मजबूत है, जिसे तोड़ने के लिए पुलिस एक योजनाबद्ध तरीके से काम कर इस अवैध कारोबार को रोकने का हरसंभव प्रयास करेगी.
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