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सोलर पावर प्लांट से बिजली तैयार करेगा कानपुर नगर निगम, हर माह बचेंगे 60 करोड़, जानिए पूरा प्लान - Nagar Nigam Electricity generation

कानपुर नगर नगम निगम ने बिजली की खपत को कम करने के लिए अनूठी पहल की है. सोलर पावर प्लांट से बिजली तैयार कर इसकी बिक्री की जाएगी. पढ़िए विस्तृत खबर.

कानपुर नगर निगम की अनूठी पहल.
कानपुर नगर निगम की अनूठी पहल. (PHOTO Credit; Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 14, 2024, 1:50 PM IST

कानपुर : आमजन को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने वाले नगर निगम के अफसर अब सोलर पावर प्लांट से बिजली पैदा कर सालाना 60 करोड़ रुपए की बचत करेंगे. नगर निगम की ओर से सोलर प्लांट को लगाने की तैयारी कर ली गई है. इसके लिए किशनपुर गांव में 25 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा. खुद नगर आयुक्त ने सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए नोएडा के अफसरों से संपर्क साधा है. नगर निगम अफसरों का यह भी दावा है कि करीब हर माह 5 करोड़ की बिजली बचेगी. वहीं प्लांट स्थापना के लिए आईआईटी कानपुर की ओर से कंसल्टेंसी देने का काम किया जाएगा. फिलहाल नगर निगम के अफसर अब यूपीनेडा के जवाब का इंतजार कर रहे हैं.

सदन की बैठक में 25 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव हुआ था स्वीकृत : इस पूरे मामले को लेकर नगर आयुक्त शिवशरणप्पा ने बताया कि 19 फरवरी को जब सदन की बैठक हुई थी तो उसमें बिजली बचाने के मकसद से 25 मेगा वाट का सोलर पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था. इस प्लांट के लिए किशनपुर से चकेरी सीवेज फॉर्म की जमीन पर 60 एकड़ जमीन को ही चिन्हित किया गया था.

अधिकारियों का कहना है कि प्लांट को स्थापित करने वाला खर्च म्युनिसिपल बांड से प्राप्त होने वापी राशि-100 करोड़ रुपए से कराया जाएगा. आचार संहिता के बाद नगर में विकास विभाग को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी गई थी. विशेष सचिव ने सरकारी एजेंसी से कार्य करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद निगम ने यूपी नोडा के निदेशक को कंसल्टेंट नियुक्त करने और डीपीआर बनाने को पत्र लिख दिया है. नगर आयुक्त ने ये भी बताया कि प्लांट में हर माह 25 मेगावाट बिजली बनेगी जो की नेशनल ग्रिड को भेजी जाएगी.

मौजूदा समय में हर मां बिजली और पानी पर 9 करोड़ रुपए होता है खर्च : नगर निगम के अफसरों ने बताया कि शहर वासियों की प्यास बुझाने और सड़क पर रोशनी करने में हर महीने नगर निगम की ओर से करीब 9 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं. सभी पंपिंग स्टेशन, जल शोधन संयंत्र आदि के संचालन में हर माह करीब 19000 किलोवाट बिजली खर्च होती है. वहीं जलकल के महाप्रबंधक एके त्रिपाठी ने बताया कि बिजली के मद में उनका विभाग केस्को को हर महीने करीब 4 करोड़ रुपए देता है. नगर निगम के अनुसार शहर में इसमें 1.24 लाख स्ट्रीट लाइट जलाने में ही हर माह 5 करोड़ रुपए की बिजली खर्च हो जाती है.

यह भी पढ़ें : यूपी के 3.6 करोड़ राशनकार्ड वालों के लिए जरूरी खबर; जल्द करा लीजिए ये काम, वरना नहीं मिलेगा मुफ्त का गेहूं-चावल

कानपुर : आमजन को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने वाले नगर निगम के अफसर अब सोलर पावर प्लांट से बिजली पैदा कर सालाना 60 करोड़ रुपए की बचत करेंगे. नगर निगम की ओर से सोलर प्लांट को लगाने की तैयारी कर ली गई है. इसके लिए किशनपुर गांव में 25 मेगावाट का सोलर प्लांट स्थापित किया जाएगा. खुद नगर आयुक्त ने सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए नोएडा के अफसरों से संपर्क साधा है. नगर निगम अफसरों का यह भी दावा है कि करीब हर माह 5 करोड़ की बिजली बचेगी. वहीं प्लांट स्थापना के लिए आईआईटी कानपुर की ओर से कंसल्टेंसी देने का काम किया जाएगा. फिलहाल नगर निगम के अफसर अब यूपीनेडा के जवाब का इंतजार कर रहे हैं.

सदन की बैठक में 25 मेगावाट का सोलर पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव हुआ था स्वीकृत : इस पूरे मामले को लेकर नगर आयुक्त शिवशरणप्पा ने बताया कि 19 फरवरी को जब सदन की बैठक हुई थी तो उसमें बिजली बचाने के मकसद से 25 मेगा वाट का सोलर पावर प्लांट लगाने का प्रस्ताव स्वीकृत हुआ था. इस प्लांट के लिए किशनपुर से चकेरी सीवेज फॉर्म की जमीन पर 60 एकड़ जमीन को ही चिन्हित किया गया था.

अधिकारियों का कहना है कि प्लांट को स्थापित करने वाला खर्च म्युनिसिपल बांड से प्राप्त होने वापी राशि-100 करोड़ रुपए से कराया जाएगा. आचार संहिता के बाद नगर में विकास विभाग को इस संबंध में रिपोर्ट भेजी गई थी. विशेष सचिव ने सरकारी एजेंसी से कार्य करने के निर्देश दिए हैं. इसके बाद निगम ने यूपी नोडा के निदेशक को कंसल्टेंट नियुक्त करने और डीपीआर बनाने को पत्र लिख दिया है. नगर आयुक्त ने ये भी बताया कि प्लांट में हर माह 25 मेगावाट बिजली बनेगी जो की नेशनल ग्रिड को भेजी जाएगी.

मौजूदा समय में हर मां बिजली और पानी पर 9 करोड़ रुपए होता है खर्च : नगर निगम के अफसरों ने बताया कि शहर वासियों की प्यास बुझाने और सड़क पर रोशनी करने में हर महीने नगर निगम की ओर से करीब 9 करोड़ रुपए खर्च किए जाते हैं. सभी पंपिंग स्टेशन, जल शोधन संयंत्र आदि के संचालन में हर माह करीब 19000 किलोवाट बिजली खर्च होती है. वहीं जलकल के महाप्रबंधक एके त्रिपाठी ने बताया कि बिजली के मद में उनका विभाग केस्को को हर महीने करीब 4 करोड़ रुपए देता है. नगर निगम के अनुसार शहर में इसमें 1.24 लाख स्ट्रीट लाइट जलाने में ही हर माह 5 करोड़ रुपए की बिजली खर्च हो जाती है.

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