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आज नगर भ्रमण पर निकलेंगे ठाकुर जी, गोविंद देव जी मंदिर से निकलेगी शोभायात्रा - Krishna Janmashtami Celebration

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Aug 27, 2024, 8:42 AM IST

Janmashtami 2024 आज शाम 5 बजे से भगवान भगवान नगर भ्रमण पर निकलेंगे और श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे. गोविंद देव जी मंदिर परिसर से यात्रा शुरू होकर परकोटे के विभिन्न बाजारों से गुजरती हुई गोपीनाथ जी मंदिर पहुंचेगी.

नगर भ्रमण पर निकलेंगे ठाकुर जी
नगर भ्रमण पर निकलेंगे ठाकुर जी (फोटो ईटीवी भारत जयपुर)
गोविंद देव जी मंदिर से निकलेगी शोभायात्रा (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

जयपुर. भगवान श्री कृष्ण के जन्माभिषेक और नंदोत्सव के बाद आज यानी मंगलवार शाम को शोभायात्रा का आयोजन होगा. गोविंद देव जी मंदिर परिसर से शाम 5:00 बजे शोभा यात्रा का शुभारंभ होगा. जो परकोटे के विभिन्न बाजारों से गुजरती हुई गोपीनाथ जी मंदिर पहुंचेगी. शोभायात्रा का शुभारंभ जयपुर के पूर्व राजपरिवार की ओर से ठाकुर जी की आरती से होगा. झांकियों के साथ संकीर्तन मंडल स्वर लहरिया छेड़ेंगे. हालांकि, इस बार शोभायात्रा में स्वचालित या बड़ी झांकियां नहीं होंगी. वहीं वार्ष्णेय समाज की ओर से अक्रूर जी महाराज की झांकी भी निकाली जाएगी.

शोभायात्रा का आयोजन : आज शाम 5:00 बजे भगवान नगर भ्रमण पर निकलेंगे और श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे. ठाकुर श्रीजी की शोभायात्रा मंदिर प्रांगण से जयकारों के साथ रवाना होगी. गाजे बाजे के साथ निकलने वाली शोभायात्रा में अनेक वैष्णव मंडल हरिनाम संकीर्तन करते और नृत्य करते हुए चलेंगे. ये शोभायात्रा जलेब चौक, हवामहल बाजार, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, बापू बाजार, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, चांदपोल बाजार, बगरू वालों का रास्ता होती हुई गोपीनाथ जी मंदिर पहुंचेगी. शोभायात्रा मार्ग में अनेक विशिष्टजन मुख्य रथ में विराजित ठाकुरजी की आरती उतारेंगे. वहीं व्यापार मंडलों और विविध संस्थाओं की ओर से स्वागत द्वार भी बनाए गए हैं.

पढ़ें: 31 तोपों की गर्जना और बरसते हुए बादलों के बीच हुआ भगवान का प्राकट्य - Krishna Janmashtami 2024

इस शोभायात्रा में हाथी, ऊंट, घोड़े, बैल के लवाजामे के साथ 22 झांकियां शामिल होंगी. शोभायात्रा में सबसे आगे प्रथम पूज्य गणपति के प्रतीक के रूप में सजे धजे गजराज पर पंचरंगा निशान लिए सेवक रहेगा. विरासत को प्रकट करता बैलगाड़ी पर शहनाई वादन होग. वहीं बैंड वादक भजनों की स्वर लहरियां बिखेरते चलेंगे. इसके बाद देवी-देवताओं की सुंदर झांकियां होगी. गणेश जी और कृष्ण जी की झांकी के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर, सिंधी पंचायत कीर्तन मण्डल, अक्रूर जी, भगवान श्री राधाकृष्ण के स्वरूप की झांकी के साथ कई संकीर्तन मण्डल हरिनाम करते चलेंगे. पिंजरापोल गौशाला की ओर से गौसेवा की झांकी भी शोभायात्रा में रहेगी. वहीं अक्रूर जी के वंशज वार्ष्णेय समाज की ओर से शोभायात्रा में अक्रूर जी और राधा गोविंद की झांकी को भी शामिल किया जाएगा.

