दुमका: झारखंड मुक्ति मोर्चा के टिकट पर लगातार सात बार दुमका के शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुने गए नलिन सोरेन, जो अपनी पार्टी के केंद्रीय उपाध्यक्ष भी हैं, कहते हैं कि अगर मुझे लोकसभा उम्मीदवार बनाया जाता है, तो मेरी जीत निश्चित है. मैं बीजेपी की सीता सोरेन को भारी मतों के अंतर से हराऊंगा. नलिन सोरेन ने ये बातें दुमका में ईटीवी से खास बातचीत में कही.
सीता सोरेन के प्रति संथाल समाज में नाराजगी
वर्तमान झारखंड विधानसभा में नलिन सोरेन ऐसे विधायक हैं जो एक बार भी हारे बिना लगातार सात बार से विधायक बन रहे हैं. वह शिकारीपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुने जाते हैं, जो दुमका जिले की अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट है. नलिन सोरेन मधु कोड़ा कैबिनेट में कृषि मंत्री भी रह चुके हैं.
उनका कहना है कि सीता सोरेन का भारतीय जनता पार्टी में शामिल होना उनका निजी फैसला है लेकिन इससे झारखंड मुक्ति मोर्चा को कोई नुकसान नहीं होगा. इसके विपरीत, इससे हमारी पार्टी को फायदा ही होगा क्योंकि उन्होंने अपने बीमार ससुर शिबू सोरेन और अस्वस्थ सास रूपी सोरेन को छोड़ने का काम किया है. इससे संथाल समाज में यह संदेश गया कि वह अच्छी बहू नहीं हैं.
दुमका लोकसभा टिकट को लेकर कहा - मैं भी हवा में हूं
झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय उपाध्यक्ष का पद संभाल रहे नलिन सोरेन को लेकर चर्चा है कि उन्हें दुमका लोकसभा से पार्टी का उम्मीदवार बनाया जा रहा है. जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसे लेकर तो मैं भी हवा में ही हूं. मुझे पार्टी की ओर से कोई सूचना नहीं है, लेकिन मैं लगातार सात बार से विधायक बन रहा हूं, इसलिए निश्चित तौर पर पार्टी मुझे टिकट देने के मुद्दे पर विचार करेगी. वैसे, अगर झामुमो का कोई दूसरा भी उम्मीदवार बनता है तो हमलोग यहां से पूरी मजबूती के साथ चुनाव लड़ेंगे और भाजपा प्रत्याशी सीता सोरेन को हराने का काम करेंगे.