कानपुर: योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कानपुर विकास प्राधिकरण (Kanpur Development Authority) के अफसर अवैध प्लाटिंग को लेकर सख्त हैं. केडीए के अफसरों को जोन-एक के अंतर्गत चैतन्य विहार योजना में भूखंड संख्या 106 से लेकर 120 तक में अवैध रुप से की गई प्लाटिंग की शिकायत मिल रही थी. बुधवार के केडीए वीसी राकेश सिंह का निर्देश मिलते ही, प्रवर्तन के अफसर सक्रिय हुए और बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंच गए.
एक-एक करके अवैध भूखंडों पर बुलडोजर चलाया गया और मिनटों में ही सीमेंट से तैयार दीवारें गिरा (Illegal construction demolished with bulldozer in Kanpur) दी गईं. केडीए अफसरों ने आसपास के लोगों को चेतावनी दी और कहा कि अवैध रुप से प्लाटिंग करने वालों को जेल जाना होगा. इससे मौके पर मौजूद कई लोग अपने घरों वापस लौट गए.
केडीए के आला अफसरों का कहना था कि अब जो करीब 5 बीघा जमीन खाली हुई है, उस पर केडीए द्वारा नियमानुसार किसी आवासीय योजना के तहत आमजन को प्लाट या भूखंड उपलब्ध कराए जाएंगे. बुलडोजर की कार्रवाई के दौरान विशेष कार्याधिकारी प्रवर्तन-एक डॉ. रवि प्रताप सिंह, अधिशाषी अभियंता अजय पवार, सहायक अभियंता शैलेंद्र सिंह आदि मौजू रहे. पिछले दिनों हिस्ट्रीशीटर्स की करोड़ों रुपये की जमीन खाली करायी गयी थीं.
500 लोगों को मिले भूखंड: कुछ माह पहले ही केडीए के अफसरों ने शहर के बर्रा क्षेत्र में हिस्ट्रीशीटर्स की करोड़ों रुपये की जमीन अवैध प्लाटिंग से कब्जामुक्त कराई थी. इसके बाद केडीए की ओर से आमजन को भूखंड व प्लाट खरीदने का मौका दिया गया था. करीब 500 लोगों ने प्लाट खरीदे और उससे केडीए को करोड़ों रुपये का राजस्व मिला था. केडीए के सचिव शत्रोहन वैश्य ने कहा कि आने वाले समय में केडीए की ओर से तीन प्रमुख योजनाएं- न्यू कानपुर सिटी, बिनगवां समेत अन्य योजनाएं आमजन के लिए क्रियान्वित कराई जाएंगी.