खगड़िया: भोजपुरी फिल्म एक्ट्रेस अक्षरा सिंह के खिलाफ खगड़िया व्यवहार न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किया है. दरअसल मामला 6 साल पुराना है. जब खगड़िया में एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ था. इसमें अक्षरा सिंह के नहीं आने से भारी बवाल हुआ और उपद्रव और हिंसा में लाखों की संपत्ति का नुकसान हुआ था. इस मामले में कोर्ट ने अक्षरा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है.
6 साल पुराने मामले में फंसीं अक्षरा: अक्षरा सिंह के खिलाफ मुकदमा लड़ रहे वकील अजिताभ सिन्हा के मुताबिक मामला 2018 का है. खगड़िया के जेएनकेटी मैदान में स्थानीय शहीद हुए जवान किशोर कुमार मुन्ना की याद में एक कार्यक्रम का आयोजन चंदा इकट्ठा करके किया गया था. कार्यक्रम के पहले अक्षरा सिंह ने वीडियो मेसेज सोशल मीडिया पर जारी करते हुए भीड़ को जेएनकेटी स्टेडियम आने को आमंत्रित किया था.
2020 में खारिज हुई जमानत याचिका: कार्यक्रम में अक्षरा सिंह को शामिल होना था लेकिन वो नहीं आईं. अक्षरा सिंह के नहीं आने पर जमकर बवाल मचा और भारी उपद्रव के कारण एक तरफ जहां टेंट पंडाल और कुर्सियों को क्षति पहुंची, वहीं भगदड़ में कई लोग जख्मी भी हुए थे. इस मामले को लेकर टेंट संचालक शुभम कुमार ने खगड़िया व्यवहार न्यायालय में एक मुकदमा अक्षरा सिंह के खिलाफ दर्ज कराया था. वहीं 12 मार्च 2020 को खगड़िया की एडीजे पंचम की अदालत ने अक्षरा सिंह की जमानत याचिका को खारिज कर दिया था.
अक्षरा के इस पते पर पहुंचा वारंट: न्यायालय सूत्रों की मानें तो न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी हिम शिखा मिश्रा ने मामले को सही पाते हुए, इसमें 6 सितंबर, 2024 को गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया. बता दें कि अब अक्षरा सिंह की गिरफ्तारी का आदेश जारी किया गया है. ऐसे में अक्षरा सिंह की मुश्किलें बढ़ती दिख रही है. अदालत ने अक्षरा सिंह के खिलाफ उनके मुंबई वाले पते पर वारंट भेजा है.
अब क्या करेंगी अक्षरा?: इस मामले को लेकर पीड़ित टेंट संचालक शुभम कुमार के वकील अजिताभ सिन्हा ने कहा कि अक्षरा सिंह के पास अब कोई विकल्प नहीं है, हर हाल में उन्हें न्यायालय का सम्मान करते हुए वहां उपस्थित होकर अपनी बात रखनी होगी. बहरहाल अक्षरा सिंह के खिलाफ गैर जमानतीय वारंट जारी होने के बाद हर ओर यही चर्चा है कि अब अक्षरा सिंह को खगड़िया आकर न्यायालय में अपना पक्ष रखना ही होगा.
2018 में खगड़िया के जेएनकेटी मैदान में एक कार्यक्रम का आयोजन करने के लिए चंदा इकट्ठा किया गया था. कार्यक्रम के पहले अक्षरा सिंह ने वीडियो मेसेज सोशल मीडिया पर जारी करते हुए भीड़ को जेएनकेटी स्टेडियम आने को आमंत्रित किया था लेकिन वो वहां नहीं आईं. जिसके कारण उपद्रव में टेंट पंडाल और कुर्सियों को क्षति पहुंची और टेंट संचालक शुभम कुमार ने खगड़िया व्यवहार न्यायालय में एक मुकदमा दर्ज कराया." - अजिताभ सिन्हा, वकील, व्यवहार न्यायालय खगड़िया