धनबादः कोयलांचल में पारा 44 डिग्री तक पहुंच गया है और लोग भीषण गर्मी से बेहाल हैं. शहरी निगम क्षेत्र से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकरा मचा हुआ है. इन सब के बीच बीसीसीएल के विस्थापित भी गर्मी में पानी के लिए खासा परेशान हैं. इसके विरोध में जंगलपुर के विस्थापितों ने बीसीसीएल के निचितपुर कार्यालय के समक्ष हाथों में बाल्टी, बर्तन और डेक्ची के साथ प्रदर्शन किया. साथ ही बीसीसीएल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की.
बता दें कि बीसीसीएल प्रबंधन ने विस्थापन पुनर्वास नीति के तहत सैकड़ों लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन देकर दूसरी जगह पर बसाया था. विस्थापितों का आरोप है कि बीसीसीएल प्रबंधन ने अब तक अपना वादा पूरा नहीं किया. बीसीसीएल विस्थापितों की समस्या के प्रति गंभीर नहीं है और उनकी सुध नहीं ले रहा है.
आठ साल पूर्व विस्थापित हुए थे सैकड़ों परिवार
प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बताया कि बीसीसीएल एरिया 5 के बासजोड़ा निचितपुर से सैकड़ों लोगों को 8 साल पूर्व जंगलपुर में बसाया गया था. उस वक्त बीसीसीएल प्रबंधन ने लोगों को बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन दिया था. लेकिन अब तक बीसीसीएल ने अपना वादा पूरा नहीं किया.
बीसीसीएल निचितपुर कोलियरी कार्यालय के सामने किया प्रदर्शन
बीसीसीएल निचितपुर कोलियरी कार्यालय के सामने दर्जनों महिलाओं और पुरुषों ने पानी की मांग को लेकर बाल्टी और बर्तन के साथ प्रदर्शन किया. साथ ही विस्थापितों की अनदेखी के लिए बीसीसीएल अधिकारी को खरी-खोटी सुनाई. उग्र ग्रामीण कार्यालय के अंदर प्रवेश कर गए, लेकिन मौके पर मौजूद सीआईएसएफ के जवानों ने लोगों को शांत कराया.
बीसीसीएल प्रबंधन पर लगाया वादाखिलाफी का आरोप
इस मौके पर प्रदर्शन कर रही सरस्वती देवी नामक महिला ने कहा कि भीषण गर्मी में पानी के लिए भटकना पड़ रहा है. कोलियरी प्रबंधन द्वारा पानी की सुविधा भी नहीं उपलब्ध करायी गई है. जबकि विस्थापन के समय सभी सुविधा मुहैया कराने की बात कही गई थी.
पानी के दर-दर भटकने को मजबूर हुए विस्थापित परिवार
वहीं मौके पर अफरोज बेबी ने कहा कि बीसीसीएल प्रबंधन की ओर से किसी तरह की कोई सुविधा नहीं मिली है. कई बार प्रबंधन से सामूहिक शिकायत की गई है, लेकिन प्रबंधन ने आज तक कोई सुविधा मुहैया नहीं कराया. आज हालत यह है कि पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ता है.
जंगलपुर में विस्थापित परिवार बुनियादी सुविधाओं से महरूम
वहीं स्थानीय लक्ष्मण कुमार बताते हैं कि बांसजोड़ा में परियोजना विस्तार के समय लोगों को निचितपुर टाउन के जंगलपुर में विस्थापित किया गया था. तात्कालिक प्रबंधक द्वारा आश्वासन दिया गया था कि सभी लोगों को पानी, बिजली, सड़क के साथ बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराया जाएगा, लेकिन आठ साल बाद भी विस्थापित परिवार मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं.
जोरदार आंदोलन करने की दी चेतावनी
इस भीषण गर्मी में विस्थापित परिवार पानी के लिए त्राहिमाम कर रहे हैं. हालत यह है कि प्यासे मरने की नौबत आ गई है. उन्होंने कहा कि यदि पानी के बिना मरना है तो हमलोग बीसीसीएल प्रबंधन कार्यालय के सामने आंदोलन करते हुए मरना पसंद करेंगे. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द समस्या का समाधान नहीं किया गया तो कोलियरी कार्यालय के सामने जोरदार आंदोलन किया जाएगा.
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