शिमला: केंद्र सरकार ने आखिरकार सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिशों को मंजूर करते हुए मुख्य न्यायाधीशों की नियुक्ति संबंधी आदेश जारी करने की प्रक्रिया पूरी कर दी है. इन आदेशों के अनुसार न्यायमूर्ति राजीव शकधर हिमाचल हाईकोर्ट के नए मुख्य न्यायाधीश होंगे. वे अगले महीने ही 18 अक्टूबर को सेवानिवृत भी हो जाएंगे. उनके बाद न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया अगले सीजे होंगे. हाल ही में न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया के नाम की सिफारिश भी सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने की है. उनसे पहले न्यायमूर्ति राजीव शकधर के नाम की सिफारिश की गई थी, जिसे मंजूर करते हुए केंद्र सरकार की तरफ से आदेश जारी करने की प्रक्रिया पूरी की गई. राष्ट्रपति भवन से न्यायाधीशों की नियुक्ति संबंधी आदेश प्रपत्र आता है.
फिलहाल, हिमाचल हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव को झारखंड हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया है. उनके नियुक्ति आदेश भी जारी कर दिए गए हैं. उल्लेखनीय है कि न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव को मई 2023 को हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट के सीजे के तौर पर नियुक्त किया गया था. अब वे झारखंड में कार्यभार संभालेंगे.
अगले महीने सेवानिवृत भी हो जाएंगे न्यायमूर्ति शकधर
हिमाचल हाईकोर्ट के सीजे का कार्यभार संभालने वाले न्यायमूर्ति राजीव शकधर अगले महीने यानी अक्टूबर में रिटायर भी हो जाएंगे. वे 18 अक्टूबर को सेवानिवृत्त होंगे. न्यायमूर्ति राजीव शकधर ने दिल्ली के सेंट कोलंबस स्कूल से आरंभिक शिक्षा ली है. उन्होंने 1984 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से बी-कॉम (ऑनर्स) की डिग्री हासिल की थी. फिर वर्ष 1987 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से ही एलएलबी की डिग्री प्राप्त की. वे नवंबर 1987 में वकील के तौर पर नामित हुए. उन्होंने वर्ष 1987 में ही इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया से चार्टर्ड अकाउंटेंसी भी पूरी की.
न्यायमूर्ति राजीव शकधर को 11 अप्रैल 2008 को दिल्ली हाईकोर्ट में न्यायाधीश बनाया गया था. फिर 17 अक्टूबर, 2011 को स्थायी न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति की पुष्टि की गई. उन्हें 11 अप्रैल 2016 को मद्रास हाईकोर्ट में स्थानांतरित किया गया, लेकिन फिर 15 जनवरी, 2018 को उन्हें वापस दिल्ली हाईकोर्ट में ही स्थानांतरित किया गया.
उल्लेखनीय है कि 18 अक्टूबर को इनकी सेवानिवृति के बाद पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर मोस्ट जज न्यायमूर्ति जीएस संधवालिया को हिमाचल हाईकोर्ट का न्यायाधीश बनाए जाने की सिफारिश भी सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने पहले ही कर दी थी. उनकी नियुक्ति न्यायमूर्ति शकधर की रिटायरमेंट के बाद होगी.