इंदौर: राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा मंगलवार को अपने राजस्व अधिकारियों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाते नजर आए. इंदौर में राजस्व महाअभियान की समीक्षा बैठक के दौरान वर्मा ने प्रदेश के राजस्व अधिकारियों को किसानों के प्रति संवेदनशील व्यवहार अपनाने के साथ उनके कार्यों के प्रति ईमानदारी दिखाने की नसीहत दी. उन्होंने भगवान भोलेनाथ की तरह ही राजस्व विभाग की भी छवि बनाने पर जोर दिया.
किसानों से मुस्कुरा कर बात करें अधिकारी
स्थानीय रेजीडेंसी कोठी में राजस्व महाअभियान 3.0 की समीक्षा बैठक के दौरान लिए गए निर्णय पर चर्चा करते हुए करण वर्मा ने बताया कि 'राजस्व विभाग की छवि पहले से ही ठीक नहीं है, लेकिन अब अधिकारियों को किसानों के प्रति संवेदनशील रहने के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि "जब भी राजस्व अधिकारियों के पास किसान ऑफिस में आए, तो उनसे मुस्कुरा कर बात कीजिए. इस दौरान बिल्कुल ईमानदारी से कार्य किया जाए, जैसा कि हिंदू मान्यताओं में भगवान भोलेनाथ की छवि है. उनके पास ना गाड़ी है ना बंगला है. वह जमीन पर बैठकर सबका कल्याण करते हैं.
उन्होंने कहा कि "विभाग में अब तक जैसा चलते आया है, वैसा नहीं चलेगा. हमें विभाग की इमेज बदलना है. राजस्व अधिकारी जो बोले और जैसा काम करें वैसा दिखना भी चाहिए. जिससे कि लेन-देन और भ्रष्टाचार के तमाम मामलों के कारण धूमिल हुई राजस्व विभाग की छवि को बदला जा सके."
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'राजस्व प्रकरणों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं'
राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने इंदौर जिले में चल रहे राजस्व महाअभियान 3.0 की प्रगति और राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा की. उन्होंने निर्देश दिए की सभी राजस्व प्रकरण निर्धारित समय सीमा में निराकरण किए जाएं. राजस्व प्रकरणों के निराकरण में लापरवाही, लेतलतीफी व किसी भी प्रकार की त्रुटि अक्षम्य है. लापरवाही, लेतलतीफी और त्रुटि करने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. इसलिए सभी राजस्व अधिकारी किसानों और अन्य भू-धारकों के हित में पूरी लगन, ईमानदारी, मेहनत से संवेदनशील होकर कार्य करें. सभी राजस्व अधिकारी अपने अधिकारों के साथ ही कर्तव्यों पर भी विशेष ध्यान दें.