शोभायात्रा में ठाकुर श्री गोपीनाथ जी, ठाकुर श्री श्याम सुंदर जी, ठाकुर श्री राधा दामोदर जी, ठाकुर श्री विनोदीलालजी, ठाकुर श्री राधारमणजी, ठाकुर श्री मदनमोहनजी झांकी मानो संदेश देगी कि भगवान एक ही है, बस नाम ही अलग-अलग है.

गोविंद देव जी मंदिर से निकलेगी शोभायात्रा (वीडियो ईटीवी भारत जयपुर)

जयपुर. भगवान श्री कृष्ण के जन्माभिषेक और नंदोत्सव के बाद आज यानी मंगलवार शाम को शोभायात्रा का आयोजन होगा. गोविंद देव जी मंदिर परिसर से शाम 5:00 बजे शोभा यात्रा का शुभारंभ होगा. जो परकोटे के विभिन्न बाजारों से गुजरती हुई गोपीनाथ जी मंदिर पहुंचेगी. शोभायात्रा का शुभारंभ जयपुर के पूर्व राजपरिवार की ओर से ठाकुर जी की आरती से होगा. झांकियों के साथ संकीर्तन मंडल स्वर लहरिया छेड़ेंगे. हालांकि, इस बार शोभायात्रा में स्वचालित या बड़ी झांकियां नहीं होंगी. वहीं वार्ष्णेय समाज की ओर से अक्रूर जी महाराज की झांकी भी निकाली जाएगी.

शोभायात्रा का आयोजन : आज शाम 5:00 बजे भगवान नगर भ्रमण पर निकलेंगे और श्रद्धालुओं को दर्शन देंगे. ठाकुर श्रीजी की शोभायात्रा मंदिर प्रांगण से जयकारों के साथ रवाना होगी. गाजे बाजे के साथ निकलने वाली शोभायात्रा में अनेक वैष्णव मंडल हरिनाम संकीर्तन करते और नृत्य करते हुए चलेंगे. ये शोभायात्रा जलेब चौक, हवामहल बाजार, बड़ी चौपड़, जौहरी बाजार, बापू बाजार, चौड़ा रास्ता, त्रिपोलिया बाजार, छोटी चौपड़, चांदपोल बाजार, बगरू वालों का रास्ता होती हुई गोपीनाथ जी मंदिर पहुंचेगी. शोभायात्रा मार्ग में अनेक विशिष्टजन मुख्य रथ में विराजित ठाकुरजी की आरती उतारेंगे. वहीं व्यापार मंडलों और विविध संस्थाओं की ओर से स्वागत द्वार भी बनाए गए हैं.

पढ़ें: 31 तोपों की गर्जना और बरसते हुए बादलों के बीच हुआ भगवान का प्राकट्य - Krishna Janmashtami 2024

इस शोभायात्रा में हाथी, ऊंट, घोड़े, बैल के लवाजामे के साथ 22 झांकियां शामिल होंगी. शोभायात्रा में सबसे आगे प्रथम पूज्य गणपति के प्रतीक के रूप में सजे धजे गजराज पर पंचरंगा निशान लिए सेवक रहेगा. विरासत को प्रकट करता बैलगाड़ी पर शहनाई वादन होग. वहीं बैंड वादक भजनों की स्वर लहरियां बिखेरते चलेंगे. इसके बाद देवी-देवताओं की सुंदर झांकियां होगी. गणेश जी और कृष्ण जी की झांकी के साथ तिरुपति बालाजी मंदिर, सिंधी पंचायत कीर्तन मण्डल, अक्रूर जी, भगवान श्री राधाकृष्ण के स्वरूप की झांकी के साथ कई संकीर्तन मण्डल हरिनाम करते चलेंगे. पिंजरापोल गौशाला की ओर से गौसेवा की झांकी भी शोभायात्रा में रहेगी. वहीं अक्रूर जी के वंशज वार्ष्णेय समाज की ओर से शोभायात्रा में अक्रूर जी और राधा गोविंद की झांकी को भी शामिल किया जाएगा.

शोभायात्रा में ठाकुर श्री गोपीनाथ जी, ठाकुर श्री श्याम सुंदर जी, ठाकुर श्री राधा दामोदर जी, ठाकुर श्री विनोदीलालजी, ठाकुर श्री राधारमणजी, ठाकुर श्री मदनमोहनजी झांकी मानो संदेश देगी कि भगवान एक ही है, बस नाम ही अलग-अलग है.

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