रांची: राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं. हेमंत सोरेन बरगाई अंचल में साढ़े आठ एकड़ जमीन गलत तरीके से खरीदने के मामले में आरोपी हैं. हेमंत सोरेन को ईडी ने 31 जनवरी 2024 को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से हेमंत सोरेन न्यायिक हिरासत में हैं. वहीं एक फरवरी को ईडी ने हेमंत सोरेन को रिमांड पर लिया था.
13 फरवरी को खत्म न्यायिक हिरासत की अवधि बढ़ाई गई
1 फरवरी को ईडी के विशेष न्यायाधीश के समक्ष पेश करने के बाद कोर्ट ने हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत की अवधि 13 फरवरी तक निर्धारित की थी. 13 फरवरी मंगलवार को उनका न्यायिक हिरासत का आदेश खत्म हुआ. इसके बाद ईडी कोर्ट ने सामान्य न्यायिक प्रक्रिया के तहत हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत की अवधि 22 फरवरी 2024 तक बढ़ा दी है.
22 फरवरी तक बढ़ाई गई है न्यायिक हिरासत की अवधि
बता दें कि बरगाई अंचल के पूर्व उप निरीक्षक भानु प्रताप की भी न्यायिक हिरासत की अवधि 22 फरवरी को ही समाप्त हो रही है. इसलिए दोनों की एक ही दिन कोर्ट में पेशी हो इसे देखते हुए कोर्ट ने फिलहाल हेमंत सोरेन की न्यायिक हिरासत की अवधि 22 फरवरी तक ही बढ़ाई है. 22 फरवरी के बाद यदि जरूरत पड़ी तो उनकी न्यायिक हिरासत की अवधि और भी आगे बढ़ाई जा सकती है.
27 फरवरी को हाईकोर्ट में हेमंत सोरेन मामले में होगी सुनवाई
वहीं 27 फरवरी को हाई कोर्ट में भी हेमंत सोरेन मामले में सुनवाई होनी है. बता दें कि हेमंत सोरेन पर बरगाई अंचल के पास साढ़े आठ एकड़ जमीन को गलत तरीके से खरीदने का आरोप है. जिसपर ईडी की टीम ने उन्हें 31 जनवरी की देर शाम मुख्यमंत्री आवास से गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद से हेमंत सोरेन पिछले 12 दिनों से ईडी की रिमांड पर हैं. पहली बार ईडी ने कोर्ट से पांच दिनों की रिमांड ली थी और फिर उसके बाद कोर्ट से दोबारा पांच दिनों की रिमांड मिली थी. 10 दिनों की रिमांड के बाद भी सोमवार को ईडी ने और तीन दिनों की रिमांड मांगी, जिसकी कोर्ट ने अनुमति दे दी.
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद चंपई सोरेन राज्य के नए मुख्यमंत्री बने थे. इस दौरान राज्य में कई दिनों तक राजनीतिक अस्थिरता भी दिखी थी. अब देखने वाली बात होगी कि हेमंत सोरेन को अभी और कितने दिनों तक न्यायिक हिरासत में वक्त गुजारना होगा.
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