शिमला: हिमाचल विधानसभा में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के बजट भाषण पर चर्चा में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सरकार को जमकर घेरा. चर्चा शुरू करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने एक घंटे से कुछ अधिक समय तक सरकार को कई मसलों पर कटघरे में खड़ा किया. शराब नीति पर सवाल उठाते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार ने बड़े ठेकेदारों को लाभ दिया है. ऐसी ही कुछ नीति दिल्ली में केजरीवाल सरकार की भी थी. अब आम आदमी पार्टी के तीन नेता जेल में हैं. यही हिमाचल में भी होगा.
जयराम ठाकुर का सुक्खू सरकार पर आरोप: नेता प्रतिपक्ष ने सुखविंदर सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए. जयराम ठाकुर बोले-हद तो तब हो गई, जब कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने ये लोक निर्माण विभाग के ठेकेदारों से कहा कि कितनी पेमेंट है, उसमें से इतना हिस्सा हमारे लिए रखिए, आपकी पेमेंट रिलीज हो जाएगी. इस मामले ने सदन में खूब तूल पकड़ा. सीएम ने बीच में हस्तक्षेप किया कि जुबानी जमा खर्च न किया जाए, लिखित में शिकायत होगी तो, उस पर एक्शन लिया जाएगा. इसी मामले पर पूर्व मंत्री और जसवां से विधायक विक्रम ठाकुर ने भी सरकार को घेरा और कहा कि डाडासीबा के ठेकेदार जीवन धीमान के साथ मारपीट की गई है.
ऐसे आया केजरीवाल के नाम का जिक्र: खैर, बजट भाषण पर सामान्य चर्चा की शुरुआत में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने शराब नीति पर सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि सरकार ने आबकारी विभाग के राजस्व में चालीस प्रतिशत बढ़ोतरी का दावा किया है, लेकिन ये महज 16 से 17 फीसदी है. सरकार ने शराब नीति से ₹1855 करोड़ के रेवेन्यू का आंकड़ा दिया है, लेकिन चालीस प्रतिशत के लिहाज से ये ₹2500 करोड़ होना चाहिए. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने बड़े ठेकेदारों को लाभ मिला है. यही नीति केजरीवाल ने भी दी थी. यही नहीं, आर्थिक मोर्चे पर कांग्रेस सरकार पर तीखा वार करते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सीएम सुखविंदर सिंह के भाषण में एक बार आर्थिक स्थितियों को लेकर श्रीलंका जैसे हालात का जिक्र आया था. जयराम ठाकुर ने कहा कि सत्य तो ये है कि श्रीलंका वाले हालात हो चुके हैं.
सीएम साहब, आपको अपने नाम पर योजना लाने का शौक: नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू को अपने नाम से योजनाएं शुरू करने का शौक है. जयराम ठाकुर ने कहा कि पहले सीएम सुक्खू सुख आश्रय योजना लेकर आए. अब सुख शिक्षा, सुख आरोग्य नामक योजना लाई गई है. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सुख की अनुभूति तो कहीं हो नहीं रही है. ऐसे में जिंदगी किस काम की. नेता प्रतिपक्ष ने ये भी कहा कि सरकार के ही मंत्री विक्रमादित्य सिंह नाराज हैं. एक लापरवाही हुई है, ये नहीं मालूम कि सीएम के स्तर पर हुई या फिर अफसरशाही के स्तर पर. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि सरकार चुनाव पूर्व गारंटियों पर कब बात करेगी. गोबर खरीद, तीन सौ यूनिट निशुल्क बिजली और एक लाख रोजगार पर सरकार चुप है.
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