करौली. सर्व समाज सहायता टीम करौली ने एक दुर्लभ बीमारी से पीड़ित मासूम हृदयांश शर्मा की बीमारी की मदद के लिए 52,500 रुपए की सहायता राशि जिला पुलिस अधीक्षक बृजेश उपाध्याय को सौंपी है. जिले के ग्राम मसारी निवासी एक साल के मासूम बालक हृदयांश शर्मा दुर्लभ बीमारी से ग्रसित है. उसके इलाज के लिए सर्व समाज सहायता टीम करौली ने 52,500 रुपए की सहायता राशि जिला पुलिस अधीक्षक करौली बृजेश उपाध्याय को सौंपी. सर्व समाज सहायता टीम के सदस्य करतार सिंह चौधरी धंधावली, टीटी शर्मा सूरौठ, राजवीर चौधरी नरेश सोलंकी, राजीत सिंह, रघुराज सोलंकी व लक्ष्मण सैकटरी सोमली हैं. टीम के सदस्यों ने बताया कि जैसे ही हृदयांश की दुर्लभ बीमारी की सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से हमें मिली. हमने उसके लिए कुछ सहयोग करना उचित समझा. सर्व समाज सहायता टीम विगत दो वर्षो से लगातार समाज सेवा के कार्य कर रही हैं.
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बता दें कि धौलपुर के मनियां में पदस्थापित उप निरीक्षक नरेश शर्मा के बेटे हृदयांश की उम्र 01 साल 08 माह है. उसे एक दुर्लभ स्पाइनल मस्क्युलर एट्रोफी है. इस बीमारी में बच्चे की गतिशीलता, सांस लेने की क्षमता और सामान्य जीवन जीने की क्षमता पर प्रभाव डालता है. इसके इलाज में 17.50 करोड रुपए खर्च होंगे. इतने महंगे उपचार से परिवार व्यथित व गहरे सदमे में है.
दो साल की उम्र में लगना है इंजेक्शन: चिकित्सक की राय के अनुसार इस बीमारी का एक मात्र उपचार जोल्जेंस्मा नामक इन्जेक्शन (zolgensma injection) है. चिकित्सकों के अनुसार इस इंजेक्शन को इंप्लांट करने की अधिकतम उम्र 24 महीने (02 साल) है. इसलिए हृदयांश के पास ज्यादा समय शेष नहीं है. इनके बच्चे का जीवन गंभीर संकटापन्न स्थिति में है.