जबलपुर। नए और आधुनिक एयरपोर्ट की आस लगाए संस्कारधानी के लोगों का अब इंतजार खत्म हो गया है. 450 करोड़ रुपये की लागत से बनकर तैयार एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग का रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लोकार्पण किया. देश के लग्जरी एयरपोर्ट की तरह यहां भी नई टर्मिनल बिल्डिंग में सभी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी.
नए टर्मिनल में सभी आधुनिक सुविधाएं
डुमना एयरपोर्ट के विस्तार होने के बाद अब यात्रियों को एयरपोर्ट में नई टर्मिनल बिल्डिंग में आधुनिक चेक इन काउंटर्स, 2 बेगेज बेल्ट, एलीवेटर्स, एस्केलेटर, आधुनिक पैसेंजर बोर्डिंग ब्रिज, फायर फाइटिंग, फायर अलार्मस सिग्नल्स, डिस्प्ले बोर्ड, सीसीटीवी कैमरा, बैगेज स्केनर, चाइल्ड केयर रूम, व्हीआईपी रूम, स्नैक्स बार, एटीएम, चिकित्सा सुविधा के साथ ही सभी पब्लिक एमेनिटीज उपलब्ध होंगी.
अब 800 यात्रियों की क्षमता
एयरपोर्ट की पुरानी टर्मिनल बिल्डिंग में 180 यात्रियों की क्षमता थी. अब नई टर्मिनल बिल्डिंग जो बनकर तैयार हुई है इसमें 800 यात्रियों की क्षमता होगी. 900 वर्गफीट टर्मिनल बिल्डिंग का क्षेत्रफल होगा.
300 कारों की पार्किंग एक साथ
डुमना एयरपोर्ट के विस्तार में पार्किंग सुविधा का विशेष ख्याल रखा गया है. अब 300 कारों की पार्किंग एक साथ हो सकेगी. इसके अलावा व्हीआईपी और बस पार्किंग की व्यवस्था अलग से की गई है. नई टर्मिनल बिल्डिंग के अलावा एटीसी टाॅवर, टैक्निकल ब्लाॅक एवं फायर स्टेशन कार्य भी किया गया है.
रनवे बढ़ाया गया,नाइट लैंडिंग की सुविधा
रनवे की क्षमता अब पहले से ज्यादा कर दी गई. वर्तमान में 1988 मीटर के रनवे मरम्मत के साथ ही एक्सटेंशन करते हुए 2750 मीटर का रनवे बनाया गया है. रनवे बढ़ा होने से अब ए- 320/321 जैसे बड़े एयरक्राॅफ्ट भी आसानी से लैंड हो सकेंगे. इसी के साथ नाइट लैंडिंग में भी अब किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी.
एक से बढ़कर एक पेंटिग्स
नई टर्मिनल बिल्डिंग में महाकौशल से जुड़ी कई पेंटिग्स बनाई गई हैं जो यहां की आदिवासी संस्कृति के साथ इतिहास की झलक दिखाती हैं. बिल्डिंग के अंदर गौंड कलाकृति, भेड़ाघाट की संगमरमर वादियां, 64 योगिनी मंदिर, बैलेंस रॉक, रानी दुर्गावती किला और समाधि के साथ-साथ कचनार महादेव की पेंटिंग भी बनाई गई हैं जो संस्कृति को जोड़ कर रखती हैं.
कई शहरों के लिए हैं फ्लाइट्स
जबलपुर में सबसे पहले एयर डेक्कन की सेवाएं प्रारंभ हुईं. इसके बाद स्पाईस जेट, किंगफिशर,अलायंस एयर और बाद मे इंडिगो ने यहां अपनी उडाने प्रारंभ की. इससे जबलपुर मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, कोलकाता, बिलासपुर, बैंगलोर आदि शहरों से सीधे हवाई सेवा से जुड़ गया.
महाकौशल के लिये गर्व का क्षण
लोकार्पण अवसर पर राकेश सिंह ने कहा कि "जबलपुर एयरपोर्ट का आधुनिकरण केवल जबलपुर ही नहीं बल्कि पूरे महाकौशल वासियों के लिये गर्व का क्षण है. हम विकास का नया अध्याय लिखने जा रहे हैं. नये टर्मिनल भवन से और विस्तारित हवाई पट्टी से अनेक नई उड़ानों का प्रारंभ होगा. इसका लाभ जबलपुर के सर्वांगीण विकास में मिलेगा.यह बात सच है कि जबलपुर में फ्लाइटों की कमी है लेकिन मैं यह विश्वास दिलाता हूं कि जबलपुर से जो कनेक्टिविटी किसी कारणवश बंद हो गई हैं वह जल्द ही शुरू होंगी".
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मील का पत्थर साबित होगी नई बिल्डिंग
डुमना एयरपोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला ने कहा कि "जबलपुर एयरपोर्ट की नई टर्मिनल बिल्डिंग यात्री सुविधाओं के साथ-साथ आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में एक मील का पत्थर साबित होगी".