पटना: केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के उस सोशल मीडिया पोस्ट की आलोचना की है, जिसमें नेता प्रतिपक्ष ने बिहार के विकास कार्यों और बढ़ते अपराध को लेकर एनडीए सरकार पर हमला बोला था. मांझी ने 'उल्लू' का उदाहरण देते हुए कहा कि एक चिड़िया को दिन में दिखता नहीं है. अब अगर किसी को दिखता नहीं है तो सूर्य का क्या दोष है?
"एक चिड़िया है, उस चिड़िया को दिन में दिखता नहीं है. अगर किसी को दिखता नहीं है तो सूर्य का क्या दोष है?"- जीतनराम मांझी, केंद्रीय मंत्री
मांझी ने किया यूपीएस का समर्थन: पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए जीतनराम मांझी ने यूनिफाइड पेंशन स्कीम का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि यूपीएस से 25 लाख कर्मचारियों को लाभ होगा. अगर राज्य सरकार भी इस योजना के बारे में सोचें तो राज्य के कर्मचारियों का भी भला हो सकता है.
'मोदी जी हर सकते हैं सबकुछ': वहीं, जातीय जनगणना पर लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के बयान पर मांझी ने कहा कि पहले कांग्रेस में आए तभी तो कुछ करने की स्थिति आएगी. उन्होंने कहा कि अगर कुछ करना भी होगा तो जरूरत के हिसाब से ऐसे सारे काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही करेंगे.
चंपाई सोरेन पर क्या बोले मांझी?: वहीं, झारखंड के पूर्व सीएम चंपाई सोरेन के एनडीए में एंट्री के सवाल पर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्णय तो उनको लेना है. मैंने पहले ही उनका स्वागत करते हुए कह दिया कि जैसा उनके साथ हुआ है, वैसा ही पहले मेरे साथ भी हुआ था लेकिन मैंने तो फैसला ले लिया था.
तेजस्वी ने क्या बोला था?: दरअसल, तेजस्वी यादव ने शनिवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर कहा है कि महंगाई के मामले में देश भर में बिहार सबसे टॉप पर हैं. देश में सबसे अधिक गरीबी, बेरोजगारी, सबसे ज्यादा अपराध बिहार में है. वहीं, नीति आयोग के सतत विकास सूचकांक, गरीबी उन्मूलन, शून्य भुखमरी और आमदनी में देश भर में सबसे कम बिहार में है. उन्होंने कहा कि 15 वर्षों से अधिक बिहार में बीजेपी और एनडीए की सरकार है. 10 वर्षों से केंद्र में इनकी डबल इंजन सरकार है. लगभग दो दशक बाद भी आखिर और कब तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बीजेपी दूसरों के ऊपर दोष मढ़कर अपनी जिम्मेदारी से भागते रहेंगे?
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